Complaint not Filed : बिल्डर के खिलाफ 6 महीने बाद भी TI शिकायत दर्ज नहीं कर रहे! 

अफसरों के कहने  बावजूद आजाद नगर टीआई और सब इंस्पेक्टर की मनमानी!

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Complaint not Filed : बिल्डर के खिलाफ 6 महीने बाद भी TI शिकायत दर्ज नहीं कर रहे! 

 Indore : आजाद नगर थाना प्रभारी और सब इंस्पेक्टर की मनमानी के चलते छह माह से पीड़ित की सुनवाई नहीं हो रही है। मुंबई निवासी पीड़ित की शिकायत दर्ज करने खुद अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर भी आदेशित कर चुके हैं। अब पीड़ित कोर्ट की शरण लेने की तैयारी में है।

जानकारी के मुताबिक, मुंबई के दिनेश शाह ने 2011 में पुखराज सिटी में बिल्डर से फ्लैट खरीदा था। वर्ष 2019 तक फ्लैट का पूरा पेमेंट कर दिया, लेकिन बिल्डर ने उनका फ्लैट किसी और को 38 लाख में बेच दिया। इसके बाद से फरियादी पुलिस अधिकारियों के लगातार चक्कर काट रहे हैं। सस्पेंड करने की बात कही एडिशनल पुलिस कमिश्नर अमित सिंह के पास पहुंचने के बाद उन्होंने सब इंस्पेक्टर संजय चौहान को बुलाकर फटकार लगाते हुए कहा कि अगर  एफआईआर दर्ज नहीं की तो सस्पेंड कर दूंगा। इसके बावजूद एफआईआर दर्ज नहीं की गई। फरियादी का आरोप है कि टीआई ने बिल्डर से मोटी रकम ले ली है। थाने पर हम कई दिनों से चक्कर लगा रहे हैं और पुलिस वाले बिल्डर से सेटलमेंट करने का दबाव बना रहे हैं।

रिकार्डिंग भी उपलब्ध कराई
ऐसे में फरियादी ने इस पूरे मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से लेकर डीजीपी और पुलिस कमिश्नर तक की है। फरियादी के पास बिल्डर और एडिशनल पुलिस कमिश्नर की बातचीत की रिकॉर्डिंग भी हैं। फरियादी द्वारा पुलिस पर शिकायत दर्ज नहीं करने की खबर मीडिया पर वायरल हुई थी। इसके बाद पुलिस ने अपना स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि मुंबई के फरियादी ने 2011 में फ्लैट खरीदा गया था, उसका पजेशन बिल्डर द्वारा उसको न देते हुए किसी और को दे दिया गया है। इस संबंध में फरियादी ने थाने में रिपोर्ट कराई थी, जिस पर कार्रवाई न करने का दावा किया है। शिकायत जांच के दौरान आवेदक ने कोई नोटरी, एग्रीमेंट, रजिस्ट्री अथवा अन्य कोई दस्तावेजी साक्ष्य उपलब्ध नहीं कराए।

चिट्ठी पर किसी के हस्ताक्षर नहीं

आजाद नगर के टीआई नीरज मीणा का कहना है कि वर्ष 2011 से 2014 के बीच बिल्डर से किए लेनदेन से संबंधित चिट्ठी पेश की गई है, लेकिन उस पर किसी के हस्ताक्षर नहीं हैं। चिट्ठी में दिनांक 7/7/2011 को  2000 रुपए, दिनांक 17/6/2012 को 2050 रुपए और दिनांक 22/5/2014 को 3500 रुपए के लेनदेन का उल्लेख है। चिट्ठी की हस्तलिपि परीक्षण के लिए क्यूडी भेजा जा रहा है। फरियादी ने तीन माह पहले शिकायत की थी। उसकी सूक्ष्मता से जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। लेनदेन का आरोप झूठा लगाया गया है।