ऑन लाइन पेमेंट के फेक मैसेज से जिले की दो सराफा दुकानों से ठगी करने वाला अंतर्राज्यीय जालसाज गिरोह चढ़ा पुलिस के हत्थे
*संभागीय ब्यूरो चीफ चंद्रकांत अग्रवाल की रिपोर्ट*
नर्मदापुरम/इटारसी। पुलिस अधीक्षक महोदय जिला नर्मदापुरम- डॉ. गुरकरण सिंह (IPS) के मार्गदर्शन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय नर्मदापुरम आशुतोष मिश्र एवं अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) नर्मदापुरम पराग सैनी के निर्देशन मे थाना कोतवाली पुलिस को आज अपनी दो टीमों के विशेष प्रयासों से एक अंतर्राज्य जालसाज गिरोह का पर्दाफाश करने एवं गिरोह से 1,17,500/- रुपये के जेवरात जप्त करने में सफलता प्राप्त हुई है। ज्ञात हो कि दिनांक 30 अप्रैल को सराफा व्यवसायी जगदीश सोनी साँवरिया ज्वेलर्स ने थाना कोतवाली नर्मदापुरम मे रिपोर्ट की थी कि अज्ञात 2 व्यक्ति उनकी दुकान पर आए और 01 सोने की चेन व 01 सोने की अंगूठी कीमती 1,17,500/- रुपये खरीदी एवं ऑनलाइन पेमेंट के लिए QR कोड पर अपने पिता द्वारा पेमेंट करने का बोला और ऑन पेमेंट पूर्ण (क्रेडिट) होने का मैसेज दिखाकर दुकान से चले गए। उन दोनों व्यक्तियों के जाने के बाद से मैसेज प्राप्त नहीं होने पर फरियादी द्वारा अपना अकाउंट देखा गया जो उसमे भी राशि प्राप्त नहीं होने पर फरियादी द्वारा उक्त घटनाक्रम की रिपोर्ट की गयी थी, जिस पर थाना कोतवाली नर्मदापुरम मे 2 अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध अपराध क्र0 351/24 धारा 420 भादवि. का पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया था।
पुलिस टीम द्वारा सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया, जिसमे दोनों संदिग्ध का ज्यूपिटर स्कूटी से भोपाल तरफ जाना पाया गया, फुटेज के आधार पर पुलिस टीम भोपाल रवाना की गयी | cctv फुटेज को फॉलो करते हुए देखने पर दोनों संदिग्ध का भोपाल से सीहोर की ओर जाना पाया गया, जिस पर दिनांक 1 मई को थाना कोतवाली नर्मदापुरम की दूसरी पुलिस टीम को सीहोर रवाना किया गया। सीहोर – इंदौर रोड पर उक्त दोनों संदिग्ध ज्यूपिटर गाड़ी से इंदौर तरफ जाते दिखे, जिनका पीछा करते हुए दोनों पुलिस टीम द्वारा आष्टा से उक्त दोनों संदिग्धों को पुलिस अभिरक्षा मे लिया गया, जिसके बाद उनका नाम पता पूछने पर अपना नाम 1. प्रतीक आचार्य पिता स्व० मधुसूदन आचार्य उम्र 23 वर्ष नि0 म0नं0 13 सड़क नंबर 8 भिलाई छत्तीसगढ़ एवं 02. मनीष कौशिक पिता श्री रामानुज कौशिक उम्र 22 वर्ष नि0 वार्ड क्रमांक 48 दुर्गा मंदिर के पास खुर्सीपार भिलाई छत्तीसगढ़ का होना बताया। उक्त दोनों व्यक्तियों से घटना के संबंध में पूछताछ करने पर उक्त घटना स्वीकार की एवं नर्मदापुरम जिले के इटारसी शहर व अन्य जिलो मे इस प्रकार की घटना करना बताया गया है। उक्त दोनों व्यक्तियों द्वारा जालसाजी कर लिए गए जेवरात जप्त किए जाकर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है एवं दोनों व्यक्तियों को न्यायालय में पेश किया गया। उक्त दोनों आरोपियों के संबंध में अन्य जिलों को भी जानकारी दी गयी है। पुलिस द्वारा सम्पूर्ण घटना का पर्दाफाश करने में लगभग 140 स्थानों पर लगे cctv केमरो की फुटेज देखी गयी। प्रकरण का आरोपी 1. प्रतिक आचार्य मुंबई से होटल मैनेजमेंट की पढाई कर रहा है एवं आरोपी 2. मनीष कौशिक भिलाई से पोलिटेक्निक की पढाई कर रहे है।
