Indian Railway: ट्रेन हादसों को रोकने के लिए रेलवे के सभी जोनों को सख्त निर्देश!
New Delhi : ट्रेनों को पटरी से उतारकर दुर्घटना करने की साजिशों के बीच रेलवे बोर्ड ने अपने सभी जोनों को तत्काल प्रभाव से आसपास बिखरे या पड़े सभी इंजीनियरिंग पार्ट, रेल सामग्री और अन्य सामग्रियों को रेलवे ट्रैकों के पास से हटाने का निर्देश दिया। इसलिए कि बदमाश ट्रेन संचालन को खतरे में ना डाल सकें।
एक हफ्ते तक चलने वाला यह सुरक्षा अभियान गत 9 सितंबर से शुरू हो गया। रेल अधिकारियों के अनुसार रेलवे बोर्ड ने सभी जोनों को सचेत करते हुए कहा कि रेलों का सुरक्षित संचालन सुनिश्चित हो इसके लिए रेलवे ट्रैकों के आसपास पड़ी बची-खुची रेल सामग्रियों जैसे सीमेंट ब्लॉक, गैस सिलेंडर या अन्य किसी भी वस्तु को वहां से तत्काल हटाएं। ताकि इन सामग्रियों का प्रयोग कर अराजक तत्व ट्रेन हादसा कराने की कोशिशों और साजिशों को अंजाम नहीं दे सकें।
ट्रेनों पलटाने की कई नाकाम कोशिश
हाल ही में चलती ट्रेनों को दुर्घटनाग्रस्त करने की कई नाकाम कोशिश की गई हैं। इसलिए इस सुरक्षा अभियान में इंजीनियरिंग से जुड़े कलपुर्जों को तत्काल रेल की पटरियों के पास से हटाने के निर्देश दिए गए हैं। पश्चिमी रेलवे के ट्रैक मैंटेनर जनरल सेक्रेटरी सतीश यादव ने बताया कि अक्सर रेलवे ट्रैक की मरम्मत या पटरी बदलने के बाद इंजीनियरिंग विभाग के लोग बचे-खुचे उपकरणों को वहीं छोड़ देते हैं, जिनकी बाजार में कोई कीमत नहीं रह जाती है।
इंजीनियरिंग विभागों को सचेत किया
उपकरणों के हिस्सों में प्राय: रेलवे ट्रैक के टुकड़े, 280 किलो से 320 किलो तक के कंक्रीट के बने स्लीपर और अन्य सामग्रियां शामिल हैं, लेकिन बाद में कुछ अप्रत्याशित घटनाओं के बाद समझ आया कि बदमाशों के हाथों में जब यह सामग्रियां आती हैं तो वह इसे रेल की पटरियों पर रख देते हैं। ऐसे किसी भी हादसे को रोकने के लिए सभी जोनों के इंजीनियरिंग विभागों को सचेत किया गया है।
उन्होंने बताया कि गत 17 अगस्त को कानपुर के पास साबरमती एक्सप्रेस को डिरेल करने का प्रयास किया गया और इसके लिए रेल पटरी का एक मीटर बड़ा टुकड़ा रेलवे ट्रैक पर रख दिया गया था, ताकि ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो जाए। इस मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद इसकी जांच शुरू हो गई है।