राजेश चौरसिया की रिपोर्ट
पन्ना: जिले में लगातार लापरवाहियों की पुनरावत्ति के बाद एक बार फिर से लापरवाही का मामला सामने आया है जहां खरीद केंद्रों पर रखी धान बारिश में भीग गई है। अब सवाल यह उठता है कि यह धान क्यों और किसकी गलती के कारण गीली और खराब हो रही है और अब इसका जिम्मेदार कौन है। क्या कारण है कि खरीदी हुई धान का भंडारण सही समय पर वेयरहाउसों में नहीं हो पा रहा है।
ऐसी स्थिति में किसान की धान अगर खराब होती है और समय पर गोदामों में भंडारित नहीं की जाती तो उसका पैसा ऑनलाइन किसान के खाते में नहीं आता है। अब इसका जिम्मेदार कौन है और क्या अब जिम्मेदारों/ठेकेदारों पर पेनाल्टी लगाई जायेगी। या यूं ही हमेशा की तरह मामला शांत कर दिया जायेगा।