डिजिटल पेमेंट के नाम पर दो दिन में नर्मदापुरम और इटारसी में दो सराफ व्यापारियों से धोखाधड़ी की गई थी। सीसीटीवी में आरोपियों के चेहरे एक समान दिखाई दिए हैं। तकनीकी सहायता और मुखबिर तंत्र के आधार पर पुलिस बुधवार को ही अंतरराज्यीय ठगों तक पहुंच गई थी। आज गुरुवार को आरोपियों का खुलासा हो गया। पुलिस ने बताया कि 29 अप्रैल की शाम करीब 6.30 के सराफा चौक स्थित व्यापारी जगदीश सोनी की सांवरिया ज्वैलर्स पर दो युवा ठगों ने ग्राहक बनकर 1 लाख 17 हजार 500 रुपए कीमत की एक सोने की चैन और अंगूठी खरीदी। भुगतान के लिए दोनों युवकों ने दुकानदार से डिजिटल पेमेंट करने के लिए बारकोड मांगा। इसके बाद एक ठग युवक ने कहा कि इसमें दो हजार रुपए से अधिक नहीं जा रहे हैं। मेरे पिता को आपके खाते की डिटेल भेजकर भुगतान करा देते हैं। कुछ देर बाद दोनों ठग युवक ने दुकानदार को 1 लाख 17 हजार 500 रुपए का भुगतान होने का फेक मैसेज दिखाकर बिल लेकर चले गए। देर तक दुकानदार के खाते में पैसे नहीं आए पड़ताल करने पर फर्जीवाड़ा उजागर हो गया।
*इटारसी में बोले थे- पिताजी घर पर हैं, वे भुगतान करेंगे*
इटारसी के सराफा बाजार स्थित न्यू गुप्ता ज्वेलरी शो रूम पर दोनों युवक ठग सोमवार को दोपहर करीब ढाई बजे ग्राहक बनकर आए थे। दुकानदार से जीजा को सोने की चेन देने हेतु पसंद की। जिसका बिल 88 हजार 500 रुपए बना। युवकों ने कहा पिताजी घर पर हैं, वे भुगतान करेंगे। आप नंबर बता दीजिए। दुकानदार को मोबाइल पर 88,500 रुपए के ऑनलाइन भुगतान का फेंक मैसेज दिखाया । व्यापारी ने जिस नंबर पर भुगतान करवाया था, वहां कंफर्म किया तो नहीं पहुंचा था। सुधीर गुप्ता ने कुछ देर तक उनको बैठाया,फिर युवकों ने पेमेंट सक्सेस फुल होने की जानकारी दी तो दुकानदार ने युवकों को जाने दिया। दूसरे दिन भी भुगतान नहीं आया, तो फ्रॉड का शक हुआ। जिसके बाद मामले की सूचना संचालक सुधीर गुप्ता द्वारा पुलिस को दी गई।
तलाश में लगी सिटी पुलिस की दो टीमें भोपाल इंदौर हाईवे पर अंतरराज्यीय ठगों तक पहुंच गई। ठग स्कूटी से नर्मदापुरम और इटारसी आए थे। वारदात करने के बाद स्कूटी से ही फरार हो रहे थे। इसी दौरान पुलिस के शिकंजे में फंस गए। नर्मदापुरम, इटारसी के अलावा प्रदेश में भोपाल सीहोर सहित कुछ और जगह भी इसी तरह की वारदात हुई थी। इन सब जगह के फुटेज और साक्ष्यों का अनुसंधान करने के बाद पुलिस को ठगों के तार मिल गए थे। इसके आधार पर सिटी कोतवाली टीआई सौरभ पांडे और उनकी दो टीमें ठगों की तलाश में लगी थी।
*वारदात का तरीका:-* यू ट्यूब से ऑन लाइन फ्राड करने का तरीका सीखकर ज्वेलर्स की दुकान को चिन्हित कर उनके पास से जेवरात पसंद करना व ऑनलाइन पेमेंट का फेक मैसेज दिखाकर धोखाधड़ी करना।
*जप्त मशरुका :-* 1 सोने की चेन, 1 सोने की अंगूठी,1 ज्यूपिटर (स्कूटी), 2 मोबाइल कुल कीमती 3,37,500 *आरोपियों के नाम, पते :-* 1. प्रतीक आचार्य पिता स्व० मधुसूदन आचार्य उम्र 23 वर्ष नि0 म0नं0 13 सड़क नंबर 8 भिलाई छत्तीसगढ़
02. मनीष कौशिक पिता श्री रामानुज कौशिक उम्र 22 वर्ष नि0 वार्ड क्रमांक 48 दुर्गा मंदिर के पास खुर्सीपार भिलाई छत्तीसगढ़ मुख्य भूमिका :- निरीक्षक सौरभ पांडे थाना प्रभारी थाना कोतवाली नर्मदापुरम, उनि० महेश जाट, सउनि० दिनेश मेहरा, सउनि० वीरेंद्र शुक्ला प्र0आर0 118 विशाल भदौरिया, आर0 749 राजकुमार, आर0 709 अंकित, आर0 326 संगीत, आर0 717 रवि, आर0 305 कपिल, आर० 864 जितेंद्र, आर0 अभिषेक (सायबर सेल) आर० रितेश, आर0 300 संजय, आर० संतोष टेकाम, आर० सबलू यादव
पुलिस प्रशासन ने जिले के सभी व्यवसायियों को सावधान किया है कि अपने प्रतिष्ठान में एवं प्रतिष्ठान के बाहर cctv केमरे लगवाये एवं QR से पेमेंट प्राप्त करने में वे सावधानी रखें |