Narmadapuram News: नर्मदापुरम नपा अध्यक्ष पति पर 3 पार्षदों संग ठेकेदारी के गंभीर आरोप, 21 पार्षदों ने कलेक्टर से की अविश्वास प्रस्ताव हेतु सम्मेलन बुलाने की मांग

CMO पटले ने जल्द सम्मेलन बुलाने का दिलाया भरोसा    

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Narmadapuram News: नर्मदापुरम नपा अध्यक्ष पति पर 3 पार्षदों संग ठेकेदारी के गंभीर आरोप, 21 पार्षदों ने कलेक्टर से की अविश्वास प्रस्ताव हेतु सम्मेलन बुलाने की मांग    

संभागीय ब्यूरो चीफ चंद्रकांत अग्रवाल की रिपोर्ट

नर्मदापुरम। नर्मदापुरम नगर पालिका के 21 पार्षदों ने कलेक्टर सोनिया मीना और CMO हेमेश्वरी पटले को पृथक पृथक दस्तखत, सील सहित पत्र सौंपकर नपा अध्यक्ष नीतू यादव के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाने जल्द नपा का सम्मेलन बुलाने की मांग की है। पत्र में कहा गया है कि विगत 5 माह से अधिक समय से सम्मेलन नहीं किया गया है।

नपा अध्यक्ष के पति महेंद्र यादव,जो प्रदेश के एक ताकतवर मंत्री के करीबी बताए जाते हैं, पर पार्षदों ने आरोप लगाया है कि वे स्वयं ही अपने तीन करीबी पार्षदों के साथ मिलकर अलग अलग फर्मों के नाम से नपा के ठेके ले रहे हैं जिनमें गुणवत्ता विहीन कार्य हो रहे हैं। साथ ही कई पार्षदों के वार्डों में कोई भी कार्य नहीं किए जा रहे हैं जिससे वार्डों की जनता का आक्रोश पार्षदों को झेलना पड़ रहा है।

बताया जाता है कि नर्मदापुरम नगर पालिका अध्यक्ष नीतू यादव की कार्यशैली को लेकर जनता में तो नाराजगी है ही अब पार्षद भी खुलकर विरोध करने लगे हैं। ज्ञात रहे कि कुछ माह पूर्व नपा नर्मदापुरम में हुए करीब 6 करोड़ के राजस्व के गोलमाल का एक बड़ा घोटाला भी एक आरटीआई के जवाब में सामने आ चुका है जिस पर भी नपा अध्यक्ष और अध्यक्ष पति ने आज तक कोई एक्शन नहीं लिया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर पालिका अध्यक्ष नीतू यादव को हटाने के लिए भाजपा के पार्षद ,कुछ कांग्रेसी पार्षद से मिलकर यह मुहिम चला रहे हैं। सफलता कितनी मिलती है, यह तो वक्त बताएगा लेकिन भाजपा के ही पार्षदों की अध्यक्ष से इस आक्रोश,नाराजगी और अनबन को पार्टी के लिए शुभ संकेत नहीं माना जा सकता है।

बताया जाता है कि कुछ माह पूर्व पार्षदों की एक गुप्त बैठक, एक भाजपा नेता के निवास पर हुई थी और नेताओं ने परस्पर सहमति बनाकर नगर पालिका अध्यक्ष नीतू यादव को हटाने के लिए एकजुट होने का निर्णय लिया था। फिर इन पार्षदों ने नगर पालिका सीएमओ हेमेश्वरी पटले और कलेक्टर सोनिया मीना के नाम डिप्टी कलेक्टर बबीता राठौर को ज्ञापन सौंपा और नपा अध्यक्ष को हटाने,अविश्वास प्रस्ताव लाने हेतु नपा का सम्मेलन बुलबाने की मांग की ।

कतिपय पार्षदों का स्पष्ट कहना है कि नगर पालिका अध्यक्ष हमारे वार्डों में कोई काम नहीं करवा रहीं हैं। समय पर मीटिंग नहीं होती है, हम पार्षद होकर भी हमें वार्ड में निर्माण कार्य के लिए बार बार निवेदन करना पड़ रहा है। हमें वार्ड की जनता ने विश्वास कर पार्षद बनाया है। उनके सामने वार्ड में जाते हैं तो हम अपने आप को ठगा सा महसूस करते हैं और बाद में रहवासियों के ताने और उनकी बातें हमें सुनने को मिलती है। बता दें कि 2 साल पहले नगर पालिका अध्यक्ष बनी नीतू यादव को हटाने के लिए लगभग दो सप्ताह से चल रही डिनर राजनीति अब खुलकर सामने आ गई है। कुछ भाजपा व कुछ कांग्रेस पार्षद पतियों ने भी अविश्वास प्रस्ताव बुलाने की मांग में अपनी आवाज जोड़ दी है।

