Posted in Indore for Years : अंगद के पैर की तरह सालों से इंदौर में जमे 17 आबकारी उपनिरीक्षक!

सरकारें बदल गई, अफसर बदल गए, पर इन उपनिरीक्षकों को कोई हटा नहीं सका! 

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Posted in Indore for Years : अंगद के पैर की तरह सालों से इंदौर में जमे 17 आबकारी उपनिरीक्षक!

इंदौर से गोविंद राठौर की रिपोर्ट 

Indore : सामान्यतः सरकारी सेवा के अधिकारियों और कर्मचारियों को किसी एक स्थान पर अधिकतम तीन साल तक पदस्थ रहने दिया जाता है। क्योंकि, यह शासकीय सेवा का नियम है। लेकिन, इस नियम का इंदौर के आबकारी विभाग में पालन होते नजर नहीं आता। विभाग में कई सालों से ये अधिकारी और कर्मचारी जमे हुए है। इसका तबादला नहीं किया जा रहा।

यहां कई अधिकारी तो 10 साल से ज्यादा समय से जमे हुए है। एक महिला उपनिरीक्षक तो पिछले 13 साल से यहीं पदस्थ है। इसके अलावा करीब आधा दर्जन ऐसे अधिकारी हैं, जिन्हें 5 से 7 साल हो गए। तीन साल से ज्यादा जमे भी कई हैं। इन अधिकारियों का तबादला नहीं होने की कई बार शिकायत भी की जा चुकी है। लेकिन, ये इतने रसूखदार हैं कि प्रदेश में किसी की भी सरकार रहे और कितनी भी चुनाव आचार संहिता लगे, आबकारी के ये अधिकारी अंगद की तरह जमे हैं। इनकी इतनी पहुंच है कि यदि इंदौर से इनका तबादला भी किया जाता है, तो ये कुछ समय बाद वापस यहीं आ जाते हैं। इनके नाम पर कोई बड़ी उपलब्धि भी दर्ज नहीं है, लेकिन इसके बाद भी इन्हें यहां से कोई हटा नहीं पा रहा।

 

तीन साल में हैं पदस्थापना का नियम

सामान्य प्रशासन विभाग के नियम के अनुसार एक अधिकारी तीन साल तक ही एक जिले में पदस्थ रह सकता है। चुनाव के समय तो यह नियम दिखावे के लिए याद दिलाए जाते हैं और पदस्थापना की जाती है। लेकिन, बाद में हालत वही हो जाती है। यह सिर्फ आबकारी विभाग में नहीं है, कई विभागों में कर्मचारी लंबे समय से जमे हुए है।

 

प्रियंका शर्मा 13 साल से, आशीष जैन 7 साल से जमे

आबकारी विभाग के सूत्रों मुताबिक, विभाग में पदस्थउपनिरीक्षक प्रियंका शर्मा पिछले 13 साल से यहीं पदस्थ है। वरिष्ठ अधिकारियों को भी इस बारें में जानकारी है। इसके बावजूद इसे नजरअंदाज किया जा रहा। साथ ही उपनिरीक्षक आशीष जैन यहां 7 साल पहले ट्रेनिंग के लिए आए थे, लेकिन इसके बाद से यहीं जमे रह गए।

 

ये उपनिरीक्षक इतने सालों से जमे

 

– प्रियंका शर्मा 13 साल

– आशीष जैन 7 साल

– नरेंद्र प्रसाद 7 साल

– भगवान सिंह अहिरवार 6 साल

– लक्ष्मीकांत रामटेके 6 साल

– राजेश तिवारी 5 साल

– महेंद्र गौड़ 5 साल

– मीरा सिंह 5 साल

– निलेश नेमा 5 साल

– सुनिल मालवीय 5 साल

– मीना माल 5 साल

– अमर सिंह बघेल 4 साल

– सोनाली बैंजामिन 4 साल

– मनोहर खरे 4 साल

– राकेश मंडलोई 4 साल

– मनीष राठौर 4 साल

– शालिनी सिंह 3 साल से अधिक