गोवंश के वर्धन की सोच सच हो…

241

गोवंश के वर्धन की सोच सच हो…

मध्यप्रदेश सरकार ने गोवर्धन पूजा को सरकारी ताने बाने में लाकर यह मंशा जता दी है कि अब गोवंश पर सरकार का सीधा ध्यान है। यदुवंशी मोहन ने यह भरोसा कायम कर दिया है कि अब गो पालक सरकार की उच्च प्राथमिकता पर है। दुग्ध उत्पादन में मध्यप्रदेश को अव्वल बनाने की आस भी सबमें जगा दी है। गो संरक्षण के प्रावधानों पर भी सरकार गंभीरता दिखा रही है। और देखा जाए तो गो धन भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ रही है। और भविष्य में गोधन का महत्व अगर जन-जन के मन में जगह बना लेता है तो यह सनातनी खुशबू के साथ समृद्धि का आधार बन सकती है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने 2 नवंबर 2024 को गोवर्धन पर्व पर रविन्द्र भवन में आयोजित राज्य स्तरीय गोवर्धन पूजा समारोह में गोधर्वन पूजन किया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि दुग्ध उत्पादन में मध्यप्रदेश की देश में वर्तमान हिस्सेदारी 9 प्रतिशत है, इसे बढ़ाकर 20 प्रतिशत किया जाएगा। वर्तमान में प्रदेश के 11 हजार गांवों में दुग्ध सहकारी समितियों के माध्यम से दुग्ध का उत्पादन बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। आने वाले वर्षों में प्रदेश के सभी 51 हजार गांवों में दुग्ध सहकारी समितियां बनाई जाएंगी। गुजरात में अमूल डेयरी दुग्ध उत्पादकों को बोनस देती है, उसी तर्ज पर मध्यप्रदेश में दुग्ध उत्पादन पर बोनस दिया जाएगा। गाय के बिना मानवता की कल्पना नहीं की जा सकती, इसलिए 10 से अधिक गायों को पालने पर सरकार अनुदान देगी। गोवंश देश व प्रदेश की जनता की आर्थिक सशक्तिकरण का प्रमुख माध्यम है। गाय के बिना मानवता की कल्पना करना संभव नहीं है। गाय अब कई देशों में पाली जाती हैं। गाय मानवता का संरक्षण भी करती हैं। देश और प्रदेश की आर्थिक स्थिति को भी सुदृढ़ करने में गायों का बहुत बड़ा योगदान है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार किसानों की आय को बढ़ाने के लिए कृतसंकल्पित है। किसानों और गौपालकों की आजीविका को बढ़ाने के लिए नेशनल डेयरी फेडरेशन के साथ एक समझौता (एमओयू) किया है। इस एमओयू के जरिए प्रदेश में गौपालन को बढ़ावा देकर दुग्ध उत्पादन को बढ़ाया जाएगा। किसानों व गौपालकों की आजीविका को बढ़ाने के लिए गोवंश के उत्पादों को प्रदर्शनी लगाकर बेचने की दिशा में राज्य सरकार तेजी से कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि गाय का घी अमृत तुल्य होता है, लेकिन पश्चिमी देशों को देखकर भारत में भी देशी घी की अपेक्षा मक्खन का प्रयोग बढ़ता जा रहा है। कोरोनाकाल में गाय से बने उत्पादों और आयुर्वेद की महत्ता बहुत बढ़ी है। हर नगर निगम में पांच से दस हजार क्षमता वाली गौशालाओं का निर्माण कराकर उनका खर्च नगर निगम को उठाने की व्यवस्था की है। गोवर्धन पूजा सरकार स्तर पर आयोजित कर समाज को प्रकृति और गोसंरक्षण से जोडऩे का कार्य किया जा रहा है। गोवर्धन पूजा सनातन काल से चली आ रही है। गोवर्धन पूजा प्रकृति व परमात्मा से जोड़ने का कार्य करती है। भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी एक उंगली पर गोवर्धन पर्वत को उठाकर सभी की रक्षा की, यहीं से गोवर्धन पूजा की शुरुआत हुई। परमात्मा, माता-पिता के बाद गौ माता हम सभी के लालन-पालन में सबसे अधिक योगदान है।

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि गोवर्धन पूजा प्रकृति की पूजा है। आज पूरे मध्यप्रदेश में सार्वजनिक रूप से गौपूजन के कार्यक्रम हुए हैं। इस पूजा को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्यप्रदेश व देश के अंदर एक नया स्वरूप दिया है, इसके लिए मैं मुख्यमंत्री को बधाई देता हूं। आज मंच पर बड़ी संख्या में गौशालाओं के गोसेवक व संतजन उपस्थित हैं, जो मध्यप्रदेश के अंदर गोसेवा के रूप में अपनी बेहतर भूमिका निभा रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के कुशल नेतृत्व में आज मध्यप्रदेश के अंदर संस्कृति से लेकर के हमारे पर्वों को एक महत्वपूर्ण स्थान देने का काम किया किया जा रहा है। इस गोवर्धन पूजा के माध्यम से आज संस्कृति व प्रकृति को बचाने का संदेश दिया गया है। यह एक अभिनव प्रयोग है। आज इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मुस्लिम भाई-बहन भी आए हैं, जो गोसेवा का कार्य करते हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा, किसानों को तो क्रेडिट कार्ड मिलता ही है, लेकिन अब गोवंश पालने वालों को भी क्रेडिट कार्ड दिया जाएगा, ताकि वे गोवंश के पालन के लिए रुपयों का इंतजाम कर सकें। 10 से ज्यादा गोवंश पालने वालों को विशेष अनुदान दिया जाएगा। नगर निगम क्षेत्र में 5 से 10 हजार गोवंश के पालन के लिए जो भी खर्च आएगा, उसका प्रबंध राज्य सरकार करेगी। गोवंश वध पर 7 साल की कैद के प्रावधान को लेकर भी सरकार सख्त है।

खैर गौवंश के प्रति सम्मान सनातनी परंपरा की जान है। मुख्यमंत्री के इस अभिनव प्रयोग की सफलता सुनिश्चित हो और हर नागरिक गौवंश के प्रति सम्मान से भरकर उनके संरक्षण का संकल्प ले। क्योंकि बिना जन सहभागिता के कोई भी संकल्प फल फूल नहीं सकता। गोवर्धन पूजा को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्यप्रदेश व देश के अंदर एक नया स्वरूप दिया है और अब गोवंश के वर्धन की सोच सच हो…तभी गोवर्धन पूजा अपने उद्देश्य को पूरा कर सकेगी…।