Mandsaur Breaking – मंदसौर मेडिकल कॉलेज को 50 सीटों की मान्यता – नवीन सत्र में एडमिशन के साथ शिक्षण
मंदसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट
मंदसौर । अब नेशनल मेडिकल कमीशन ( NMC ) की मान्यता मिल जाने से नवीन सत्र से मंदसौर के शासकीय सुंदरलाल पटवा चिकित्सा महाविद्यालय में प्रवेश के साथ शिक्षण प्रारंभ होगा । बुधवार को मेडिकल कॉलेज डीन डॉ शशि गांधी को प्राप्त आधिकारिक ईमेल से यह स्पष्ट होगया है ।
ज्ञातव्य है कि कई दिनों से मेडिकल कॉलेज की मान्यता , सीट आवंटन फैकल्टी नियुक्तियों आदि को लेकर गतिविधियां जारी थी । इस बीच दो बार नेशनल मेडिकल कमीशन टीम ने निरीक्षण भी किया , जानकारी प्राप्त की पहले 150 सीटों के साथ चिकित्सा शिक्षा शुरू होने का अनुमान था किंतु अब मंदसौर मेडिकल कॉलेज को प्रथम सत्र में 50 सीटों के साथ मान्यता प्रदान की गई है ।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मंदसौर मेडिकल कॉलेज के लिये प्रथम चरण में 36 फैकल्टी ने जॉइन किया है , जिनमें विशेषज्ञ , सह प्राध्यापकों , सहायक प्राध्यापक शामिल हैं । मेडिकल कॉलेज एवं इसके एसोसिएट डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल मंदसौर की व्यवस्था में 114 फैकल्टी आवश्यक मानी गई उसकी तुलना में कम होने से मान्यता ही अटक रही थी ।
अब जब मान्यता प्राप्त होगई है मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने तैयारी शुरू करदी है ।
मेडिकल कॉलेज डीन डॉ शशि गांधी ने कहा कि मान्यता मिली है , 50 सीटों को बढ़ाने 150 किये जाने को लेकर नेशनल मेडिकल कमीशन में अपील करेंगे । वर्तमान में आवंटित सीटों के साथ शिक्षण तैयारी कर रहे हैं ।
लम्बे अरसे की मांग के बाद अंततः मंदसौर में मेडिकल कॉलेज आरंभ होने जारहा है इसके प्रति अंचल में उत्सुकता व्याप्त है ।
पूर्व विधायक यशपालसिंह सिसोदिया की मांग पर तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने मंदसौर मेडिकल कॉलेज का नामकरण पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा के नाम किया ।
पूर्व विधायक श्री यशपालसिंह सिसोदिया ने मेडिकल कॉलेज मान्यता कम सीटों की मिलने पर तत्काल सोशल मीडिया एक्स पोस्ट माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव , उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा सांसद सुधीर गुप्ता को अवगत कराते हुए मांग दोहराई है कि कोई 400 करोड़ की लागत से निर्मित मंदसौर मेडिकल कॉलेज में फैकल्टी नियुक्ति कर 150 सीटों के साथ चिकित्सा शिक्षा शुरू करें । फैकल्टी की नियुक्तियां उन्हें भरोसा प्रदान कर की जासकती है । अनिश्चितता नहीं होने पर निश्चित ही योग्य विशेषज्ञ एवं फैकल्टी मिलेगी ।
सांसद सुधीर गुप्ता ने बताया कि पूरे देश में यह एकमात्र संसदीय क्षेत्र है जहां चिकित्सा सुविधा के लिये मंदसौर , नीमच और रतलाम में तीन मेडिकल कॉलेज स्थापित हैं