Itarasi News: तेजी से बढ़ रहे पत्नी पीड़ित पतियों के प्रताड़ित होने के मामले, 2 पति पहुंचे पुलिस थाने की शरण में!
परिवार परामर्श केंद्र हुआ बंद, पहले प्रति वर्ष लगभग 500 में से 350 घरेलू विवादों में समझौता करा देता था यह केंद्र, जिस पर एक माह से लगा है ताला!
संभागीय ब्यूरो चीफ चंद्रकांत अग्रवाल की रिपोर्ट
इटारसी। पिछले कुछ सालों से देखा जा रहा है कि पति अब पत्नियों से प्रताड़ित होने लगे हैं। यही वजह है कि थानों के अलावा परिवार परामर्श केंद्रों में पत्नी से प्रताड़ित पतियों की शिकायतें भी अब अधिक आने लगी है। विगत दिवस ऐसे ही दो पतियों ने सिटी थाना,इटारसी पहुंचकर अपनी अपनी पत्नियों के खिलाफ शिकायत की है। जबकि पहले इटारसी अनुविभाग के पांचों थानों रामपुर,पथरोटा, नयायार्ड,गुर्रा आदि के ऐसे सभी विवाद इटारसी सिटी थाने में संचालित परिवार परामर्श केन्द्र को रिफर कर दिए जाते थे जिसे शासन ने अब बंद कर दिया है।
कुछ सालों पूर्व तक तो यही देखा जाता रहा कि पतियों से पत्नियां प्रताड़ित होती थी। पर पत्नी की जगह अब पति भी प्रताड़ित होने लगे हैं। सिटी थाने में दो पतियों द्वारा अपनी पत्नी को शिकायत करते हुये आवेदन दिये गए हैं कि उनकी पत्नी द्वारा उनको मानसिक प्रताड़ना दी जा रही है। एक पत्नी ने घर में पति से हुए विवाद के बाद,पति के द्वारा खरीदे घर के सामान के साथ उसकी कार भी अपने मायके ले गई। जबकि जो सामान पत्नी ले गई वह उसके पति ने अपनी कमाई से खरीदा था। पत्नी से 9 साल से परेशान पति अब तलाक की मांग करते हुये सिटी थाने में आवेदन भी दे चुका है। बताया जा रहा है कि पति फौज से रिटायर्ड हो चुका है।
दूसरे मामले में पत्नी पति को परेशान करने के लिये कभी भी अपने हाथ की नस काट लेती है और उसे मानसिक प्रताड़ना देते हुए झूठे केस में फंसवाने की धमकी देती है । एक दिन पहले भी पत्नी ने ऐसा ही किया। पति काम पर गया था तो पत्नी ने हाथ की नस काट ली। जिसके बाद पति ने अपने बचाव में थाने में आवेदन दिया जबकि पत्नी थाने नहीं आई। अब पुलिस को संगीन अपराधों की तफ्तीश करते हुए,दोनों मामलों की भी जांच में लगना पड़ा है।
परिवार परामर्श केंद्र का संचालन हुआ बंद
ज्ञात रहे कि पूर्व में पति पत्नी के बीच हो रहे विवादों को सुलझाने के लिए परिवार परामर्श केन्द्र संचालित किया जा रहा था। जहां अब तक कई परिवारों को बिखरने से बचाया भी जा सका है। इटारसी के थाना स्थित परामर्श केन्द्र में भी पिछले कुछ सालों में पतियों द्वारा पत्नी से प्रताड़ित होने की शिकायतें आती थी। लेकिन पिछले एक माह से परामर्श केन्द्र को शासन नें बंद कर दिया। जबकि प्रत्येक थानों में परामर्श केन्द्र संचालित होने के कारण छोटे छोटे पति पत्नी के बीच चल रहे विवाद परामर्शदाताओं के माध्यम से काउंसलिंग करके सुलझा दिए जाते थे। जिससे कई परिवार बिखरने से बच रहे थे।
बताया जा रहा है कि प्रति वर्ष पांच सौ से अधिक ऐसे मामले सामने आते थे। इनमें से लगभग साढ़े तीन सौ से अधिक परिवारों को एक कर उन्हें बिखरने से बचा भी लिया जाता था। पुलिस थाने के स्टाफ पर भी इसका कोई लोड नहीं आता था। लेकिन अब परामर्श केन्द्र के बंद होने से महिलाएं एवं पुरुष सीधे थाने में शिकायत करते है। ऐसे में प्रकरण भी बढ़ रहे हैं। पुलिस के पास पति पत्नी के मध्य काउंसलिंग करने का समय होता नहीं। प्रायः सीधे कार्यवाही कर दी जाती है और इस तरह ऐसे पारिवारिक विवाद जो काउंसलिंग कर सुलझाया जा सकते थे, अब लीगल केस बन जाते हैं। जिससे समझोता होने के आसार कम हो जाते हैं। जबकि परामर्श केंद्र में अपनी सेवाएं देने वालों का अनुभव प्रायः यह रहा है कि 2,3 सिटिंग में दोनों पक्षों की मन की भड़ास निकाल दी जाती है तो फिर उनके मध्य आसानी से समझौता हो जाता है।
अब जिले में संचालित हो रहा माहिलाओं हेतु एकमात्र शक्ति सदन
शासन ने परिवार परामर्श केन्द्र को बंद करके अब जिले में वन स्टाफ सेंटर चालू किया है। इसके लिए तहसील स्तर पर शक्ति सदन चालू किए गए हैं। लेकिन यह मात्र महिलाओं के लिए है, जहां महिलाओं के लिए तीन वर्ष तक उनके पुर्नवास और खाने की व्यवस्था की जाती है। निःशुल्क कानूनी मदद भी दी जाती है। लेकिन दोनों पक्षों के मध्य काउंसलिंग करा समझौता कराने का अधिकार नहीं है। फिर दूसरे पक्ष के खिलाफ पुलिस कोई लीगल कार्यवाही कर देती हैं तो समझौता कराना आसान भी नहीं होता। न्यास कालोनी स्थित मुस्कान संस्था में संचालित शक्ति केन्द्र में अभी आठ ऐसी महिलाएं रह रही है। जिनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। हालांकि पत्नी प्रताड़ित पतियों के लिए यहां कोई सुविधा नहीं है। इसी तरह मुस्कान बालिका गृह में 18 साल तक की बलात्कार,प्रेम में धोखा खाकर गर्भवती हो जाने वाली, आदि मामलों से संबंधित प्रताड़ित, बेघर किशोरियों लड़कियों को रखा जा रहा है।
इटारसी-शक्ति सदन मुस्कान संस्था में आई एक ओर नन्ही परी विगत दिनों एक मानसिक विक्षिप्त महिला को नन्ही बिटिया श्यामा प्रशाद मुखर्जी हॉस्पिटल इटारसी में हुई हॉस्पिटल द्वारा महिला और बच्ची को शक्ति सदन मुस्कान में निवास के लिए रखा गया।
परिवार परामर्श केन्द्र चालू रहने से पति पत्नी के विवाद काउंसलिंग के जरिए विवादों को यथासंभव सुलझाकर परिवार को बिखरने से बचाया जाता था। लेकिन परामर्श केन्द्र बंद होने के बाद से छोटे विवाद भी अब सीधे थाने जाते हैं। ऐसे में शिकायत कर्ताओं की शिकायतों के आधार पर एफआईआर होने से पति पत्नी के बीच रिश्तों में और दूरियां बढ़ेंगी। हालांकि महिलाओं के लिए शक्ति सदन केन्द्र संचालित हो रहा है।
मनीष ठाकुर, परामर्शदाता