President Reached Indore : राष्ट्रपति इंदौर में मृगनयनी एम्पोरियम में कलाकारों से मिली, बाग प्रिंट की साड़ी भेंट!
Indore : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज इंदौर पहुंची। राज्यपाल और मुख्यमंत्री समेत कई अधिकारियों ने उनका एयरपोर्ट पर स्वागत किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दो दिवसीय दौरे पर इंदौर आई हैं। एयरपोर्ट पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल, सीएम डॉ मोहन यादव और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने राष्ट्रपति की अगवानी की। राष्ट्रपति रात्रि विश्राम रेसीडेंसी कोठी में करेंगी।
एयरपोर्ट से राष्ट्रपति कालानी नगर, महेश गार्ड लाइन, मरीमाता चौराहा, नगर निगम चौराहा होते हुए मृगनयनी एम्पोरियम पहुंची। मृगनयनी में अवलोकन के साथ ही वे हस्तशिल्प कलाकारों से मुलाकात की। उन्होंने एम्पोरियम में बाग प्रिंट के बारे में जानकारी ली। राष्ट्रपति ने धार जिले के बाग से बुलाए गए बाग प्रिंट की साड़ी और ड्रेस मटेरियल बनाने वाले स्थानीय कलाकार मुबारिक खत्री से बाग प्रिंट के बारे में बातचीत की। खत्री ने राष्ट्रपति के लिए विशेष रूप से गुलाबी और रेड-ब्लैक कलर में डिजाइन की गई साड़ी भेंट की।
राष्ट्रपति ने दो साड़ियां खरीदी
मृगनयनी के स्टाफ ने बताया कि राष्ट्रपति को कोसा सिल्क और चंदेरी सिल्क की दो साड़ियां पसंद आईं। उन्होंने ये दोनों ही साड़ियां खरीदीं। इनमें से एक साड़ी 14 और दूसरी 19 हजार रुपए की है। यहां से वे जेल रोड चौराहा, शास्त्री ओवरब्रिज, गांधी चौक, हाई कोर्ट से सीधे एमजी रोड होते हुए पलासिया चौराहा, मेडिकल होस्टल तिराहे से रेसीडेंसी गईं। यहां गणमान्य नागरिकों से मुलाकात और डिनर के बाद रात्रि विश्राम करेंगी।
कल सुबह उज्जैन जाएंगी
गुरुवार को सुबह 9.30 बजे राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू महाकाल दर्शन के लिए हेलिकाॅप्टर से उज्जैन जाएंगी। महाकाल मंदिर में पूजा-अर्चना व आरती के बाद वे दोबारा दोपहर में इंदौर लौटकर वे देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी। शाम 4.45 बजे वे एयरपोर्ट से झारखंड के लिए रवाना हो जाएंगी।
खाने को लेकर खास हिदायत
इंदौर के दो दिन के दौरे में राष्ट्रपति के भोजन के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। राष्ट्रपति भवन से भी कई हिदायतें दी गई। उनके लिए मसूर की दाल और पालक पनीर सहित कई खाद्य सामग्रियों की साफतौर पर मनाही की गई है। यह भी बताया गया कि खाना किस तेल से पकेगा। वे इंदौर में बुधवार रात का भोजन, गुरुवार को ब्रेकफास्ट और दोपहर का भोजन करेंगी। उन्हें बिना लहसुन प्याज का भोजन परोसा जाएगा। भोजन में केवल गाय के दूध का ही इस्तेमाल किया जाएगा। उन्हे परोसे गए फल खट्टे नहीं निकलें, इसका ध्यान रखने को कहा गया।