Katha not Allowed : पं प्रदीप मिश्रा को कथा की अनुमति नहीं, प्रशासन ने भारी बारिश और हाथरस कांड से सबक लिया!

पांडाल बन गया, व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई, लेकिन अब नहीं होगी कथा!

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Katha not Allowed : पं प्रदीप मिश्रा को कथा की अनुमति नहीं, प्रशासन ने भारी बारिश और हाथरस कांड से सबक लिया!

Mungeli (Chhattisgarh) : यहां के जिला प्रशासन ने कुबेरेश्वर धाम सीहोर के कथावाचक पं प्रदीप मिश्रा को लोरमी गांव में कथा की अनुमति देने से इंकार कर दिया। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के लोरमी 2 अगस्त से 8 अगस्त तक पं प्रदीप मिश्रा की कथा होना थी। लेकिन, अब वह कथा स्थगित कर दी गई। कथा के लिए लोरमी में मंच और पंडाल बनकर तैयार हो गया था। इसके बावजूद प्रदीप मिश्रा कथा नहीं कर पाए। इससे आयोजक और लोरमी गांव के वे लोग निराश हैं, जो कई दिनों से प्रदीप मिश्रा की कथा का इंतजार कर रहे थे।

बारिश और हाथरस में हुई घटना को देखते हुए प्रशासन ने प्रदीप मिश्रा की कथा की लिए अनुमति नहीं दी। आयोजक प्रशासन की सभी शर्तें मानने को भी तैयार हो गए, फिर भी प्रशासन उन्हें अनुमति नहीं दे रहा। कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के कार्यक्रम को लेकर क्षेत्रवासियों में काफी उत्साह था। कथा कैंसिल होने की वजह से आयोजकों को लाखों का नुकसान उठाना पड़ा।

कथा की अनुमति से इंकार के कारण

कथा आयोजन के लिए जिस जगह पर प्रशासन ने अनुमति देने से इंकार किया, वह जगह ढोलगी रोड वार्ड नंबर 14 है। पीडब्ल्यूडी ने कार्यक्रम स्थल में डोम लगाने पर डोम गिरने की आशंका जताई है। ड्रेनेज सिस्टम न होने से कीचड़ और भगदड़ की स्थिति होने की संभावना भी जताई गई। बिजली विभाग ने बारिश के दौरान ख़रीफ़ फसलों का रोपण, आँधी बारिश,आकाशीय बिजली की आशंका जताई। लोरमी पुलिस ने पीडब्ल्यूडी और बिजली विभाग के अभिमत का उल्लेख करते हुए लिखा है कि दोनों प्रमुख तकनीकी विभाग की सहमति के अभाव में सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिकोण से आयोजकों को अनुमति देना उचित नहीं है।

स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि जिले में मलेरिया, डायरिया का ख़तरा रहता है, 30 से 40 हज़ार श्रद्धालु रात पंडाल में ही रुकेंगे, बरसात में नम मिट्टी के उपर कारपेट में सोने से स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ सकता है।

पीएचई विभाग ने पानी से संबंधित विभिन्न रोग डायरिया कालरा की आशंका जताते हुए जलजनित बिमारियों से जनहानि की आशंका जताई। वहीँ, नगर पालिका परिषद लोरमी ने भी अनुमति देने से इंकार कर दिया। पालिका परिषद ने कहा कि नहाने, शौच आदि हेतु नगर पालिका क्षेत्र में पर्याप्त व्यवस्था नहीं है।

विदिशा में भी कैंसिल हुई थी कथा

हाथरस भगदड़ कांड के चलते पं प्रदीप मिश्रा ने विदिशा में चल रही शिव पुराण कथा को बीच में ही कैंसिल कर दिया था। यह कथा 7 दिन चलना थी, लेकिन अब 4 दिन में ही खत्म कर दी गई। प्रदीप मिश्रा की कथा में एक लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए थे। प्रशासन का कहना था कि कथा कीचड़ और गंदगी से भरे पंडाल में चल रही थी। जिला प्रशासन ने कोई व्यवस्था नहीं की थी।