Big Action: 2 हजार करोड़ के भ्रष्टाचार मामले में IAS अधिकारी- कलेक्टर सस्पेंड,ब्यूरोक्रेसी में हड़कंप!

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Big Action: 2 हजार करोड़ के भ्रष्टाचार मामले में IAS अधिकारी- कलेक्टर सस्पेंड,ब्यूरोक्रेसी में हड़कंप!

 

अहमदाबाद: गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने 2000 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार से जुड़े एक मामले में बड़ा एक्शन लिया है। राज्य सरकार ने वलसाड के कलेक्टर IAS अधिकारी आयुष ओक को निलंबित कर दिया है। ओक 2011 बैच के IAS अधिकारी है।

प्राप्त जानकारी अनुसार सूरत में करोड़ों रुपये के जमीन घोटाले के मामले में बड़ी कार्रवाई से ब्यूरोक्रेसी में हड़कंप मच गया है। ऐसा माना जा रहा है कि आयुष ओक डुमस लैंड घोटाले में निलंबित किए गए हैं।

IAS आयुष ओक पर सूरत के कलेक्टर रहने के दौरान सरकार को नुकसान पहुंचाने का आरोप है। ऐसा माना जा रहा है कि सरकार ने आयुष ओक के खिलाफ सबूत मिलने के बाद यह कार्रवाई की है।

 

गुजरात सरकार की तरफ से आदेश में कहा गया है कि वलसाड जिले के कलेक्टर IAS आयुष ओक को निलंबित कर दिया गया है। आदेश में कहा गया है कि आयुष ओक के खिलाफ गंभीर लापरवाही के आरोपों के लिए अनुशासनात्मक कार्यवाही पर विचार किया जा रहा है। उनके फैसलों से सरकारी खजाने को भारी वित्तीय नुकसान हुआ है।

ओक 23 जून, 2021 से 01 फरवरी 2024 तक सूरत के कलेक्टर रहे थे। इसी दौरान उनके ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं।

 

IAS आयुष ओक के ऊपर आरोप है कि उन्होंने अपने सूरत से ट्रांसफर से पहले कुछ विवादित फैसले लिए। यह फैसले सरकारी जमीनों को लेकर थे। उन्होंने 29 जनवरी को सिटी प्रोविंस की रिपोर्ट के बाद भी तमाम कब्जाधारियों के पक्ष में फैसला सुनाया। इससे सरकार को राजस्व का भारी नुकसान हुआ। कहा जा रहा है कि सिटी प्रोविंस की रिपोर्ट में तमाम फैक्ट्स थे। इसके बाद भी कलेक्टर ने यह निर्णय किए।

पता चला है कि राज्य सरकार ने चुनाव आचार संहिता के बीच जांच करवाई। इसमें संलिप्तता मिलने पर अब आयुष ओक को सस्पेंड कर दिया गया है। सरकार को हुआ नुकसान 2000 करोड़ रुपये के करीब का बताया जा रहा है।