Nota Voting: इंदौर में चलेगा अबकी बार नोटा का जादू, टूटेगा नोटा वोटों का रिकार्ड
इंदौर:आमतौर पर मतदाता नोटा का विकल्प इसलिए चुनते है क्योंकि उन्हें चुनाव मैदान में उतरा कोई भी उम्मीदवार पसंद नहीं है। लेकिन इंदौर में उम्मीदवार के पसंद न होंने पर नोटा पर वोट नहीं डलेंगे बल्कि कांग्रेस की टिकिट पर कोई उम्मीदवार मैदान में न होंने के कारण कांग्रेस की विचारधारा से जुड़े वोट नोटा पर पड़ेंगे। पिछले लोकसभा चुनाव में यहां नोटा पर 5045 वोट डले थे इस बार इंदौर से नोटा को मिलने वाले वोटों का रिकार्ड तोड़ने की भरपूर कवायद हो रही है।
इंदौर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस की टिकिट पर चुनाव लड़ने वाले आशीष बम द्वारा नामांकन वापसी के आखिरी दिन मैदान छोड़ने से नाराज कांग्रेस इस बार कांग्रेस के वोट नोटा पर डलवाना चाहती है। इसके लिए कांग्रेस रोजाना लोकसभा क्षेत्र कांग्रेस के विभिन्न स्थानों पर मशाल जुलूस निकालकर लोगों को जागरुक कर रही है। गांधी प्रतिमा पर प्रार्थना सभाएं की जा रही है। लस्सी, चाय पिलाकर मतदाताओं को जागरुक किया जा रहा है।
इंदौर शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत चढ्ढढा का दावा है कि इंदौर में इस बार नोटा का रिकार्ड टूटेगा और तीन लाख वोट नोटा पर पड़ेंगे। उन्होंने बताया कि इंदौर में जब कांग्रेस ने छह हजार आॅटो रिक्शा पर अबकी बार नोटा के बैनर लगाकर दौड़ाए तो भाजपा और जिला प्रशासन भी सामने आ गया। पार्षद संध्या राय ने नोटा के प्रचार के बैनर फड़वा दिए। भाजपा आटो पर आॅटो में सवार मोदी परिवार और जिला प्रशासन मतदान अवश्य करें जैसे बैनर आॅटो पर लगाकर प्रचार पर उतर आया। रोजाना एक लाख पंपलेट नोटा पर वोट देने के लिए अखबारों के जरिए बटवाए जा रहे है। मशाल जुलूस निकाले जा रहे है। गांधी प्रतिमा पर प्रार्थना करके भी मतदाताओं को नोटा पर वोट देने की अपील की जा रही है। कहीं लस्सी पिलाकर तो कहीं चाय पिलाकर नोटा के पक्ष में अपना वोट देने की अपील कांग्रेस कर रही है।
*बूथ पर नजर, निर्दलीय उम्मीदवार के प्रतिनिधि बनकर बैठेंगे-*
कांग्रेस के उम्मीदवार इस बार लोकसभा चुनाव में नहीं है लेकिन निर्दलीय उम्मीदवारों की तरफ से कांग्रेस अपने प्रतिनिधि बूथ पर बिठाएगी। मतदाता सहायता केन्द्र भी सौ मीटर के बाद बनाए जाएंगे। यहां मतदाता सहायता के लिए पर्चियां भी दी जाएंगी साथ ही नोटा के पक्ष में मतदान की अपील भी मतदाताओं से की जाएगी।