Mayor’s Fake Marksheet : मुरैना की महापौर शारदा सोलंकी की 10वीं की मार्कशीट फर्जी, कोर्ट ने FIR के आदेश दिए!
Murena : नगर निगम में भाजपा महापौर शारदा सोलंकी की 10वीं की मार्कशीट फर्जी पाई गई। सोमवार को मुरैना जिला कोर्ट ने पुलिस को उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए। सोलंकी ने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन बाद में भाजपा में शामिल हो गईं। पूर्व भाजपा प्रत्याशी मीना जाटव ने सोलंकी की मार्कशीट और जाति प्रमाण पत्र के फर्जी होने का आरोप लगाया था।
वे जाटव जाति प्रमाण पत्र की सत्यता साबित नहीं कर पाईं। लेकिन, 10वीं की मार्कशीट में गड़बड़ी सामने आई। कोर्ट ने सिविल लाइन थाने में धारा 420, 67 और 68 के तहत मामला दर्ज करने के आदेश दिए। सूचना के अधिकार से मिली जानकारी के अनुसार, जिस स्कूल से सोलंकी ने 1986 में 10वीं पास करने का दावा किया है, वहां उनका नाम नहीं मिला। उनकी मार्कशीट पर दिया गया रोल नंबर किसी अन्य लड़के का है, जो परीक्षा में फेल हुआ था। इस फर्जीवाड़े ने मुरैना की राजनीतिक हलचल को गरमा दिया है।
स्कूल के रिकॉर्ड से फर्जीवाड़ा पकड़ाया
बताया गया कि मेयर शारदा सोलंकी ने साल 1986 में पिनाहट के सर्वोदय विद्या मंदिर स्कूल से 10वीं की परीक्षा दी थी। उनका रोल नंबर 1009025 है। पिनाहट के इस स्कूल से पूरा रिकॉर्ड मांगा, तो स्कूल प्रबंधन ने बताया कि उनके स्कूल में साल 1986 में शारदा पुत्री वासुदेव का दाखिला ही नहीं हुआ। अंकसूची में जो रोल नंबर है, वह नरोत्तम पुत्र भानजीत नाम के छात्र का है।
इसके बाद याचिकाकर्ता मीना मुकेश जाटव ने उत्तर प्रदेश की इलाहाबाद माध्यमिक बोर्ड से सूचना के अधिकार के तहत जानकारी ली। जिसमें बताया गया कि 1009025 रोल नंबर नरोत्तम पुत्र भानजीत का है। वह उस समय परीक्षा से गैर हाजिर रहा और सभी विषयों में फेल हो गया था। इसी रोल नंबर पर बनी शारदा सोलंकी की स्वाध्यायी अंकसूची में उन्हें उत्तीर्ण बताया गया है। जिस स्कूल से महापौर की अंकसूची बनी, उसने भी इस अंकसूची को गलत बताया।