CS VC: 2 घंटे के शार्ट नोटिस पर CS ने कलेक्टर-एसपी की बुलाई बैठक, रोजमर्रा के काम छोड़ VC में शामिल हुए अफसर
भोपाल. प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव दिल्ली में है और मुख्य सचिव वीरा राणा ने दो घंटे के शार्ट नोटिस पर प्रदेशभर के कलेक्टर-एसपी, कमिश्नर, आईजी की बैठक बुला ली।
मुख्य सचिव कार्यालय से अचानक पहुंचे इस संदेश पर प्रदेश के कई कलेक्टर-एसपी अपने पहले से तय कार्यक्रम, मीटिंग, बैठकें, दौरे निरस्त कर इस बैठक में शामिल हुए। मुख्य सचिव ने अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर संभाग और जिलों अब तक की गई कवायद पर सभी पुलिस अधीक्षकों और आईजी से वन टू वन चर्चा की। वहीं राजस्व महाअभियान, पीएम जनमन, अमृत दो, निराश्रित मवेशियों के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान को लेकर भी कलेक्टर, कमिश्नर से चर्चा की। सीएस ने सभी को कहा कि मध्यप्रदेश के अस्पतालों में कलकत्ता जैसे केस की पुनरावृत्ति नहीं दिखाई दे इसके लिए सुरक्षा व्यवस्थाएं चाक-चौबंद की जाए।
मुख्य सचिव कार्यालय से प्रदेश के सभी कलेक्टर-एसपी, कमिश्नर और आईजी के मोबाइल फोन पर वाट्सएप और एसएमएस के जरिए सुबह दस बजे ये संदेश पहुंचे। साथ ही सीएस कार्यालय से कलेक्टर-एसपी को फोन करके भी बताया गया। मुख्य सचिव ने दोपहर बारह बजे प्रदेशभर के अफसरों को वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए चर्चा के लिए बुलाया था। कई अफसरों को इस बैठक के चलते अपने रोजमर्रा के काम, बैठकें, पहले से तय काम टालने पड़े। दोपहर बारह बजे शुरु हुई वीसी में सीएस ने दो घंटे तक प्रदेश के अफसरों से बात की। कई अफसर तो बैठक के एक घंटे पहले संदेश को पूरी तरह पढ़ भी नहीं पाए। कुछ ने कहा कलेक्टरों वीसी है तो कुछ ने कहा एसपी की वीसी है। इस वीसी में बैठक के लिए तय विषयों से जुड़े विभागों के अफसरों को भी जानकारी के साथ तलब किया गया था।
मध्यप्रदेश में इस समय राजस्व महाअभियान चल रहा है। सीएस ने कलेक्टरों और कमिश्नरों से पूछा कि किस जिले ने कितनी प्रगति की है। कितना राजस्व कहां एकत्रित किया गया। सीएस ने इसमें तेजी लाने को कहा। अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाए जाने के निर्देश सीएस ने सभी कलेक्टर एसपी को दिए। उन्होंने कहा कि रात्रिकालीन सुरक्षा बढ़ाई जाए। पास सिस्टम लागू किया जाए। मरीजों के रिश्तदारों, अटेंडर की पहचान की जाए, उनके फोटोयुक्त पास जारी किए जाए। अस्पताल में रात्रि के समय अनजान लोगों से पूछताछ की जाए। पुलिस अमला बढ़ाया जाए।
प्रधानमंत्री जनमन योजना, अमृत दो, जल जीवन मिशन में किस जिले ने कितने काम किए है इस पर भी सीएस ने अधिकारियों से चर्चा की और काम की रफ्तार बढ़ाने को कहा। बैठक के लिए कम समय मिलने से कर्ई कलेक्टर पूरी जानकारी के साथ नहीं आए थे इसलिए वे जवाब नहीं दे पाए। सीएस ने कहा कि कलेक्टरों को अपने जिले की सारी जानकारियों से हमेशा अपडेट रहना चाहिए।
निराश्रित मवेशियों को पकड़ने के लिए पंद्रह दिन का विशेष अभियान चलाया जा रहा है । इस पर भी वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए सीएस ने जिलों में हुई कार्यवाही पर बात की।