Dirt in DAVV : राष्ट्रपति के दौरे से पहले DAVV के गेट पर भारी गंदगी, अभी तक किसी ने सुध नहीं ली!
Indore : देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी का आरएनटी मार्ग स्थित परिसर गंदगी और अव्यवस्था से सराबोर है। यूनिवर्सिटी परिसर में जगह-जगह न केवल कचरा फैला है, बल्कि यहां गेट से एंट्री करते ही पोस्ट ऑफिस के पास बने सुविधा घर का गंदा पानी फैल रहा है। इस कारण यहां चारों ओर गंदगी और बदबू है। यह सब उस समय भी है जब दो दिन बाद राष्ट्रपति भी यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में शामिल होना है।
इस गंदे पानी में बैक्टीरिया और अन्य प्रकार के कीटाणु पनप रहे हैं। इस कारण बीमारी फैलने का खतरा बना है। सिर्फ इतना ही नहीं इसकी बदबू से यहां आने वाले छात्रों और अन्य लोगों को भारी असहजता महसूस होती है। राष्ट्रपति के आगमन की जानकारी के बाद भी यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने यहां सफाई का कोई काम नहीं किया। इंदौर शहर स्वच्छता में सात बार से अव्वल है उसी स्वच्छ शहर का यूनिवर्सिटी परिसर गंदगी से भरा है।
यूनिवर्सिटी के अधिकारी परिसर को साफ करने का कोई जतन नहीं कर रहे हैं। यह गंदगी अचानक नहीं फैली। लंबे समय से यह गंदगी यहां फैल रही है। इसके बाद भी यूनिवर्सिटी अधिकारी इस ड्रेनेज के पानी के विकास की कोई व्यवस्था नहीं कर पा रहे। सबसे बड़ी बात यह है कि जिस स्थान पर यह ड्रेनेज का गंदा पानी भरा है वह यूनिवर्सिटी परिसर में एंट्री करते ही दाएं और है। कोई भी व्यक्ति इस स्थान को पार किए बगैर यूनिवर्सिटी में आगे नहीं जा सकता। ऐसे में यहां आने वाले लगभग हर व्यक्ति को इस बदबू को सहन करना ही पड़ता है।
मच्छर पनपने से बीमारी फैलने का खतरा
ड्रेनेज के इस गंदे पानी पर मच्छर और अन्य प्रकार के बैक्टीरिया पनप रहे हैं। बड़ी संख्या में मच्छरों के होने के कारण न केवल यूनिवर्सिटी परिसर बाल की आसपास के कार्यालय में भी मलेरिया और अन्य प्रकार की बीमारियां फैल सकती है। वैसे भी वर्तमान में डेंगू का प्रकोप शहर को तेजी से जकड़ रहा है। लगभग हर दिन करीब 10 लोग डेंगू प्रभावित मिल रहे हैं। इसके बाद भी लोगों को शिक्षा देने वाली देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के अधिकारी स्वच्छता को लेकर कोई काम नहीं कर रहे हैं।
हमेशा लगे रहते हैं कचरे के ढेर
ऐसा नहीं है कि यूनिवर्सिटी में सिर्फ यह ड्रेनेज का पानी ही बदबू फैल रहा हो, बल्कि यहां पेड़ों से गिरने वाले पत्ते और अन्य प्रकार के कचरे का ढेर दिनभर लगा रहता है। दिन के किसी भी समय इस प्रकार के कचरे के ढेर को देखा जा सकता है। एक और जहां इंदौर शहर स्वच्छता में लगातार सात बार से नंबर बने वहीं इस स्वच्छ शहर का यूनिवर्सिटी परिसर गंदगी से भरा पड़ा है।