Controversial Statement : प्रदीप मिश्रा के बयानों का विरोध, पहले राधा पर गलत बयानी, फिर तुलसीदास जी को ‘गंवार’ बताया!

बरसाने और उज्जैन में विरोध, पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराई गई!

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Controversial Statement : प्रदीप मिश्रा के बयानों का विरोध, पहले राधा पर गलत बयानी, फिर तुलसीदास जी को ‘गंवार’ बताया!

 

Ujjain : कुबेरेश्वर धाम के पंडित प्रदीप मिश्रा अपने बयानों की वजह से लगातार विवादों में घिर रहे हैं। बीते दिनों राधा रानी पर बयान देकर आक्रोश झेल रहे प्रदीप मिश्रा मिश्रा ने अब गोस्वामी तुलसीदासजी को गंवार बताया। पहले वे कृष्ण भक्तों के निशाने पर आए अब अपने ताजा बयान से राम भक्तों के निशाने पर हैं।

कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के खिलाफ उज्जैन के जीवाजीगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर और मौनी तीर्थ के पीठाधीश्वर सुमनानंद गिरि महाराज ने तुलसीदास जी को ‘गंवार’ बताने पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि प्रदीप मिश्रा के बयान से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। उन्होंने मिश्रा के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने एसपी प्रदीप शर्मा और कलेक्टर नीरज सिंह से भी इस मामले की शिकायत की है।

 

भावनाओं को ठेस पहुंची

करीब एक हफ्ते पहले पंडित प्रदीप मिश्रा का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया था। वीडियो में वह कहते सुने जा रहे थे कि ‘हमको कुछ नहीं आता, हम तुलसीदास जी की तरह गंवार हैं।’ इसके बाद उज्जैन में श्री मौनतीर्थ पीठ के पीठाधीश्वर स्वामी डॉ सुमनानन्द गिरि महाराज ने थाने, कलेक्टर और एसपी को दिए आवेदन में लिखा कि कुबेरेश्वरधाम के कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने बयान के माध्यम से श्रीरामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास को गंवार कहा है। मिश्रा जी खुद को गंवार मानें तो ठीक है, लेकिन महान संत तुलसीदास जी से अपनी तुलना करना उन्हें शोभा नहीं देता।

 

वैचारिक आस्था की हत्या की

आगे उन्होंने लिखा कि गोस्वामी तुलसीदास जी मेरे परम आराध्य हैं। प्रदीप मिश्रा जी ने वैचारिक आस्था की हत्या की है। इससे मैं अत्यंत व्यथित और अवसाद में हूं। इससे मेरी नितांत निजी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। अगर कानूनी कार्रवाई नहीं की जाती है, तो कोर्ट की शरण लेनी पड़ेगी। जीवाजीगंज थाने के सब इंस्पेक्टर डीएस रावत ने कहा कि शिकायती आवेदन मिला है। इस मामले में जांच के बाद उचित करवाई की जाएगी।

राधा रानी पर की टिप्पणी का भी विरोध

इससे पहले प्रदीप मिश्रा ने बरसाने वाली राधा रानी के बारे में कथा के दौरान कुछ विवादित टिप्पणियां की, इससे सभी ब्रजवासी नाराज हैं। इस पर शुरू हुआ बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा। 24 जून को ब्रज में साधु संतों, ब्रजवासियो ने इस विषय पर विस्तार से चर्चा करने के लिए महापंचायत का आयोजन किया। महापंचायत में संतों ने कहा कि प्रदीप मिश्रा के दिए गए विवादित बयानों शर्मनाक हैं और इन्हें अपराध की श्रेणी में रखा जाना चाहिए।

ब्रजवासी महापंचायत बरसाना के मान मंदिर परिसर के रास मंडप में हुई। राधा रानी के जन्मस्थान और उनके परिजनों पर पंडित प्रदीप मिश्रा के विवादित बयानों को लेकर राधा रानी के बरसाने में रास मंडप में महापंचायत का आयोजन किया गया था। इस महा पंचायत में समस्त ब्रज क्षेत्र के साधु-संतों और अन्य ब्रजवासियों ने हिस्सा लिया है। महापंचायत में ब्रज तीर्थ देवालय न्यास, धर्म रक्षा संघ, ब्रह्मण सेवा संघ, तीर्थ पुरोहित समाज, गौ रक्षक दल, यमुना भक्त मंडल भी शामिल हुए।

 

महापंचयात में उठी मांग

महापंचायत में प्रदीप मिश्रा का एक सुर में विरोध किया गया है। सभी साधु संतों और ब्रजवासियों ने कहा कि जब तक प्रदीप मिश्रा ब्रज में आकर नाक रगड़ कर राधा रानी से क्षमा नहीं मांगेंगे उन्हें माफ नहीं किया जाएगा। साधु संतों ने कहा कि प्रदीप मिश्रा ने जो किया है वह कोई गलती नहीं है बल्कि अपराध है।

महापंचायत ने एक और मांग पर सहमति जताई है जिसमें कहा गया है कि प्रदीप मिश्रा को सोशल मीडिया पर वीडियो भी शेयर करना होगा जिसमं उन्हें कहना होगा कि उनकी मति मारी गई इसलिए ऐसे शब्द बोले गए। कुंभ को लेकर भी कहा गया है कि अगर प्रदीप मिश्रा ने माफी नहीं मांगी तो उन्हें कुंभ में घुसने नहीं दिया जाएगा।