जबलपुर। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के 5 बार अध्यक्ष रहे, वरिष्ठ अधिवक्ता व संविधान वेत्ता पं आदर्शमुनि त्रिवेदी का 70 वर्ष की आयु में निधन हो गया। 12 जनवरी 1952 को जन्मे श्री आदर्शमुनि 1975 में अधिवक्ता बने औऱ 1980 में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय कुलसंसद के सदस्य बने। 1992 में जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष बने, इसी वर्ष उन्हें मध्यप्रदेश शासन का उप महाधिवक्ता नियुक्त किया गया। 1993 में नव संविधान परिषद का गठन कर आदर्शमुनि त्रिवेदी ने भारत का नया संविधान प्रस्तावित किया। इसके बाद भारत नवनिर्माण जनक्रांति के बैनर तले संविधान बदलने की लगातार मुहिम चलाई। 2003 में हाईकोर्ट से वरिष्ठ अधिवक्ता मनोनीत किये गए। पं त्रिवेदी 1995 से 2019 तक एमपी स्टेट बार काउंसिल के सदस्य व उपाध्यक्ष रहे।
प्रख्यात वक्ता, लेखक, हिंदी-अंग्रेजी,संस्कृत व जर्मन भाषा के प्रकाण्ड विद्वान व जय रेवाखंड के संस्थापक आदर्शमुनि त्रिवेदी ने अखिल भारतीय श्री ब्राम्हण सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर रहते मध्यप्रदेश प्रगतिशील ब्राम्हण महासभा को संरक्षण देकर समाज को एकजुट करने का अभियान चलाया। पं. त्रिवेदी ऐतिहासिक बड़ी खेरमाई मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष रहे, उनके मार्गदर्शन में बड़ी खेरमाई मंदिर का जीर्णोद्धार हुआ। अनेक सामाजिक, धार्मिक,सांस्कृतिक व साहित्यिक संस्थाओं के संस्थापक रहे पं आदर्शमुनि त्रिवेदी ने अनेक जनहित याचिकाओं के माध्यम से संवैधानिक विषयों को चुनोती देकर देश व समाज को लाभान्वित किया। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट द्वारा मदन महल पहाड़ी से अतिक्रमण हटाने के मामले में उन्हें कमिश्नर नियुक्त किया था। वकालत पेशे के पहले आदर्शमुनि त्रिवेदी ने पत्रकारिता से जुड़कर युगधर्म, टाइम्स लाइफ व टाइम्स ऑफ इंडिया के संवाददाता के रूप में कार्य किया।
पं त्रिवेदी की अंतिम यात्रा मंगलवार 28 दिसंबर को उनके निज निवास शतकृतु आश्रम, दमोह नाका से पूर्वान्ह 11 बजे ग्वारीघाट मुक्तिधाम के लिए प्रस्थान करेगी।