Traffic Decisions : लंबी दूरी की चार्टर बसें अब नायता मुंडला के बस स्टैंड से चलेंगी!

कलेक्टर की मीटिंग में कई फैसले, दो पहिया वाहनों के लिए मैकेनाइज्ड पार्किंग बनेंगे!

1173

Traffic Decisions : लंबी दूरी की चार्टर बसें अब नायता मुंडला के बस स्टैंड से चलेंगी!

 

Indore : एआईसीटीएसएल द्वारा संचालित लम्बी दूरी की बसों का संचालन अब नायता मुंडला बस स्टैंड से किया जाएगा। साथ ही भीड़ भरे बाजारों में दो पहिया वाहनों के लिए मैकेनाइज्ड पार्किंग बनाए जाएंगे। शहर में सड़कों पर लगने वाली सब्जी मंडियों को भी वैकल्पिक स्थान पर संचालित करने की कार्य योजना बनेगी। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को स्थान चयन के निर्देश दिए गए हैं।

यह जानकारी कलेक्टर आशीष सिंह ने यहां सम्पन्न टीएल बैठक में दी। उन्होंने बैठक में समय-सीमा के पत्रों की निराकरण की समीक्षा की। साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जनसमस्या संबंधी आवेदनों का समय-सीमा में निराकरण सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने बैठक में निर्देश दिए कि शहर में यातायात को बेहतर बनाए जाने के लिए लगातार प्रयास किए जाएं।

अब एआईसीटीएसएल द्वारा संचालित लम्बी दूरी की बसों का संचालन नायता मुंडला बस स्टैण्ड से करने की योजना भी तैयार करें। भीड़ भरे बाजारों में दो पहिया वाहनों के लिए मैकेनाइज्ड पार्किंग बनाए जाने के संबंध में स्थान का चयन किया जाए। इसके लिए मार्केट एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की जाए। बताया गया कि इस संबंध में 17 अगस्त को दोपहर 12 बजे से कलेक्टर कार्यालय में मार्केट एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ बैठक रखी गई है। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि इंदौर शहर में सड़कों पर लगने वाली सब्जी मंडियों को अन्य सुरक्षित जगहों पर स्थानांतरित किया जाए। इसके लिए वैकल्पिक स्थानों का चयन करने के निर्देश भी उन्होंने अधिकारियों को दिए।

बैठक में उन्होंने बताया कि कलेक्टर कार्यालय में अधिकारी-कर्मचारियों की उपस्थिति के लिए बायोमेट्रिक मशीन लगायी जाएगी। इसके आधार पर ही वेतन आहरित होगा। यह व्यवस्था जल्द शुरू की जाएगी। इसके बाद अन्य कार्यालयों में भी यह व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए। इस बैठक में नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिद्धार्थ जैन, अपर कलेक्टर गौरव बेनल, इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आरपी अहिरवार, अपर कलेक्टर रोशन राय, निशा डामोर और राजेन्द्र रघुवंशी समेत सभी अधिकारी मौजूद थे।