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सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नर्मदापुरम नगर पालिका अध्यक्ष नीतू यादव के विरोध में सबसे ज्यादा पार्षद भाजपा के हैं और इनमें कुछ पार्षद कांग्रेस समर्थक भी हैं। एक नेता के घर पर अध्यक्ष को बदलने के लिए एक बैठक विगत दिनों गुप्त रूप से रखी गई थी। पार्षदों की सहमति और नए अध्यक्ष को लेकर बात भी हुई जिसमें तय हुआ कि सबकी सहमति से नए अध्यक्ष का चयन किया जाए लेकिन शर्त यह होगी कि उपाध्यक्ष को नहीं बदलेंगे।

विगत मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में नगर पालिका और नगर परिषदों के अध्यक्षों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दो वर्ष की जगह 3 वर्ष बाद लाने की मंजूरी दी गई है। अभी तक दो वर्ष में इस प्रस्ताव को लाया जा सकता था लेकिन अब उसको 3 वर्ष कर दिया गया है। सरकार ने नगर पालिका अधिनियम की धारा 43 में संशोधन के तहत यह प्रस्ताव पारित किया है। कैबिनेट सदस्यों ने इसकी मंजूरी दी है। इसके चलते अब इन तीनों निकायों के अध्यक्षों को कुछ समय और मिल सकता है। इस दौरान अगर असंतोष थम गया तो कार्यकाल पूरा भी हो सकता है और अगर तत्काल प्रभाव से नियम में कोई बदलाव नहीं हुआ तो अविश्वास प्रस्ताव से तख्तापलट होने की अधिक संभावना बताई जा रही है।

ज्ञात रहे कि नगर पालिका नर्मदापुरम में कुल 33 पार्षद हैं। सूत्रों के अनुसार इनमें से 24 पार्षदों ने खुलकर नगर पालिका अध्यक्ष नीतू यादव को हटाने की मुहिम के लिए न सिर्फ सहमति दी है कि बल्कि उन्हें पद से हटाए जाने वाले प्रस्ताव पर दस्तखत भी किए हैं। बताया जाता है कि इस संबंध में सीएमओ को भी एक ज्ञापन सौंपा गया है। दिलचस्प बात यह भी नपा के गलियारों में कही सुनी जा रही है कि इस पूरे खेल में नगर पालिका के एक अधिकारी की भी मिली भगत है। उक्त अधिकारी दो दिन के लिए होशंगाबाद में कार्य देखते हैं बाकी समय सीहोर में। यह जनचर्चा भी है कि उक्त अधिकारी प्रधानमंत्री आवास घोटाले में भी मास्टरमाइंड रहा है। वह कुछ पार्षदों से सीधे संपर्क में भी है।

सूत्रों के अनुसार इस अध्यक्ष हटाओ मुहिम चलाने वाले 24 पार्षद ये हैं जिनमें नगर पालिका उपाध्यक्ष अभय वर्मा, पार्षद चंद्रमोहन परिहार बंटी, पार्षद राजेन्द्र उपाध्याय वार्ड नं. 6, पार्षद संतोष उपाध्याय, पार्षद लीला सैनी, पार्षद कचन चौकसे, पार्षद सीमरन रैकवार, पार्षद राहूल गौर, पार्षद वंदना चुटिले, पार्षद दुर्गेश कुमार चौधरी, पार्षद पूजा अर्पित मालवीय, पार्षद बिंदिया मांझी, पार्षद नयना प्रमोद सोनी, पार्षद दीपिका कुलदीप राठौर, पार्षद सुश्मा राजकुमार खत्री, पार्षद संदीप सिंह ठाकुर, पार्षद प्रसाद गौर मामा, पार्षद बाबरिया वार्ड नं. 11, पार्षद शिल्पा गौर, पार्षद प्रकाश गौर मामा, शिल्पा तेज कुमार गौर पार्षद, पार्षद मीना वर्मा, पार्षद राजकुमारी पूनम मेषकर, पार्षद अनोखी राजोरिया, सहित तीन अन्य पार्षदों के भी परदे के पीछे से साथ देने का दावा भी किया जा रहा है।

जब नपा अध्यक्ष पति महेंद्र यादव से मीडियावाला प्रतिनिधि ने उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने जिला बैठक में होने व बाद में स्वयं कॉल कर अपनी प्रतिक्रिया देने का भरोसा दिलाया पर तीन घंटे बाद तक ना तो उन्होंने और ना ही उनके किसी प्रतिनिधि ने संपर्क किया।

*पार्षदों ने ज्ञापन दिया है,नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है। मार्च में सम्मेलन हुआ था। तीन माह से अधिक समय से सम्मेलन नहीं हुआ, ठीक है,पर अब जल्द ही सम्मेलन कराने की तैयारियां की जा रहीं हैं। हेमेश्वरी पटले,सीएमओ,नपा नर्मदापुरम।*