Data Digitalized : डीएवीवी ने अपने सभी स्टूडेंट्स का डाटा डिजिटलाइज्ड रिकॉर्ड किया!

इससे स्टूडेंट का डाटा और मार्कशीट आदि वेरीफाई करने में बहुत कम समय लगेगा!

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Data Digitalized : डीएवीवी ने अपने सभी स्टूडेंट्स का डाटा डिजिटलाइज्ड रिकॉर्ड किया!

Indore : देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी (डीएवीवी) ने अपने सभी स्टूडेंट का सारा रिकार्ड डिजिटलाइज्ड कर दिया। इससे न सिर्फ स्टूडेंट्स को बल्कि नौकरी पाते समय नियोक्ता संस्थाओं को भी स्टूडेंट का डाटा और मार्कशीट आदि वेरीफाई करवाने के लिए बहुत कम समय लगेगा। उधर, छात्रों को भी यूनिवर्सिटी के चक्कर नहीं काटना पड़ेंगे, इससे उनके भी समय और धन की बचत होगी। वेरिफिकेशन का समय भी कम हो जाएगा।

इससे कर्मचारी और स्टूडेंट्स दोनों को फायदा मिलेगा। बताया गया कि यूनिवर्सिटी ने सारा डाटा डिजिटल कर लिया है। इसे अपने कर्मचारियों तक भी पहुंचा दिया गया ताकि यह प्रक्रिया शुरू की जा सके। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (एनईपी) लागू होने के बाद से ही यूनिवर्सिटी अपने स्टूडेंट्स के लिए नई सुविधाएं जोड़ता जा रहा है। डीएवीवी के अनुसार कई कंपनियों, नियोक्ताओं या उच्च शिक्षण संस्थानों की ओर से छात्रों की मार्कशीट, डिग्री सहित अन्य डॉक्यूमेंट्स के वेरीफिकेशन के लिए क्वेरी आती है। डीएवीवी अब तक वेरिफिकेशन का यह काम सीडी में सेव की गई जानकारी से तुरंत कर देगा। अब स्टूडेंट डॉक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन का काम अपडेट प्रक्रिया के साथ करेगा।

 

जिसे संकाय का छात्र उसी में मिल जाएगा रिकॉर्ड

कई कंपनियां, नियोक्ता या उच्च शिक्षण संस्थान छात्रों की मार्कशीट, डिग्री सहित अन्य डॉक्यूमेंट्स के वेरिफिकेशन के लिए क्वेरी करती हैं। विशेष रुप से डीएवीवी इंदौर से पास आउट और विदेशों में काम कर रहे स्टूडेंट्स के डॉक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन के लिए डाक या मेल के माध्यम से दस्तावेज भेजती हैं। वेरिफिकेशन के लिए डीएवीवी अब तक चार्ट बनाता था। इसमें संबंधित संकाय, कक्षा और विद्यार्थियों की डिटेल होती थी, लेकिन लाखों विद्यार्थियों में से एक-एक छात्र के नाम, कक्षा ढूंढ़ने की प्रक्रिया में डीएवीवी का और कंपनी दोनों का काफी वक्त और मेहनत लग जाता था। इसलिए डीएवीवी ने संकाय और कक्षावार सभी छात्रों का डेटा सीडी और डीवीडी में कंपाइल किया है। ऐसे में जब भी स्टूडेंट वरिफिकेशन की

कोई क्वेरी आ रही है तो उसे ऑनलाइन ही सर्च करके कंपनी या शिक्षण संस्थान को जवाब दिया जा रहा है।

इससे डीएवीवी के समय और मेहनत की बचत हो रही है। एग्जाम कंट्रोलर डॉ अशेष तिवारी ने बताया कि कई कंपनियां अपने यहां पर नौकरी पर रखने से पहले विद्यार्थियों की जानकारी को वेरिफाई करने के लिए डाक के माध्यम से या फिर ईमेल से दस्तावेज भेजती हैं। इस प्रक्रिया में विवि का और कंपनी दोनों का काफी वक्त खराब हो जाता है। इसलिए डीएवीवी ने यह सुविधा अपनाई है। डीएवीवी ने सभी विद्यार्थियों का एकेडमिक रिकॉर्ड और सारी जरूरी जानकारी सीडी, डीवीडी में कंपाइल कर ली है।