New Governor Soon : 9 राज्यों में राज्यपाल का कार्यकाल पूरा हो रहा, नए राज्यपाल बनेंगे!

पशुपति कुमार पारस, डॉ हर्षवर्धन और मेनका गांधी के भी नाम चर्चा में!

744

New Governor Soon : 9 राज्यों में राज्यपाल का कार्यकाल पूरा हो रहा, नए राज्यपाल बनेंगे!

New Delhi : देश के 9 राज्यों के राज्यपालों का पांच साल का कार्यकाल पूरा हो रहा है। अटकलें हैं कि भाजपा ने जिन वरिष्ठ नेताओं को लोकसभा में मैदान में नहीं उतारा उन्हें राज्यपाल का पद सौंपा जा सकता है। इस रेस में कई नेताओं के नाम की चर्चा है। लेकिन, लोकसभा के नतीजों के साथ ही भाजपा के लिए राज्यपाल की नियुक्ति भी टेढ़ी खीर बन गई। क्योंकि, सहयोगी दलों को साथ लिए बिना भाजपा इस पर फैसला नहीं कर सकती। सरकार का संतुलन बनाए रखने के लिए राज्यपाल के कुछ पद भाजपा को एनडीए के सहयोगी दलों को भी देना पड़ेंगे।

ये 9 राज्य ऐसे हैं जहां राज्यपालों का कार्यकाल जुलाई से सितंबर के बीच खत्म होने वाला है। उत्तर प्रदेश में आनंदी बेन पटेल, राजस्थान में कलराज मिश्र, गुजरात में आचार्य देवव्रत, केरल में आरिफ मोहम्मद खान, हरियाणा में बंडारू दत्तात्रेय, महाराष्ट्र में रमेश बैस, मणिपुर में अनुसुइया उइके, मेघालय में फागू चौहान और पंजाब में बनवारी लाल पुरोहित का राज्यपाल के पद पर कार्यकाल खत्म हो रहा है।

 

पशुपति कुमार पारस बनेंगे राज्यपाल 

संभावित राज्यपालों में सबसे पहला नाम चिराग पासवान के चाचा पशुपति कुमार पारस का है। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने चिराग के समर्थन के लिए पशुपति पारस के साथ कई बैठक की थी। पहले तो वे चिराग का साथ देने के लिए राजी नहीं हुए, लेकिन बाद में उन्होंने चिराग का पूरा साथ दिया और इसका नतीजा भी अच्छा रहा। चिराग और उनके उम्मीदवारों में पांच लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की. ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि भाजपा पशुपति पारस को राज्यपाल बना सकती है।

 

इन नेताओं को मौका मिलने के आसार 

भाजपा ने बिहार में अश्विनी चौबे को लोकसभा टिकट नहीं दिया था। उत्तर प्रदेश में वीके सिंह ने लोकसभा चुनाव का उम्मीदवा घोषित होने से पहले ही चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा कर दी थी। दिल्ली में डॉ हर्षवर्धन सिंह को भाजपा ने चुनावी मैदान में नहीं उतारा। इन नेताओं के साथ भाजपा लोकसभा चुनाव में हारे उम्मीदवारों को भी राज्यपाल का पद सौंप सकती है।

हारे हुए उम्मीदवारों की बात करें तो इसमें महेंद्र नाथ पांडेय और मेनका गांधी के नाम की चर्चा भी हो रही है। इन दोनों नेताओं ने केंद्र में महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाली है। जेडीयू और टीडीपी के वरिष्ठ नेताओं को भी 1-2 राज्यों में राज्यपाल का पद दिया जा सकता है।