खेल,जेल, जंगल, संबल, शराब, ड्रग्स, धर्म-अध्यात्म, कानून-व्यवस्था, वित्त-टैक्स पर खुलकर हुई बात…

सीएम ने कहा एक माह बाद फिर जानेंगे हालात...

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अंग्रेजी नव वर्ष के तीसरे दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अलग-अलग विभागों के अफसरों की क्लास ली और सख्ती के साथ सवाल भी दागे। खेल,जेल, जंगल, संबल, शराब, ड्रग्स के साथ धर्म-अध्यात्म, कानून-व्यवस्था, वित्त-टैक्स सब पर खुलकर बात हुई।

सीएम ने कहा एक माह बाद फिर हालात जानेंगे और संकेत यह भी कि गड़बड़ मिली, तो समझ लेना फिर खैर नहीं। तेवर सख्त भी थे, लेकिन कुछ नरमी लिए भी। माहौल ठंडक भरा भी था और कुछ गर्मी लिए भी। सवाल भी किए गए और जवाबों के लिए एक महीने की मोहलत भी। आंकलन होकर रहेगा कि कौन है सर्वश्रेष्ठ, कौन बेहतर, कौन नंबर दो और कौन फिसड्डी।

सामान्य प्रशासन विभाग, गृह विभाग, जेल विभाग, वित्त विभाग, खेल विभाग, वन विभाग, श्रम विभाग, धर्म-अध्यात्म, वाणिज्यिक कर विभाग की बैठक में मुख्यमंत्री ने हर मुद्दे पर खुलकर बातचीत की। मंत्री की मौजूदगी में अपने दिल की बात रखी तो अफसरों से सवाल भी किए। अफसरों की बात भी सुनी और अगले महीने सवालों की कसौटी पर कौन कितना खरा उतर पा रहा है, यह परखने की नसीहत भी दी गई।

वित्त विभाग की बैठक में बताया गया कि जन आकांक्षाओं पर खरा उतरे वह बजट बने। इसके लिए जनता के सुझावों को जुटाने और अमल करने की बात कही गई। ग्रांट पर ध्यान दिलाया गया तो टैक्स बेस बढ़ाने की बात भी हुई।चिंता भी सामने आई कि योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए हम अधिक से अधिक धन कैसे जुटाएँ, इसपर ध्यान दें, इसके लिए एक्सरसाइज करें। जीएडी में बैकलॉग के पदों पर भर्ती की बात हुई, तो अफसरों के खिलाफ जांच समय पर करने की बात भी सामने आई। सरप्राइज विजिट और फाइल पेंडेंसी जांचने की प्रथा बनाए रखने की नसीहत भी दी गई।

गृह विभाग की बैठक में साइबर क्राइम, ड्रग्स, नक्सलवाद, बच्चों महिलाओं के प्रति हो रहे अपराध रोकने हेतु विशेष प्रयास करने की जरूरत बताई गई। तो जिलों की रैंकिंग,पुलिसकर्मियों की फिटनेस, आइडियल थाना बनाने और प्रधानमंत्री के डीजी कॉन्फ्रेंस में दिए गए निर्देशों पर कड़ाई से पालन करने की बात कही गई। जेल में मोबाइल, मादक पदार्थ पहुंचने की घटनाएं रोकने गंभीरता से प्रयास करने, गुंडों को नेस्तनाबूद करने का निर्देश दिया गया। पूछा गया कि पांच साल में कितनी नई जेलें बनेंगीं और एनजीओ की ओट में हो रहे धर्मांतरण पर रोक लगाने का निर्देश भी दिया।

नये वित्तीय वर्ष में सम्बल योजना की रिपैकेजिंग कर शुरू करने की बात हुई।तो सीएम ने कहा कि यह मेरी अंतरात्मा से निकली हुई योजना है, इसे पिछली सरकार ने बन्द कर दिया था।तो श्रमोदय विद्यालय पर विस्तार से बात हुई कि सुपर-30 की तरह यहां से बच्चे पढ़कर निकलें। वहीं खेलों में कैडर रिव्यू करने के प्रपोजल बनाने की नसीहत दी गई। खेल और योग का शिक्षक हर विद्यालय में हो, यह मंशा भी सीएम ने जताई। अन्य राज्यों का अध्ययन कर खेल को अच्छा करने,  खेल कोटे से रोजगार उपलब्ध कर पाने पर भी चर्चा हुई। तो पूछा गया कि  गांवस्तर पर खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए क्या योजना है?

सीएम ने निर्देश दिए कि नर्मदा जयंती एवं शिवरात्रि पर लगने वाले मेले एवं उत्सव व्यवस्थित तरीके से हों। कोविड कम होने पर तीर्थदर्शन योजना को शुरू करेंगे। प्रदेशभर में 14 से 28 जनवरी तक आनंद उत्सव मनाने की बात हुई तो महाकाल मंदिर परिसर का जीर्णोद्धार काशी विश्वनाथ कोरिडोर की तरह हो, सीएम ने यह मंशा भी जताई।प्रदेश में बाघों की संख्या को गंभीरता से लेने की नसीहत दी गई। तो बफर में सफर को सराहना भी मिली। वन ग्रामों को जल्द ही राजस्व ग्रामों में लाने की बात हुई। तो वाणिज्य कर विभाग की बैठक में महत्वपूर्ण सवाल था कि अवैध शराब की बिक्री रोकने क्या प्रयास किये जा रहे हैं? और रिवेन्यू बढ़ाने क्या-क्या प्रयास किये जा रहे हैं?

कुल मिलाकर सभी विषयों पर खुलकर बात हुई है। और टारगेट भी फिक्स किए गए हैं। अचीवमेंट्स बताने के लिए एक महीने का समय मिला है। फिर सर्वश्रेष्ठ से फिसड्डी रैंकिंग की बात होगी और परफॉर्मेंस के आधार पर हिसाब-किताब भी देखने को मिल सकता है। अन्य सभी विभागों के साथ फिलहाल बैठकों का सिलसिला चलता रहेगा। बातें होती रहेंगीं और अगले महीने सभी से सवालों के जवाब भी मांगे जाएंगे।