कौन है शाही सेवक, आज तय करेगा अमरवाड़ा का रण…
मध्यप्रदेश में वैसे तो उपचुनावों का सिलसिला थमने वाला नहीं है, पर अमरवाड़ा विधानसभा उपचुनाव इनमें खास है। जिस तरह मुरैना लोकसभा में चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए विधायक रामनिवास रावत को कमल खिलाने के एवज में कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिला है, उसी तरह छिंदवाड़ा लोकसभा में कमल खिलाने में कमलेश शाह की भूमिका भाजपा के मन में बसी है। कमलेश शाह को मंत्री बनाकर भाजपा उनका यह कर्ज उतारे बिना नहीं रहेगी। और भाजपा ने किसी तरह के विवाद को हवा न देने की खातिर ही कमलेश शाह को रामनिवास रावत के साथ मंत्री बनाने से परहेज किया गया है। पर आज यानि 10 जुलाई 2024 को अमरवाड़ा विधानसभा चुनाव में मतदान का दिन है। और अमरवाड़ा का रण यह तय कर देगा कि शाही सेवक कौन है? अमरवाड़ा विधानसभा में लोकतंत्र का रक्षक बनने पर पहला अधिकार किसका है? यहां वैसे तो मुकाबला शाह वर्सेज शाह है, पर मतदाता के मन में शाही स्थान किसने बनाया है…इसका फैसला आज है। अमरवाड़ा में मुख्य मुकाबला तो बीजेपी प्रत्याशी कमलेश शाह और कांग्रेस प्रत्याशी धीरन शाह इनवाती के बीच है। मध्यप्रदेश के दोनों दमदार राजनैतिक दलों भाजपा-कांग्रेस ने मतदाताओं के मन को लुभाने और विरोधी दल को कोसने का भरसक प्रयास किया है। यहां मोहन-विष्णु ने कोई कसर नहीं छोड़ी तो वहां जीतू-नाथ ने उमंग संग पूरा जोर लगाया है। अब फैसला अमरवाड़ा के मतदाताओं के हाथ में है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने लोकतंत्र की मजबूती के लिए अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं से अधिक से अधिक मतदान के लिए आह्वान किया है। दोहाई दी है कि आपका एक वोट अमरवाड़ा के विकास को सुनिश्चित करेगा। भरोसा जताया है कि आप सभी सजग और सक्रिय मतदाता हैं और लोकतंत्र के सबसे बड़े रक्षक हैं। मतदाता भाई-बहन आपका एक वोट देश व लोकतंत्र को और मजबूती प्रदान करेगा, इसलिए आप सभी बुधवार, 10 जुलाई 2024 को होने वाले मतदान में अधिक से अधिक मतदान कर अपनी इस भूमिका को सार्थक करें। चुनाव लोकतंत्र का महापर्व है और अमरवाड़ा क्षेत्र के मतदाता भाई-बहन इसमें विचारपूर्वक तथा निर्भीक होकर भागीदारी करें और अपने वोट से लोकतंत्र को ताकत दें। विष्णु दत्त ने सधे हुए शब्दों में सीधा मतदाताओं का दिल छूने की कोशिश की है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आप सभी का एक वोट इस क्षेत्र के विकास को गति देगा। 10 जुलाई को प्रातः 7 बजे आप सभी अपने-अपने मतदान केन्द्रों पर पहुंचकर भारतीय जनता पार्टी को अपना वोट रूपी आशीर्वाद प्रदान करें, भाजपा सरकार इस क्षेत्र में विकास में चार चांद लगाएगी। आपका एक वोट इस क्षेत्र के विकास को गति देगा। कांग्रेस नेता हमेशा झूठ फैलाते हैं, उनके झूठ के चंगुल में नहीं फंसना है। कांग्रेस के छिंदवाड़ा से कमलनाथ करीब 40 साल तक सांसद रहे, लेकिन अमरवाड़ा क्षेत्र में सिंचाई और रोजगार के लिए कोई कार्य नहीं किया है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव प्रदेश प्रभारी जितेंद्र सिंह ने प्रचार के अंतिम दिन छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा विधानसभा के सिंगोड़ी में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि छिंदवाड़ा जिले की जनता भाजपा का अहंकार ठीक उसी तरह से तोड़ेगी, जिस तरह से राजस्थान में बीजेपी सरकार के कैबिनेट मंत्री को उपचुनाव में पराजित कर तोड़ा था। चुनाव की परिस्थितियां सबके सामने हैं जिस तरह से अपने निजी स्वार्थ के लिए जनता को धोखा दिया गया। कमलेश शाह ने अपने स्वार्थ के लिए जनता के वोट को बेच दिया, जनता के विश्वास को बेच दिया और जनता पर यह चुनाव थोप दिया गया।उन्होंने दावा किया कि कमलनाथ जी ने छिंदवाड़ा जिले में सड़कों का जाल बिछाया, नेशनल हाईवे, केंद्रीय विद्यालय के साथ-साथ स्किल डेवलपमेंट सेंटर खुलवाएं। भाजपा समझती है कि प्रशासन का दुरुपयोग करके वोट खरीद लेगी, परंतु अमरवाड़ा की जनता अब बिकने वाली नही है, वह सच्चाई का साथ देगी। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भाजपा सरकार द्वारा विधायक रामनिवास रावत को मंत्री पद की शपथ दिलाने पर कटाक्ष करते हुये कहा कि भाजपा में नौ बार के विधायक गोपाल भार्गव जी सहित 5-6 बार के कई विधायक हैं जिन्होंने भाजपा को सींचा है, भाजपा उन्हें भी धोखा देती है और कांग्रेस के विधायक को मंत्री बनाती है। पटवारी ने लोकतंत्र बचाने के लिए कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की अपील अमरवाड़ा के मतदाताओं से करते हुए कहा कि छिंदवाड़ा जिले को कमलनाथ जी ने अपने खून पसीने से सींचा है और कमलनाथ जी का सम्मान वापस दिलवाने के लिए सभी मिलकर कांग्रेस के प्रत्याशी जिनकी चार पीढ़ियां जन सेवा में लगी है, उन्हें जिताकर विधानसभा में भेजें। कमलनाथ ने यहां की जनता के लिए जो किया है पूरी दुनिया जानती है। छिंदवाड़ा विकास का मॉडल पूरे देश में अलग पहचान रखता है।
तो अपने-अपने दावों और आरोप-प्रत्यारोप के बीच आज दिन अमरवाड़ा के मतदाताओं का है। और अमरवाड़ा का रण ही यह तय करेगा कि यहां सच्चे मन से किसने सेवा की है और मतदाता किसको शाही सेवक मानकर फिर से सेवा का अवसर देने वाले हैं..
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