संगठन को विस्तार देने चरैवेति चरैवेति मंत्र को चरितार्थ कर रहे भाजपा के विष्णु…

संगठन को मजबूत करने दिन-रात कड़ी मेहनत कर रहे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष...

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कार्यसमिति में शिव ने सराहा विष्णु-कार्यकर्ताओं का काम, तो विष्णु ने मोदी-शिव सरकार की योजनाओं को दिया विकास का नाम
आरएसएस का गीत है, संगठन गढ़े चलो सुपंथ पर बढे चलो। भला हो जिसमे देश का , वो काम सब किये चलो।
कांग्रेस या अन्य विपक्षी पार्टियां कहेंगी कि खुद का भला हो… भाजपा के लोग बस उतना ही काम कर रहे हैं। पर कर तो रहे हैं, यह उन्हें भी मानना पड़ेगा।
जब सभी दलों के नेता अपने-अपने एजेंडा के लिए कुछ समय मैदान में दिख जाए तो बहुत है, तब प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा दिन-रात संगठन के विस्तार और मजबूती में चरैवेति चरैवेति मंत्र को चरितार्थ करते हुए पूरे प्रदेश में लगातार प्रवास कर रहे हैं। नए वर्ष में जो संकल्प लिया, उसमें कड़ी मेहनत कर रंग भर रहे हैं। जनवरी के पहले पखवाड़े में आधे से ज्यादा दिनों का प्रवास कर सागर, दतिया, उज्जैन, मांडव-धार, झाबुआ, नीमच, मंदसौर, होशंगाबाद, हरदा, बैतूल जिलों का भ्रमण कर चुके हैं।
कार्यकर्ताओं के संग रात में अलाव पर भी चर्चा करते हैं तो सुबह से शाम तक भी संगठन की मजबूती, बूथ को मजबूत करने की रणनीति पर कार्यकर्ताओं के साथ संवाद जारी रहता है। अंग्रेजी नववर्ष के पहले दिन प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने संकल्प लिया कि आगामी वर्ष में बीजेपी अपने संगठन को मजबूत करने के लिए रणनीति बनाएगी। संगठन को मजबूत करने का यह वर्ष है।
कार्य का विस्तार और कार्य सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। प्रत्येक बूथ को मजबूत बनाने के लिए पार्टी काम करेगी। जिस बूथ पर कमजोर है वहां खुद को मजबूत किया जाएगा। विस्तारक योजना के प्रत्येक कार्यकर्ता पार्टी को मजबूत बनाएंगे।प्रत्येक कार्यकर्ता अपने मंडल को मजबूत बनाएगा। समपर्ण निधि से पार्टी को मजबूत बनाने का संकल्प लेना होगा। और इसी रणनीति पर अमल करने के लिए अब दिन का चैन और रात का आराम त्याग कर दिन-रात अथक मेहनत और परिश्रम की पराकाष्ठा में जुटे हैं भाजपा संगठन के मुखिया विष्णु दत्त शर्मा।
5 जनवरी को भोपाल से सागर पहुंचे और सागर में मंडल अध्यक्ष और मंडल विस्तारक कार्यशाला के बाद बोले कि 20 जनवरी से 30 जनवरी पूरे प्रदेश के प्रत्येक बूथ पर विस्तारक योजना के माध्यम से बूथ को सक्षम बनाने का अभियान चलेगा। कुशाभाऊ ठाकरे की जन्म शताब्दी वर्ष संगठन पर्व के तौर पर मनाने का ही अभियान लिया है।
प्रत्येक मंडल को स्वाबलंबी मंडल बनाना, ग्राम नगर केंद्र को सक्रिय बनाना, प्रत्येक बूथ को सक्षम बनाना, यह संकल्प लिया है। इसके लिए हमने बूथ विस्तारक योजना शुरू की है। तो 6 जनवरी को उज्जैन, नलखेड़ा होते हुए विष्णु दत्त शर्मा धार के मांडव पहुंचे। मंडल अध्यक्ष और मंडल विस्तारक की कार्यशाला को संबोधित किया। अगले दिन 7 जनवरी को झाबुआ, 8 को नीमच, 9 को मंदसौर, 10 को भोपाल, 11 को होशंगाबाद, 12 को हरदा, 13 को बैतूल यानि चलते जाओ, चलते जाओ की तर्ज पर कारवां बढ़ता जा रहा है।
