Strange Order of SDM : अब पटवारी शाम 6 से रात 10 बजे तक मवेशियों को हाई-वे से भगाएंगे, SDM का अनोखा फरमान!
Chattarpur : जिले की बिजावर तहसील के SDM ने एक अनोखा आदेश निकाला है। इसकी चर्चा हर तरफ है। SDM ने ग्राम पंचायत के पटवारी और सचिवों को गायों रात में हाई-वे से हटाने का आदेश जारी किया। इन्हें गौशाला ले जाना है। SDM लगातार आवारा मवेशियों को गौशाला में भेजने के लिए जोर दे रहे हैं। ऐसे में सवाल है कि अगर राजस्व विभाग के कर्मचारी और सचिव सड़क पर से आवारा पशुओं को हटाने का काम करेंगे तो सरकारी कामकाज पर कैसा असर पड़ेगा। SDM ने जनपद CEO को निर्देश दिए कि ऐसा करने के लिए वे पंचायत पदाधिकारियों को भी प्रेरित करें। झांसी-खजुराहो फोरलेन पर सैकड़ों आवारा पशुओं के डेरा जमाने के कारण दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी हो रही है।
SDM बिजावर का आदेश जिसमें ग्राम पंचायत के पटवारी और सचिवों को गायों को गौशाला में ले जाने की जिम्मेदारी दी गई है, वह तुगलकी फरमान साबित हो रहा है। इसलिए कि ये आदेश न केवल असंभव है, बल्कि इससे राजस्व विभाग के कामकाज पर भी असर पड़ेगा। पहले से ही लंबित प्रकरणों के बावजूद पटवारियों पर अतिरिक्त जिम्मेदारी डाली जा रही है।
बरट, मऊसहानियां, दौरिया, पुतरया, करारा ग्राम पंचायतों के आवारा जानवर झांसी-खजुराहो फोरलेन में डेरा जमाए रहते हैं। बारिश के चलते फोरलेन में महोबा रोड से लेकर करारा तक लगभग एक दर्जन स्थानों पर सैकड़ों की संख्या में आवारा जानवर डेरा जमाते हैं।
#BJP के राज में ये आदेश गज़ब का है!
लगता है @BJP4MP सरकार की नजर में पटवारी, पंचायत सचिव, रोजगार सहायक और कोटवार मुफ्तखोर कर्मचारी हैं।
तभी उन्हें रात को 4 घंटे देवगांव टोल नाके पर गाय-भैंस मवेशियों को हटाने के काम में लगाया गया है!मेरा मानना है, ये सरकार की महत्वपूर्ण इकाई… pic.twitter.com/hVwTGSfiji
— Umang Singhar (@UmangSinghar) July 18, 2024
दुर्घटनाओं का सिलसिला
फोरलेन पर इन दिनों कई स्थानों पर आवारा जानवरों का जमावड़ा है, जिससे दुर्घटनाएं हो रही हैं। दो दिन पहले टीकर गांव के पास एक डस्टर कार जानवरों को बचाने के चक्कर में पलट गई, जिसमें चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसके पहले बृजपुरा में भी एक कार गायों से टकरा गई थी, जिसमें कई लोग घायल हुए।
सबसे खतरनाक प्वाइंट
झांसी-खजुराहो फोरलेन पर महोबा रोड में रामाश्रय होटल के सामने, गौरगांय इनक्लोजर के पास, मंजिल ढाबा के सामने, बिलहरी इनक्लोजर के पास, दौरिया, पुतरया, अलीपुरा, धमरपुरा, करारा गांव के इनक्लोजर के पास सैकड़ों की संख्या में आवारा जानवर डेरा जमाए रहते हैं। यहां बीच सड़क में अचानक बड़ी संख्या में जानवर बैठे होने के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं।
खतरे में अब लोगों की सुरक्षा
छतरपुर कलेक्टर संदीप जीआर ने पिछले तीन महीनों से जिला पंचायत, टीएल और अन्य बैठकों में आवारा जानवरों को गौशालाओं में भेजने की बात पर जोर दिया। लेकिन इसका कोई खास असर नहीं दिखा। आवारा पशुओं के कारण झांसी-खजुराहो फोरलेन पर दुर्घटनाओं का सिलसिला जारी है। इससे स्थानीय ग्रामीणों और यात्रियों की सुरक्षा खतरे में है। इन पशुओं को हटाने के लिए कोई गंभीर कदम नहीं उठाया जा रहा है।