Against Removal of Article 370 : फारूख अब्दुल्ला ने कहा ‘मतदाताओं का फैसला जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के खिलाफ!’

अब राज्य में पुलिस नहीं जनता का राज चलेगा, उमर अब्दुला होंगे अगले CM होंगे!

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Against Removal of Article 370 : फारूख अब्दुल्ला ने कहा ‘मतदाताओं का फैसला जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के खिलाफ!’

Srinagar : अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में हुए विधानसभा चुनाव में 90 सीटों की विधानसभा में ‘इंडिया’ गठबंधन ने 49 सीटों पर जीत दर्ज की। गठबंधन में शामिल नेशनल कॉन्फ्रेंस को सबसे ज्यादा 42, कांग्रेस को 6 और सीपीआई (एम) को एक सीट मिली। सरकार बनाने के लिए 46 सीटों की जरूरत है, जो इस गठबंधन ने जीत ली। नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने चुनाव नतीजों के बाद कहा कि उमर अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के अगले मुख्यमंत्री होंगे।

इस चुनाव में भाजपा ने 29 सीटें जीती। पिछले चुनाव के मुकाबले उसे 4 सीटों का फायदा हुआ। हालांकि, जम्मू-कश्मीर भाजपा अध्यक्ष रविंदर रैना नौशेरा सीट से नेशनल कांफ्रेंस कैंडिडेट से करीब 8 हजार वोटों से हार गए। उन्होंने पार्टी हाईकमान को अपना इस्तीफा भेज दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी ने 3 सीटें जीती। पिछले चुनाव में पार्टी को 28 सीटें मिली थीं। पहली बार चुनाव लड़ रहीं महबूबा की बेटी इल्तिजा मुफ्ती श्रीगुफवारा बिजबेहरा सीट से करीब 9 हजार से ज्यादा वोटों से हार गईं।

जम्मू-कश्मीर में आम आदमी पार्टी ने पहली बार जीत दर्ज की है। डोडा सीट से मेहराज मलिक ने भाजपा के गजय सिंह राणा को 4500 से ज्यादा वोटों से हराया। वहीं पीपुल्स कॉन्फ्रेंस को एक सीट पर जीत मिली। 7 पर निर्दलीय जीते। संसद पर हमले के आरोपी अफजल गुरु के भाई ऐजाज गुरु को सोपोर सीट पर 129 वोट मिले।

शपथ 11 या 12 अक्टूबर को

नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि उमर अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के अगले मुख्यमंत्री होंगे। 11 या 12 अक्टूबर को शपथ ग्रहण हो सकता है। उमर अब्दुल्ला ने दो सीटों (बडगाम और गांदरबल) पर चुनाव लड़ा और दोनों पर पीडीपी कैंडिडेट को हराया।

नतीजे अनुच्छेद 370 को हटाने के खिलाफ

नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूख अब्दुल्ला ने कहा कि यह चुनावी फैसला इस बात का सबूत है कि जम्मू-कश्मीर के लोग अनुच्छेद 370 को हटाने के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि लोगों ने अपना फैसला दिया और साबित कर दिया कि 5 अगस्त, 2019 को लिए गए फैसले उन्हें कबूल नहीं हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री फारूक अब्दुला ने कहा कि मैं सभी का शुक्रगुजार हूं कि लोगों ने चुनाव में हिस्सा लिया और खुलकर भाग लिया। मैं नतीजों के लिए भगवान का शुक्रगुजार हूं। चुनी हुई सरकार लोगों की ‘पीड़ा’ को खत्म करने के लिए बहुत काम करना है। उन्होंने कहा कि हमें बेरोजगारी खत्म करनी है और महंगाई और नशीली दवाओं के खतरे जैसे मुद्दों को हल करना है। अब कोई एलजी और उनके सलाहकार नहीं होंगे। अब 90 विधायक होंगे जो लोगों के लिए काम करेंगे।

अब यहां जनता का राज चलेगा

फारूक अब्दुल्ला ने मीडिया से कहा कि 10 साल बाद लोगों ने हमें अपना जनादेश दिया है। हम अल्लाह से प्रार्थना करते हैं कि हम उनकी उम्मीदों पर खरे उतरें … यहां ‘पुलिस राज’ नहीं बल्कि ‘लोगों का राज’ होगा। हम जेल में बंद निर्दोष लोगों को बाहर निकालने की कोशिश करेंगे। मीडिया को आजादी मिलेगी। हमें हिंदुओं और मुसलमानों के बीच विश्वास पैदा करना होगा। मुझे उम्मीद है कि भारत के गठबंधन सहयोगी यहां राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए हमारे साथ लड़ेंगे … मैं समझता हूं कि उमर अब्दुल्ला सीएम बनेंगे।

उमर अब्दुल्ला दो सीटों पर जीते

उमर अब्दुल्ला ने बडगाम विधानसभा सीट से जीत हासिल की। उन्होंने पीडीपी के आगा सैयद मुंतजिर मेहदी को 18,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया। अब्दुल्ला गंदेरबल से भी जीते हैं। एनसी उपाध्यक्ष उमर अब्दुला ने 2014 के चुनाव में भी दो सीटों सोनवार और बडगाम जिले के बीरवाह से चुनाव लड़ा था। उन्होंने बीरवाह सीट जीती थी। अब्दुल्ला उत्तरी कश्मीर की बारामूला लोकसभा सीट से 2024 का संसदीय चुनाव हार गए थे। उन्हें निर्दलीय उम्मीदवार शेख अब्दुल राशिद उर्फ इंजीनियर राशिद ने हराया था, जो उस समय आतंकवाद की फंडिंग के आरोपों में तिहाड़ जेल में बंद थे। राशिद फिलहाल जमानत पर बाहर हैं।