Indore Rail Project Stuck : राऊ – महू रेल लाइन दोहरीकरण का काम अटका

चार साल में प्रोजेक्ट की लागत 85 करोड़ से बढ़कर 100 करोड़ हुई

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Indore Rail Project Stuck : राऊ - महू रेल लाइन दोहरीकरण का काम अटका

इंदौर से अनिल शुक्ला की रिपोर्ट

Indore : इंदौर-दाहोद रेल लाइन कई सालों से रेल मंत्रालय की उपेक्षा का शिकार है। इस वजह से महत्वपूर्ण रेल प्रोजेक्ट को गति नहीं मिल पा रही। उन्हीं प्रोजेक्ट में से एक राऊ-महू रेल लाइन दोहरीकरण प्रोजेक्ट शामिल है। इस प्रोजेक्ट पर चार साल बाद भी काम शुरू नहीं हो सका। अभी तक टेंडर भी नहीं हो पाए।

तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल ने साल 2017 के दरम्यान राऊ-महू रेलवे स्टेशन के बीच रेल लाइन दोहरीकरण की घोषणा की थी। इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने मार्च 2018 में किया था। ‘दोहरीकरण प्रोजेक्ट’ के तहत करीब 9 किलोमीटर लंबी रेल लाइन डाली जाना है। इस प्रोजेक्ट की स्थिति यह है कि चार साल बाद भी प्रोजेक्ट पर काम शुरू नहीं हो पाया। जबकि, दो साल में प्रोजेक्ट पूरा हो जाना चाहिए था।

Indore Rail Project Stuck : राऊ - महू रेल लाइन दोहरीकरण का काम अटका

इंदौर, दाहोद रेल लाइन प्रोजेक्ट के अंतर्गत इंदौर से राऊ तक दोहरीकरण का काम पूरा हो गया। पर, राऊ से महू तक काम अटका पड़ा है। वर्तमान में महू और इंदौर रेलवे स्टेशन के मध्य सिंगल लाइन पर ट्रेनों का संचालन हो रहा है। सिंगल लाइन की वजह से ट्रेनों की संख्या भी नहीं बढ़ पा रही है। इस समय एक दर्जन से ज्यादा ट्रेनों का संचालन हो रहा है। खास बात यह कि काम शुरु नहीं होने से प्रोजेक्ट की लागत बढ़ रही है। शुरुआती दौर में 85 करोड़ खर्च होने का आकलन किया गया था। मौजूदा समय में प्रोजेक्ट की लागत सौ करोड़ पार कर गई।

काम कब शुरू होगा इसे लेकर स्थिति अभी तक स्पष्ट नहीं है। रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीणा ने ‘मीडियावाला’ को बताया कि प्रोजेक्ट को लेकर टेंडर प्रक्रिया चल रही है। टेंडर होते ही वर्क ऑर्डर जारी कर दिया जाएगा और रेलवे प्राथमिकता से काम आरम्भ करेगा। मीणा के अनुसार इंदौर से राऊ तक दोहरीकरण का काम पूरा हो गया है।
रेलवे समिति के पूर्व वरिष्ठ सदस्य नागेश नामजोशी के अनुसार रेलवे की उपेक्षा के कारण महत्त्वपूर्ण प्रोजेक्ट अटका पड़ा है।

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नामजोशी ने जानकारी दी कि रेलवे लाइन दोहरीकरण प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद इंदौर और महू का फायदा ही फायदा मिलेगा। न केवल महू तक ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जा सकेंगी बल्कि नई ट्रेन चलने का रास्ता भी साफ हो जाएगा। साथ ही क्रासिंग की समस्या भी दूर हो जाएगी। क्रासिंग की वजह से इंदौर से महू आने जाने वाली ट्रेन को राऊ और हरियाखेड़ी स्टेशन पर रोकना पड़ता है। इसके कारण अक्सर ट्रेन लेट होती है। महू रेलवे स्टेशन पर तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ स्टेशन का भी विस्तार कर रहा है। रेलवे की भविष्य में महू से अनेक ट्रेन चलाने की योजना है। दोहरीकरण के बाद ही योजना अमल में आ पाएंगी।