Kissa-A-IPS:Cricketer Turned IPS: मजबूरी में छोड़ा क्रिकेट, बने IPS अफसर !
सामान्यतः लोग करियर के मामले में किस्मत से ज्यादा कर्म को मानते हैं। इसलिए कि यदि कोई गंभीरता से अपने लक्ष्य साधने की कोशिश करेगा, तो फिर किस्मत भी उसके आड़े नहीं आती! लेकिन, कभी किसी के साथ कुछ ऐसा होता है कि मानना पड़ता है कि करियर में किस्मत की भी भूमिका है। हैदराबाद के कार्तिक मधिरा के साथ भी कुछ ऐसा। उनकी रूचि क्रिकेटर बनने की थी, पर शायद किस्मत में यह नहीं था। फिर कुछ ऐसे हालात बने कि उन्हें क्रिकेट का बल्ला छोड़ना पड़ा और अब वे IPS अफसर हैं। यदि वे क्रिकेट खेलते रहते तो शायद कभी आईपीएस नहीं बनते। यह भी तय नहीं कि क्रिकेट में वे ऊंचाई तक पहुंचते जहां उनका लक्ष्य था। इसलिए कहा जा सकता है कि उनकी किस्मत में क्रिकेट का किट नहीं, बल्कि खाकी वर्दी थी।
हैदराबाद के क्रिकेटर रहे कार्तिक मधिरा में छोटी उम्र से ही क्रिकेट खेलने का जुनून था। जब वे बल्लेबाजी करते तो देखने लगता था कि वे टीम इंडिया में अपनी जगह बनाएंगे। अंडर-13, अंडर-15, अंडर-17 और अंडर-19 लेवल तक की टीम में वे आसानी से पहुंचे। परिवार ने भी उन्हें नहीं रोका और वे इस खेल में आगे बढ़ते रहे। फिर एक दिन ऐसा आया, जिसने उनकी दुनिया ही बदल दी। दरअसल, खेल के दौरान ही उन्हें मैदान में ऐसी चोट लगी, जिसने उनके क्रिकेट करियर के आगे पूर्ण विराम लगा दिया। फिर उसकी जिंदगी में कुछ ऐसे कारण भी आए, जिनकी वजह से उनको क्रिकेट को अलविदा कहना पड़ा।
12वीं की पढ़ाई के बाद कार्तिक ने हैदराबाद की जवाहरलाल नेहरू टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। इंजीनियरिंग के बाद शुरुआत में उन्होंने करीब 6 महीने ‘डेलॉइट’ कंपनी में काम किया, लेकिन वहां उनका मन नहीं लगा।
इसके बाद मैं यूपीएससी की तैयारी में जुट गए। ये वो निर्णायक मोड़ था जहां उन्हें अपने करियर का फैसला करना था। वे टीम इंडिया की नीली जर्सी नहीं पहन सके, लेकिन खाकी वर्दी पहनने प्रण कर लिया। कार्तिक ने यूपीएससी परीक्षा पास करके IPS अधिकारी बनने का फैसला किया। पर ये सब आसान नहीं था।
शुरु में उन्हें नाकामयाबी झेलना पड़ी। 2016 में कार्तिक ने पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी। किंतु, प्रीलिम्स भी पास नहीं कर सके। इसके बाद की दो कोशिशें भी ऐसी ही रही। लेकिन, शायद ये उनकी परीक्षा की घड़ी थी। कार्तिक लगातार तीन बार यूपीएससी की प्रीलिम्स में फेल हुए। पर, उनका हौसला नहीं टूटा। कार्तिक मधिरा ने यूपीएससी की तैयारी होलिस्टिक अप्रोच के साथ की। लगातार रिवीजन पर जोर दिया। प्रीलिम्स और मेन्स के लिए कई टेस्ट सीरीज सॉल्व किए और अपनी राइटिंग स्किल को भी निखारा। इसके अलावा अपनी पर्सनालिटी पर भी काफी काम किया।
2019 में चौथी बार उनकी कोशिश कामयाब रही। इस बार, उन्होंने प्रीलिम्स परीक्षा पास की और जब मेंस का रिजल्ट आया तो कार्तिक ने उसे भी पास कर लिया। कार्तिक को इंटरव्यू का कॉल आया तो उनका दिल धड़कने लगा। जब यूपीएससी का फाइनल रिजल्ट आया तो मेरिट लिस्ट में कार्तिक मधिरा को 103वीं रैंक मिली। कार्तिक को महाराष्ट्र में आईपीएस कैडर मिला। इस समय वो लोनावाला में एएसपी के पद पर तैनात हैं। कार्तिक मधिरा ने मज़बूरी में क्रिकेट खेलना छोड़ दिया हो, पर उनका क्रिकेट प्रेम अभी भी कम नहीं हुआ। जब भी उन्हें मौका मिलता है, वे क्रिकेट जरूर खेलते हैं।