Implicated by Speaking Hindi : जैसे ही मुंह से निकला हिंदी शब्द, पूछताछ के बाद यात्री हुआ अरेस्ट!

मास्को से आए यात्री ने इमिग्रेशन अधिकारी को बरगलाना चाहा, पर फंस गया!

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Implicated by Speaking Hindi : जैसे ही मुंह से निकला हिंदी शब्द, पूछताछ के बाद यात्री हुआ अरेस्ट!

 

New Delhi : कभी-कभी व्यक्ति का ज्यादा होशियार बनना ही उसके लिए समस्या बन जाता है। दिल्ली एयरपोर्ट पर मास्को से आए एक यात्री के साथ कुछ ऐसा ही हुआ। उसके पासपोर्ट पर पटना का पता दर्ज था, लेकिन जब उससे पूछताछ की गई तो  बांग्लादेशी निकला, जिसका असली नाम भी वह नहीं था पासपोर्ट पर दर्ज था। दरअसल, उसका गलत हिंदी बोलना उसे भारी पड़ गया।
एयरपोर्ट पर पूछे गए सवालों का जवाब हिंदी में देना विदेश से आए एक यात्री के लिए मुश्किल बन गया। ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन के अधिकारियों ने पहले तो इस यात्री से लंबी पूछताछ की, फिर यात्री को आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस के हवाले कर दिया। आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने भी इस शख्स को ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन की शिकायत पर गिरफ्तार कर लिया।     यह पूरा मामला दिल्‍ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के टर्मिनल-थ्री का है। आईजीआई एयरपोर्ट की सुरक्षा से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, टर्मिनल-थ्री स्थित ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन के काउंटर पर एयरोफ्लोट एयरलाइंस की फ्लाइट एसयू-232 के यात्रियों के पासपोर्ट और वीजा की जांच चल रही थी। यह फ्लाइट रूस के मास्को शहर से चलकर दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पहुंची थी।
इमिग्रेशन अफसर अमित कुमार के सामने एक यात्री पहुंचा और उसने जांच के लिए अपना पासपोर्ट आगे बढ़ा दिया। जांच के दौरान, इमिग्रेशन अफसर अमित कुमार ने पाया कि पटना आरपीओ से जारी इस पासपोर्ट पर वहीं का स्थानीय पता दर्ज है। इस बीच, इमिग्रेशन अफसर अमित कुमार ने कुछ औपचारिक सवाल अरका बिश्वास नाम के इस यात्री से पूछ लिए।     अरका ने जैसे ही इन सवालों का जवाब हिंदी में दिए, इमिग्रेशन अफसर अमित कुमार गुस्सा आ गया। अफसर ने एक बार फिर पासपोर्ट के बायोडाटा पेज को अच्छी तरह से पढ़ा और फिर कुछ सवाल किए। यह शख्स जैसे जैसे हिंदी में जवाब देता जा रहा था, इमिग्रेशन अधिकारी का चेहरा उतना ही शख्स होता जा रहा था।
अमित कुमार को यह बात खल रही थी कि पटना में रहने वाला शख्स इतनी गलत हिंदी कैसे बोल सकता है। इसी शक के आधार पर इमिग्रेशन ऑफिसर अमित कुमार ने अरका विस्‍वास से पूछताछ शुरू की। पूछताछ के दौरान, अरका के कब्जे से मिले दस्‍तावेज देखकर इमिग्रेशन अफसरों का शक पुख्ता हो गया। दस्‍तावेजों से पता चला कि अरका मूल रूप से बांग्लादेश का नागरिक है और उसका असली नाम बबूती बरुआ है।
अरका के कब्जे से बांग्लादेश का बर्थ सर्टिफिकेट और उसके माता-पिता का बांग्‍लादेशी नागरिकता कार्ड बरामद किया गया। इस खुलासे के बाद, आरोपी बबूती बरुआ को आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस के हवाले कर दिया गया। आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया।