Westorn Bhopal Bypass: दीपावली के बाद फिर होगा वेस्टर्न बायपास के रूट का सर्वे

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Westorn Bhopal Bypass: दीपावली के बाद फिर होगा वेस्टर्न बायपास के रूट का सर्वे

भोपाल। राजधानी के आउटर एरिया में बनने वाले 41 किलोमीटर लंबे वेस्टर्न भोपाल बायपास के रूट का दीपावली के बाद दोबारा सर्वे किया जाएगा। इस सर्वे में यह देखा जाएगा कि इसमें कितने पेड़ कट रहे हैं और उससे कितना अर्बन एरिया डिस्टर्रब होगा। गौर तलब है कि इसके निर्माण का काम एमपीआरडीसी (मप्र रोड डेवलपमेंट कापोर्रेशन) को सौंपा है। एमपीआरडीसी ने भी दो वर्षों में निर्माण कार्य पूरा करने के लिए दिल्ली की एक कंपनी से अनुबंध किया है अब उसको फायनल करना है।

बाघों का जिक्र नहीं

मंडीदीप के इटायाकलां से भोपाल के फंदा जोड़ तक बनने वाले इस बायपास के लिये बाघ मूवमेंट एरिया भी शामिल है। इसके लिये 3259 पेड़ भी काटे जाएंगे। इस पर वन विभाग ने आब्जेशन किया है। उसका कहना है कि इस रूट की जो डीपीआर बनायी गयी है उसमें रातापानी के बाघों के संरक्षण की बात तो की गयी है लेकिन अर्बन एरिया में घूमने वाले बाघों का जिक्र नहीं किया गया है। जबकि यह एरिया भी बाघ मूवमेंट का है।

पर्यावरणविदों ने उठायी आवाज

इसके निर्माण में बड़े तालाब के कैचमेंट और चंदनपुरा का बाघभ्रमण क्षेत्र भी शामिल है। जिसको लेकर शहर के पर्यावरणविद रमन भगत के अनुसार यह वेस्टर्न बायपास को बड़े तालाब के लिए खतरा बन सकता है7 ं छह किलोमीटर का वन क्षेत्र भी इसके दायरे में आ रहा है, इस पर भी उनकी आपत्ति है। उनकी मांग है, कि बड़े तालाब के कैचमेंट और वन क्षेत्रों में फ्लाईओवर, अंडरपास व एलिवेटेड कारिडोर का निर्माण किया जाए। जिससे जल, जंगल और वन्यजीवों का संरक्षण हो सके।