Kulaste Was not to Become MoS : चौथी बार राज्यमंत्री नहीं बनना चाहते थे कुलस्ते, इसलिए मंत्रिमंडल में शामिल नहीं!
New Delhi : इस बार मोदी मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए गए आदिवासी नेता और सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते ने एक बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि मैंने केंद्रित मंत्रिमंडल में चौथी बार राज्य मंत्री बनने से इंकार कर दिया। वे बोले कि मैं तीन बार राज्यमंत्री रह चुका अब नहीं।
मंडला सीट से सांसद बने गए फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि मैं तीन बार राज्यमंत्री रह चुका हूं। चौथी बार राज्य मंत्री बनना अच्छा नहीं है, इसलिए मैंने इस कारण साफ इनकार कर दिया। अगर मुझे कैबिनेट मंत्री बनाया जाता तो अच्छा रहता। फग्गन सिंह कुलस्ते पहले तीन बार राज्य मंत्री रहे हैं। माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में कुलस्ते को चुनाव में उतारा गया था, पर वे हार गए। इसके बाद उन्हें लोकसभा चुनाव में फिर मंडला सीट से मौका दिया गया और वे जीत गए थे।
फग्गन सिंह कुलस्ते इससे पहले ग्रामीण विकास राज्य मंत्री थे। वे प्रधानमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल के दौरान स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री थे। कुलस्ते 1999 से 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में आदिवासी मामले एवं संसदीय कार्य राज्य मंत्री थे।
फग्गन सिंह कुलस्ते को समाज में शिक्षा के प्रचार-प्रचार के लिए काम करने के लिए जाना जाता है। उन्होंने अनेक समितियों का गठन कर आदिवासियों को अपनी सांस्कृतिक गतिविधियों को जीवित रखने के लिए प्रोत्साहित किया और समाज के कमजोर वर्गों को फ्री में शिक्षा उपलब्ध कराई।
केंद्र सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के अनुसार फग्गन सिंह कुलस्ते का जन्म 18 मई 1959 को मंडला के बाराबटी जिले में हुआ था। कुलस्ते के पास एमए, बीएड और एलएलबी की डिग्री है। उन्होंने अपनी पढ़ाई मंडला कॉलेज, डॉ हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर और रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय और जबलपुर से पूरी की। उन्होंने सावित्री कुलस्ते से शादी की है और उनकी 3 बेटियां और 1 बेटा है।