महू की कनिका कौर ने हर रंग के 17 गीत गाकर बनाया कीर्तिमान
इंदौर : यूं तो इंदौर में रोजाना संगीत के आयोजन होते रहते हैं और एक-एक कार्यक्रम में कई बार 20 से अधिक गायक भी शामिल कर लिए जाते हैं जो बमुश्किल एक या दो गाना गा पाते हैं। लेकिन इस मामले में महू सांस्कृतिक मंच हमेशा अलग हटकर अपनी प्रस्तुति देता आया है। चुनिंदा गायक कलाकार और सीमित गीत लेकर श्रोताओं को बेहतर देने की कोशिश में इस बार भी सफलता पाई है।
स्थानीय जाल सभागृह में 28 अगस्त की रात को बारिश के बावजूद हाल में दर्शकों की खासी उपस्थिति ‘ हंगामा हो गया’ शीर्षक से प्रस्तुत किए गए कार्यक्रम में रही, जहां एकमात्र गायिका कनिका कौर को श्रोताओं ने दिल खोलकर पसंद किया। क्योंकि उसने विविध रंगी मूड के हर गीत प्रस्तुत किए जिनमें “ठाड़े रहियो ओ बांके यार” “दिल हूम हूम करे”, “सपना मेरा टूट गया”, “पिया तू अब तो आजा”, “मैंने होठों से लगाई तो हंगामा हो गया..” जैसे गीतों पर उन्होंने धमाल मचाया। कई बार दर्शकों ने खड़े होकर और तालियां बजाकर प्रतिसाद दिया।
इस आयोजन में कुल 23 गीतों की प्रस्तुति दी गई। इतना ही नहीं इस लाइव कार्यक्रम में हेमेंद्र महावर के संगीत संयोजन में 9 संगीतकार संगत कर रहे थे। इससे आर डी बर्मन के कुछ गीतों ने हॉल में सचमुच हंगामे की स्थिति निर्मित कर दी थी। इसी आयोजन में मन्ना डे के क्लासिक कॉमेडी गीत ‘ किसने चिलमन से मारा’, ना बनाओ बतिया और ए मेरी जोहरा जबीं को जबरदस्त रूप से प्रस्तुति दिनेश सोलंकी ने अभिनय के साथ दी, वहीं भावपूर्ण गीत संजय यादव, संजय शर्मा और संजय लाड़ ने पेश किए। कार्यक्रम का संचालन करते वक्त मोना ठाकुर ने कई बार गायकों की प्रशंसा की।