भोपाल :प्रदेश के ग्रामीण अंचलों में चौदह जनवरी से छब्बीस जनवरी के बीच आनंद उत्सवों का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने पंचायतों को पंद्रह-पंद्रह हजार रुपए का फंड आबंटित किया है।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव ने प्रदेश की सभी पंचायतों में आनंद उत्सव का आयोजन करने के निर्देश दिए है। इसके लिए प्रत्येक पंचायत को पंद्रह हजार रुपए का बजट आबंटित किया गया है। कोरोना काल में लंबे समय से ग्रामीण अंचलों में आनंद उत्सवों का आयोजन नहीं हो पा रहा था। अब इस बार सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए गाइडलाईन के निर्देशों के अनुसार ग्रामीण अचंलों में आनंद उत्सवों का आयोजन किया जाएगा।
सांस्कृतिक आयोजन और खेलकूद होंगे-
प्रदेशभर की ग्राम पंचायतों में स्थानीय कला और संस्कृ ति पर आधारित गीत-संगीत, नृत्य, नाटकों का मंचन किया जाएगा। इन आयोजनों में स्थानीय नागरिक, वृद्ध, दिव्यांग भी शामिल होंगे। बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए यहां आयोजन किए जाएंगे। इसके अलावा स्थानीय पारंपरिक खेल-कूद प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी। इनमें खो-खो, कबड्डी, घुड़दौड़, बैल दौड़, रस्साकसी, व्हालीवाल, पतंगबाजी, गोला फेक, भाला फेक, मटके सिर पर रखकर चलने, मुंह में चम्मच पर गेंद रखकर तेज चलने, पहलवानी , मलखंब के करतब, योग और स्थानीय पारंपरिक वेष-भूषा, प्रदर्शनियों का आयोजन भी किया जाएगा।
जनप्रतिनिधि से लेकर आम नागरिक तक होंगे शामिल-
प्रत्येक तीन से चार पंचायतों का सामूहिक आयोजन कराए जाएंगे। इन आयोजनों में स्थानीय विधायक, सांसद से लेकर पंच-सरपंच, जिला और जनपद पंचायत सदस्य, स्थानीय नागरिकों में बच्चे, जवान से लेकर वृद्ध भी शामिल होंगे। दिव्यांगों के लिए भी आनंद उत्सव में अलग-अलग खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी। ताकि इनका मनोरंजन भी हो और उत्साहवर्धन भी हो सके।