Bhopal : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गृह विभाग की समीक्षा बैठक में कहा कि प्रदेश में धर्मांतरण की गतिविधियाँ हो रही हैं। ऐसी साज़िश NGO की आड़ में चल रही है। इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। हमें महिला और बच्चों के प्रति अपराध खत्म करना है। गुंडे-बदमाशों को नेस्तनाबूद करें, मेरे सीधे निर्देश हैं। उन्होंने बैठक में कहा कि प्रधानमंत्री के साथ जो डीजी कॉन्फ्रेंस हुई थी, उसके बिंदुओं को लेकर हमें मॉनिटरिंग करना होगी। प्रधानमंत्री ने जो कुछ कहा, उसका इम्प्लीमेंटेशन हो और हर माह उसकी समीक्षा की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून संबंधी ट्रेनिंग पर भी ध्यान दिया जाए। साइबर क्राइम, ड्रग्स, नक्सलवाद, बच्चों महिलाओं के प्रति हो रहे अपराध रोकने के लिए विशेष प्रयास हो। हमें जिलों की रैंकिंग को लेकर भी विचार करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिसकर्मियों की फिटनेस ज़रूरी है। कोशिश की जाए कि पुलिसकर्मी फिटनेस को लेकर आइडियल बनें। साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्राइम घटाने के लिए फोरेंसिक साइंस का प्रभावी इस्तेमाल करें।
पुलिसकर्मियों के लिए आवास बनना जारी रखा जाए। लेकिन, जो पुलिसकर्मी अपने स्वयं के आवास का निर्माण करते हैं, उन्हें किराए पर लेने की प्रक्रिया भी चालू हो। मध्यप्रदेश पुलिस के मामले में मॉडल राज्य बनेl उन्होंने कहा कि हमारी आपदा प्रबंधन की तैयारी मज़बूत होना चाहिए। साथ ही हमें अपने अनुभवी अफसरों के अनुभव का भी लाभ उठाया जाए। लॉ एंड ऑर्डर की व्यवस्था कैसे ठीक करें, इसमें वरिष्ठ अधिकारियों की मदद लें।
गृह विभाग की समीक्षा में मुख्यमंत्री ने कहा कि आइडियल थाना बनाने के लिए भी प्रयास किए जाएं। ई-ऑफिस, आईटी दक्षता, महिला ऊर्जा डेस्क, साइबर सुरक्षा, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल जैसे विषयों पर गंभीरता से चर्चा कर रणनीति बनाई जाए। देखा गया है कि थाने कबाड़ का अड्डा बने रहते हैं। इसलिए कोशिश हो कि थानों में वाहनों का जमाव थानों में न हो। कोर्ट से समन्वय करें और इनका निपटारा करें। पुलिस की भर्ती हर वर्ष हो, ताकि स्टाफ की कमी न हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर, सर्वश्रेष्ठ, नंबर दो और फिसड्डी ऐसी रैंकिंग बने। आम जनता का पुलिस में विश्वास ज़बरदस्त होना चाहिए। इससे हमें अपराधियों का भी पता चलेगा और जनता का मनोबल बढ़ेगा।