Hindi Fortnight : भाषाएं सिर्फ अभिव्यक्ति का माध्यम नहीं, भावनाओं का भी जरिया!
Mumbai : भाषाएँ सिर्फ अभिव्यक्ति का माध्यम भर नहीं हैं वे हमारी भावनाओं को अभिव्यक्त करने का सशक्त जरिया हैं जिससे हम अपना सुख, दुःख, यश,अपयश और जीत, हार को व्यक्त कर सकते हैं। वह हिंदी ही है जो हमें जीतने का हुनर भी देती है और जीने का आधार भी।
यह विचार वरिष्ठ कवयित्री व विविध भारती की पूर्व कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती कमलेश पाठक ने केंद्रीय विक्रय एकांश, आकाशवाणी मुंबई में हिंदी पखवाड़े पर आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किए। वे आयोजन की मुख्य अतिथि थीं।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता निदेशक विक्रय रवींद्र खासनीस ने व संयोजन राजभाषा प्रभारी मोहित शर्मा ने किया। कार्यक्रम अधिकारी संजीवन पारटकर सहित विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक इसमें हिस्सा लिया।