international conspiracy: बांग्ला देश -जन आक्रोश में छिपा अंतरराष्ट्रीय कुचक्र
न्यूयार्क में अपने होटल से टाइम्स स्क्वायर जाते हुए मुझे टैक्सी ड्राइवर भारतीय लगा पर वह बांग्ला देशी था .उससे संवाद हुआ तो मुझे धक्का लगा कि शेख़ हसीना वाजेद जो आम भारतीयों में लोकप्रिय हैं उनकी छवि उनके अपने देश में तानाशाह की है .वह पढ़ा लिखा नौजवान अवामी लीग की सरकार और प्रधानमन्त्री के ख़िलाफ़ था .एक निर्धन ,भुखमरी ,पिछड़ेपन से त्रस्त देश को शेख़ हसीना ने समृद्धि ,सुपोषण ,स्वास्थ्य और राजनीतिक स्थिरता देकर दुनिया को चौंका दिया था .विकास और स्वास्थ्य के सूचकांकों में वे पाकिस्तान नहीं भारत से भी बेहतर प्रदर्शन कर रहीं थीं.बांग्ला देश की यह नवअर्जित ख़ुशहाली पाकिस्तान की जनता और बुद्धिजीवियों की आँखों में चौंध रही थी तो पाक सेना को ईर्ष्या और क्षोभ से भर रही थी .हसीना का भारत प्रेम चीन को चिड़ा रहा था तो रुस के साथ नज़दीकी अमेरिका को चुभ रही थी .सत्ता के सारे सूत्र शेख़ हसीना और उनके साथियों की मुट्ठी में थे .सत्ता का मद सत्ताधीशों की आँख में मोतियाबिंद बनते ही उन्हें धृतराष्ट्र बनाने में चूक भी जाये तो निचले और मझोले स्तर के पार्टी पदाधिकारी शेष काम कर देते
हैं.ज़िलों ,तहसीलों ,पंचायतों और थानों में मनमानी करते राजनीतिक दलाल अच्छी से अच्छी सरकार को अलोकप्रिय बना देते हैं.सर्वोच्च नेता के नाम पर अनीति और अन्याय के कोड़े झेलती बेबस जनता शासकों के ख़िलाफ़ आक्रोश से धधकने तैयार हो तो विपक्ष के साथ साथ विदेशी शक्तियों का काम आसान हो जाता है .आने वाले समय में जब सत्य उजागर होगा तब हम प्रामाणिक रूप से यह जान पायेंगे कि पेट्रोल किस किस ने छिड़का था और जन आक्रोश की चिंगारी को लपलपाती ज्वाला बनाने का ब्लू प्रिंट ईर्ष्यालु पड़ोसी ने बनाया था या यह किसी ड्रैगन की फुफकार थी .
Coup in Bangladesh : बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार का सेना ने तख्ता पलटा, शेख हसीना ने देश छोड़ा!