कौशल किशोर चतुर्वेदी की विशेष रिपोर्ट
शुक्रवार का दिन दिल्ली से भोपाल तक राहत भरे फैसलों की सौगात देने वाला रहा। सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने जहां सीबीएसई के विद्यार्थियों को बड़ी राहत दी, तो दूसरी अदालतों ने भी राहत भरे फैसले सुनाए। मोदी की सुरक्षा में चूक के खिलाफ भाजपा ने मौन रहकर आक्रोश जताया। तो प्रदेश की राजधानी भोपाल के नागरिकों के लिए सबसे बड़ी राहत की बात है कि भोजपाल मेला रद्द कर दिया गया है। इसे बढ़ते कोरोना के मामलों में प्रशासन का जनहितैषी फैसला माना जाएगा।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई बोर्ड के विद्यार्थियों को सुप्रीम कोर्ट ने बड़ी राहत दी है। शीर्ष अदालत ने शुक्रवार को दिए एक फैसले में सीबीएसई की एक मार्क्स पॉलिसी को खारिज कर दिया है, जिसके बाद अब स्टूडेंट्स के पास अपने बेस्ट मार्क्स चुनने का विकल्प रहेगा। कोर्ट का यह फैसला सीबीएसई की कक्षा 10वीं और 12वीं दोनों बोर्ड परीक्षाओं पर लागू होगा। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीएसई के उस नियम को खारिज किया है जिसके मुताबिक सुधार परीक्षा में मिले नंबर ही आखिरी माने जाते। सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि ‘यह विकल्प विद्यार्थियों के पास रहेगा कि वह मुख्य परीक्षा और सुधार परीक्षा दोनों में से किसके अंक लेना चाहते हैं।’ सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से देशभर के लाखों विद्यार्थी अपने बेस्ट मार्क्स के साथ बेहतर भविष्य का तानाबाना बुन सकेंगे। उन्हें सुधार परीक्षा में कम मार्क्स मिलने पर मेन परीक्षा के अधिक नंबर को चुनने का अधिकार मिल गया है।
तो दूसरी तरफ मालेगांव बम ब्लास्ट मामले में भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा को बड़ी राहत मिली है। स्पेशल एनआईए कोर्ट में सुनवाई चल रही है।सुनवाई में एक और गवाह अपने बयान से पलटा है। कोर्ट के सामने अब तक 16 गवाह बयान से पलट चुके हैं।
वहीं कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच भीड़ के चलते भोजपाल मेला रद्द कर दिया गया है। कलेक्टर अविनाश लवानिया ने मेले में उमड़ रही भीड़ को देखते हुए यह निर्णय लिया है। भोजपाल मेले को लेकर 3 दिन पहले हुई डिस्ट्रिक क्राइसिस कमेटी की मीटिंग में मुद्दा उठा था। प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह ने परीक्षण कराने के बाद निर्णय लिए जाने की बात कही थी। वहीं 6 जनवरी को कलेक्टर लवानिया ने नए मेलों पर रोक लगा दी थी। तो पहले से चल रहे मेलों पर निर्णय लेने की बात कही थी। इसके चलते ही शुक्रवार को भोजपाल मेला कैंसिल कर दिया गया है। जिस तरह भोपाल, इंदौर सहित प्रदेश के अधिकतर जिलों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में राजधानी में नागरिकों को भीड़भाड़ से बचाने के लिए भोजपाल मेले को रद्द किया जाना स्वागत योग्य कदम है।
राहत भरे फैसले हर दिन होते रहें और सबके चेहरों पर खुशी बिखेरते रहें। विद्यार्थी भी अपने बेहतर भविष्य के लिए ज्यादा नंबर का विकल्प चुनने के अधिकारी बने रहें और आम नागरिक भीड़भाड़ से दूर रहकर कोरोना से बचे रहें।