मतदाता का प्रण, बताएगा तीसरा चरण…
मध्यप्रदेश में तीसरे चरण का लोकसभा चुनाव सबसे ज्यादा दिलचस्प माना जा रहा है। मुरैना से राजगढ़ तक की सीटों में मुरैना और राजगढ़ दो सीटों पर सभी की नजरें टिकी हैं। मुरैना में दिग्गज नेता नरेंद्र सिंह तोमर और विष्णु दत्त शर्मा का चेहरा सामने है तो राजगढ़ में दिग्विजय की तरफ सबकी निगाहें हैं। गुना में ज्योतिरादित्य सिंधिया ध्यान आकर्षित कर रहे हैं, तो विदिशा में मामा शिवराज की जीत का अंतर कितना रहेगा यह सवाल है। भोपाल, सागर, बैतूल, ग्वालियर और भिंड लोकसभा सीटों पर अमूमन किसी का ज्यादा ध्यान नहीं है। पर यह बात साफ है कि तीसरे चरण का मतदान यह पुष्टि जरूर करेगा कि मतदाता ने क्या प्रण कर रखा था। मतदान के दिन आज एक बार फिर मतदाताओं से यही आह्वान कि सौ फीसदी करो मतदान। क्योंकि लोकतंत्र के इस महापर्व में हर जन की भागीदारी ही देश के बेहतर भविष्य के लिए जरूरी है।
मुरैना लोकसभा सीट पर भाजपा के शिवमंगल तोमर और कांग्रेस के सत्यपाल सिकरवार आमने-सामने हैं। यहां हर चुनाव की तरह जातीय समीकरण निर्णायक साबित होगा। बसपा ने रमेश गर्ग को उतारकर स्थिति को त्रिकोणीय बनाया है। कांग्रेसी दिग्गज विधायक रामनिवास रावत के भाजपा में आने से समीकरण कुछ साफ हो रहा है। यह सीट भाजपा सांसद नरेंद्र सिंह तोमर के इस्तीफे से रिक्त हुई थी।
भिंड लोकसभा सीट पर वर्तमान भाजपा सांसद संध्या राय का कांग्रेस प्रत्याशी फूल सिंह बरैया से मुकाबला है।
ग्वालियर लोकसभा सीट पर इस बार मुकाबला रोचक होने वाला है। भाजपा ने भारत सिंह तो कांग्रेस ने प्रवीण पाठक को मैदान में उतारा है। यहां वर्तमान में भाजपा सांसद विवेक नारायण शेजवलकर हैं।
गुना लोकसभा सीट पर भाजपा से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और कांग्रेस से यादवेंद्र सिंह यादव मैदान में हैं। भाजपा के केपी यादव यहां वर्तमान सांसद हैं। केपी ने पिछले चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराया था।
विदिशा लोकसभा सीट भाजपा का गढ़ है। यहां भाजपा से मामा शिवराज सिंह चौहान का मुकाबला कांग्रेस के प्रतापभानु शर्मा से है। वैसे मुकाबले की जगह यहां जीत के अंतर पर सबकी निगाहें हैं।
सागर लोकसभा सीट पर भाजपा ने लता वानखेड़े और कांग्रेस ने चंद्रभूषण सिंह बुंदेला उर्फ गुड्डू राजा पर भरोसा जताया है। दोनों ही प्रत्याशी पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। यहां वर्तमान में भाजपा सांसद राजबहादुर सिंह हैं।
तीसरे चरण में मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल पर देश और प्रदेश की नजरें हैं। वैसे इस सीट का मिजाज अपना संदेश देने में कोई कंजूसी नहीं करता। 2019 के चुनाव में भाजपा उम्मीदवार आलोक शर्मा और कांग्रेस ने अरुण श्रीवास्तव पर भरोसा जताया है। भाजपा की प्रज्ञा ठाकुर यहां से वर्तमान सांसद हैं। प्रज्ञा ने कांग्रेस दिग्गज दिग्विजय को पिछले लोकसभा चुनाव में मात दी थी।
राजगढ़ लोकसभा सीट पर वर्तमान भाजपा सांसद रोडमल नागर और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह के बीच महामुकाबला है। दिग्विजय का यह पुराना गढ है तो नागर के संग मोदी लहर है।
तो दूसरे चरण से तीसरे चरण में शामिल हुई बैतूल लोकसभा सीट पर पिछले चुनाव की तरह ही इस बार कभी भाजपा से वर्तमान सांसद दुर्गादास उइके और कांग्रेस के रामू टेकाम के बीच मुकाबला है।
परिणाम 4 जून को आएगा, जिससे शायद बस इतना ही साबित होगा कि तीसरे चरण के मतदाताओं ने क्या प्रण कर रखा था। पर तब तक जमीनी और दलीय आकलन का बाजार जीतने और हारने वाले प्रत्याशियों के भाव तय करते-करते थक चुके होंगे। फिर वही बात की हर मतदाता अपने अमूल्य मत से लोकतंत्र की कीमत में इजाफा करने का प्रण अवश्य लें ताकि भारत दुनिया में लोकतांत्रिक ताकत का लोहा मनवा सके…।