Buy Potatoes from Bhutan : आलू की बढ़ती क़ीमतों से चिंतित भारत अब भूटान से ख़रीद करेगा!

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Buy Potatoes from Bhutan : आलू की बढ़ती क़ीमतों से चिंतित भारत अब भूटान से ख़रीद करेगा!

खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर 9.4% पर, प्याज़ और टमाटर भी महंगा होने से सरकार की चिंता बढ़ी!

बाजार विश्लेषक बसंत पाल की रिपोर्ट

इंदौर। ख़राब मौसम के चलते भारत में आलू का उत्पादन प्रभावित होने से सरकार भूटान से आलू ख़रीदने पर विचार कर रहा है। पिछले साल भी सरकार ने बग़ैर लायसेंस के भूटान से आलू आयात कि छूट दी थी। भारत दुनिया का दूसरा बड़ा आलू उत्पादन करने वाला देश है, पर पिछले कुछ सालों में मौसम में बदलाव से आलू उत्पादन पर विपरीत असर पड़ा है। सरकार भी खाद्यान्न वस्तुओं की बढ़ती क़ीमतों से परेशान है और हाल के कुछ दिनों में घरेलू बाज़ारों आलू, प्याज़ और टमाटर की क़ीमतें तेज़ी से बढ़ी हैं।

खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर हाल के दिनों में बढ़कर 9.4% पर पहुंच गई। इससे चिंतित सरकार तुरत-फुरत में पड़ौसी देश भूटान से आलू ख़रीदने पर विचार कर रही है, साथ ही टमाटर और प्याज़ की क़ीमतें भी बढ़ी है, उसे नियंत्रित करने पर भी बातचीत हो रही है। आलू, प्याज़ और टमाटर की क़ीमतों में हाल के दिनों में 48.4% तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई। चीन विश्व का प्रमुख आलू उत्पादक देश है, भारत का नंबर दूसरा और यूक्रेन और यूएस तीसरे और चौथे स्थान पर हैं।

देश के प्रमुख शहरों में आलू 50 से 70 रूपए प्रति किलो, प्याज़ 40 से 70, टमाटर 80 से 120 रूपये किलो के भाव पर बिक रहा है। देश के प्रमुख आलू उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में चालू सीजन में फसल ख़राब होने से भी आलू की क़ीमतों में बढ़ोतरी हुई। चालू सीजन में देश में आलू का उत्पादन 58.99 मिलियन टन रहने का अनुमान है। बीते साल में देश की आलू पैदावार 60.14 मिलियन टन रहीं थीं। कृषि मंत्रालय ने अपने प्रथम चरण के उत्पादन अनुमान में यह जानकारी दी है।

भारत सामान्यतः अपने पड़ौसी देश नेपाल और भूटान से आलू का आयात करता रहा है, आवश्यकता पड़ने पर ब्राज़ील और मोज़ाम्बिक से भी आलू का आयात करता रहा है। भारत ने वर्ष 2022-23 में ताजे और कोल्ड स्टोरेज के आलू का 1.02 मिलियन डॉलर का आयात किया था। केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान ने उत्पादकों के लिए पिछले दिनों एक एडवाइज़री जारी कर आलू की फसल में फ़ंगस लगने और उससे सतर्क रहने तथा बचाव के उपाय करने की सलाह दी है। भारत सरकार की कोशिश है कि आगामी फ़ेस्टिवल सीजन में आलू सहित सभी प्रमुख खाद्यान्न वस्तुओं की क़ीमतें नियंत्रण में रहें और इसे ध्यान में रखते हुए ही भूटान से आलू ख़रीदने की योजना है।