भोपाल. मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना में किया गया अनुबंध 31 मार्च तक बढ़ा दिया गया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ने कहा कि MP में तीसरी लहर का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। MP में इस समय पॉजिटिव मामलों की संख्या 200 से ज्यादा हो गई है इसलिये सावधानी जरूरी है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना के केस पहले इंदौर और भोपाल में ही आ रहे थे, अब धीरे-धीरे अन्य जिलों में भी केस आते जा रहे हैं।
वर्तमान में 34 जिलों में एक्टिव केस नहीं है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना टेस्ट का लक्ष्य बढ़ायें। यह मानकर चले कि ओमिक्रान हमारे यहाँ आ गया है। प्रदेश में वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके नागरिक ही जिम, सिनेमा हॉल एवं अन्य स्थानों पर जा सकेंगे। आर्थिक गतिविधियों पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े, यह भी सुनिश्चित किया जाए। आॅक्सीजन की कमी नहीं रहने दें। मास्क लगाना जरूरी है।
प्रदेश के कलेक्टरों, पुलिस अधीक्षकों, आईजी व कमिश्नरों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये कोरोना की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों के साथ बैठक करें। प्रभारी मंत्री भी बैठकों में जुड़ें। संक्रमण को प्रभावी रूप से रोकने के लिए मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, अनावश्यक भीड़ वाले आयोजन से बचें। कलेक्टर इसका पालन कराएं। पॉजीटिव आने पर 30 लोगों की कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग हो। होम आइसोलेशन की व्यवस्था न होने पर अस्पताल में भर्ती करें।
अस्पतालों में वेंटीलेटर्स और बिस्तरों की पर्याप्त व्यवस्था हो। कंसन्ट्रेटर चालू करके देख लें। बिजली व्यवस्था ठीक रहें, जनरेटर की भी व्यवस्था हो। आवश्यक दवाओं का कम से कम एक महीने का स्टॉक हो। कोविड केयर सेंटर को फिर से चिन्हित करें। PSA संयंत्र के लिए तकनीशियन की व्यवस्था रखें। सभी जिलों में प्लानिंग रिपोर्ट बना लें। मैपिंग कर प्रायवेट और शासकीय अस्पतालों में बिस्तरों की व्यवस्था को देखें। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल, मेडिकल कॉलेज में समन्वय करें।