Suspend: CMO निलंबित,बिना काम के 45 कर्मियों को दिया 8 माह का वेतन, कबाड़ी के साथ मिलकर किया गोलमाल!

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Suspend: CMO निलंबित,बिना काम के 45 कर्मियों को दिया 8 माह का वेतन, कबाड़ी के साथ मिलकर किया गोलमाल!

 

भोपाल :नगरीय निकायों में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है। नगर परिषद कैलारस के प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी रमाशंकर शर्मा ने अनियमित भर्ती के कारण हटाए गए 45 कर्मचारियों को न केवल पुन: सेवा में रख लिया बल्कि उन्हें आठ माह तक बिना किसी काम के वेतन का भी भुगतान कर दिया। कबाड़ी के साथ मिलकर नगर परिषद को आर्थिक नुकसान भी पहुंचाया। अब जांच के बाद उसे निलंबित कर दिया गया है। नगर परिषद कैलारस मेें सहायक ग्रेड दो रमाशंकर शर्मा को प्रभारी परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण के साथ प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर परिषद कैलारस का प्रभार भी सौपा गया था। इन पदों पर रहते हुए शर्मा ने जमकर भ्रष्टाचार किया।

कैलारस के मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने तत्कालीन प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा पद पर रहते हुए किए गए भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच कर FIR दर्ज कराने का अनुरोध किया था।

नगरीय प्रशासन एवं विकास ग्वालियर संभाग के संभागीय संयुक्त संचालक ने मुख्य नगरपालिका अधिकारी नगर परिषद कैलारस से इस मामले में परीक्षण कर विस्तृत प्रतिवेदन मांगा था।

प्रतिवेदन में बताया गया कि रमाशंकर शर्मा को जून 2023 में मुख्य नगरपालिका अधिकारी नगर परिषद कैलारस का अतिरिक्त प्रभार सौप कर शर्मा को कर्मचारियों के वेतन, भत्ते तथा बिजली, पानी टेलीफोन के बिल और अन्य आवश्यक बिलों के भुगतान के अधिकार दिए गए थे। शर्मा ने निकाय में उपलब्ध अनुपयोगी पुराने सामान की नीलामी करवाई और एक लाख से अधिक की सामग्री के लिए ई टेंडर न कर आॅफलाईन नीलामी की। नीलामी में केवल लोहा, एल्यूमीनियम की नीलामी कर कोषालय में चैक जमा कराया लेकिन कबाड़ी के साथ मिलकर बाकी सामग्री प्लास्टिक, कागज, पीतल, बिजली के चौक, फाइबर डस्टबिन, केबिल, कम्प्यूटर, सोडियक चौक, एलईडी फक्चर, सोडियम बल्व, वाहन टायर, अन्य बिजली सामग्री, बैटरी, तांबे की भी साथ में नीलामी कर कबाड़ लेने वाले बोलीदाता ठेकेदार के साथ मिलकर खुर्दबुर्द कर दी।

पद पर रहते हुए उन्होंने पहले निकाय के 109 दैनिक वेतन भोगी और संविदाकर्मियों की नियुक्ति को अनियमित मानकर उनकी सेवाएं समाप्त करवाई फिर उनमें से 45 को फिर से काम पर रख लिया और उनके आठ माह का वेतन बिना किसी कार्य के भुगतान करवा दिया। शर्मा को बिजली, पानी, टेलीफोन के बिल कर्मचारियों के वतन भत्ते भुगतान का अधिकार दिया गया था लेकिन उन्होंने सभी प्रकार के बिलों का भुगतान किया। उनके द्वारा वित्तीय और प्रशासनिक अनियमितताएं और भ्रष्टाचार किया गया। इसके चलते अपर आयुक्त नगरीय प्रशासन कैलाश वानखेड़े ने उन्हें निलंबित कर दिया है। निलंबन काल में उनका मुख्यालय संभागीय संयुक्त संचालक नगरीय विकास ग्वालियर रहेगा और उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा।