Digitization of Crime Records : कुख्यात अपराधियों के दर्ज मामलों का डिजिटलाइजेशन होगा!
Indore : शहर में बढ़ते अपराधों पर नियंत्रण के लिए पुलिस तमाम प्रयास कर रही है, लेकिन घटनाएं कम नहीं हो पा रही। बदमाशों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि वे व्यस्त क्षेत्रों में दिनदहाड़े वारदातों को अंजाम देने लगे। पुलिस ने कुछ माह पहले सूचीबद्ध, आदतन बदमाशों को बाउंड ओवर किया था। उनकी सारी जानकारियों को संग्रहित कर सूचीबद्ध किया था। अब इस सूची को अपडेट किया जा रहा है।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अमित सिंह ने बताया कि सम्पत्ति संबंधी अपराध जैसे लूट, डकैती, चोरी करने वाले वाले बदमाशों की कुंडली तैयार की जा रही है। इसमें वे किससे जुटे हैं, किस हथियार का उपयोग करते हैं। उनकी कमाई का जरिया क्या है। अपराध के बाद उन्हें सुरक्षा कौन देता है। मोबाइल नंबर, वाहन नंबर, फोटो, परिवार, रिश्तेदार,दोस्तों, अपराधों की सूची, डोजियार भरने, जेल जाने, सजा आदि की जानकारी दोबारा इकट्ठा की जा रही है।
यही नहीं, अपराधी कहां जाता है, किससे मिलता है का भी डाटा पुलिस के पास रहेगा। अब तक यह जानकारी थानों के कम्प्यूटर में रहती थी, जिससे बदमाश के पकड़ाने के बाद उसकी जानकारी मिल पाती थी। अब अपडेट सूची स्टाफ गश्त, संबंधित बीट प्रभारी, टीआई, सहायक पुलिस आयुक्त के सरकारी मोबाइल में की जाएगी। मोबाइल में सूची होने से अपराधी पर नजर रखने में जहां आसानी रहेगी, वहीं मौके पर ही अपराधी का सारा खाका सामने आ जाएगा।