हर जगह संगठन को विस्तार देने और बूथ को मजबूत करने की बात हो रही है। तो इस बीच में पंजाब में मोदी की सुरक्षा में चूक पर उज्जैन, नलखेड़ा में प्रधानमंत्री की लंबी आयु के लिए प्रार्थना की जाती है तो इस घटना के विरोध में अलग-अलग मोर्चा के आयोजनों में भी सहभागिता की जाती है और जहां रहें वहीं पत्रकार वार्ता के जरिए अपनी बात रखने से नहीं चूकते। झाबुआ में मौन रखकर विरोध में स्थानीय कार्यकर्ताओं के संग शामिल होते हैं। वरिष्ठतम कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर कमल पुष्प अभियान को सार्थक करते हैं, तो अन्य बड़े कार्यक्रमों में भी सहभागी बनते हैं।
वैसे तो प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा सभी समसामयिक मुद्दों पर प्रतिक्रिया देते हैं। कोरोना के मामले में लोगों से, कार्यकर्ताओं से अपील करते हैं कि सावधानी बरतें, मास्क लगाएं,सोशल डिस्टेंसिंग रखें, हैंड सेनेटाइज करते रहें। विद्यार्थियों से वैक्सीनेशन का आह्वान करते हैं। ओबीसी मुद्दे पर कांग्रेस पर हमला करते हैं। मोदी की सुरक्षा में चूक पर कांग्रेस नेताओं सहित चन्नी, सिद्धू और पंजाब सरकार पर निशाना साधते हैं।
लेकिन दिग्विजय सिंह की गतिविधियों पर खास प्रतिक्रिया देने से वह नहीं चूकते। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह देश के सबसे बड़े जयचंद है। दिग्विजय सिंह 10 साल मुख्यमंत्री रहे संवैधानिक व्यवस्था में क्या उनको शर्म नहीं आनी चाहिए, इतनी गंभीर घटना पर इस प्रकार का कमेंट कर रहे हैं। मजाक उड़ा रहे हैं, ये घटना देश की सुरक्षा के साथ गंभीर खतरा है। देश की 130 करोड़ जनता प्रधानमंत्री जी के साथ है।
तो फिर अन्य प्रतिक्रिया में कहा कि दिग्विजय सिंह जैसे लोग हैं उनको पता है कि मैं आरएसएस के खिलाफ बोलूंगा तो हो सकता है मेरा चेहरा मीडिया में आ जाएगा। दिग्विजय सिंह जितने देशद्रोही ताकतों के साथ खड़े होते हैं। जितना आतंकवाद को समर्थन करते हैं। उनकी देश विरोधी जमीन है। वह आज आरएसएस के कारण देश में खत्म हो गई है। अब उनके पास कुछ बचा नहीं है। कोई बिल नहीं है, जहां वह घुस जाएं।
वह अप्रासंगिक हो गए हैं। देश के अंदर भी और प्रदेश के अंदर भी। इसी प्रकार के अनर्गल बयान देकर आरएसएस जैसे दुनिया के सबसे बड़े सामाजिक संगठन जो 24 घंटे हर सेकंड केवल देश के बारे में विचार करता है समाज के लिए करता है। ऐसे संगठन पर दिग्विजय सिंह जैसे लोग कोई बात करें तो, मैं ऐसा मानता हूं कि ऐसी बातों का जवाब भी नहीं देना चाहिए। आरएसएस इतना पवित्र और देश की सेवा करने वाला संगठन है इसलिए उसके बारे में दिग्विजय सिंह को कहने का कोई अधिकार नहीं है।
एक अन्य प्रतिक्रिया में… राजभवन के सामने कांग्रेस द्वारा महामहिम राज्यपाल के अपमान पर बरसे बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा।दुर्भाग्य का विषय है संवैधानिक पद पर बैठे प्रदेश के महामहिम राज्यपाल मंगू भाई के लिए जिस प्रकार के शब्दों का प्रयोग कांग्रेस नेतृत्व द्वारा किया गया है, यह अत्यंत दुर्भाग्यजनक है। मैं बताना चाहता हूं कि नेमावर में जिस प्रकार की घटना हुई, बेहद गंभीर घटना है।
उसमें सरकार ने प्रभावी कार्रवाई की है। कोई नहीं बचा है, सब जेल चले गए हैं। सीबीआई इंक्वायरी मुख्यमंत्री जी ने डिक्लेअर की है। उसके बाद भी नौटंकी करते हुए दिग्विजय सिंह इस प्रदेश का वातावरण बिगाड़ने के लिए सज्जन सिंह जैसे बेहूदा लोगों को लेकर राजभवन जाते हैं। राजभवन के सामने भीड़ के साथ यह कहते हैं कि ट्रायबल राज्यपाल उनकी सहायता नहीं कर सकते हैं, तो राज्यपाल के लिए किन शब्दों का इस्तेमाल किया गया है ऐसी जिंदगी से मौत भली।
एक संवैधानिक पद पर बैठे हुए राज्यपाल के लिए ऐसे शब्दों का प्रयोग करना,कोरोना के डर कारण राज्यपाल बाहर नहीं निकल रहे। यह कोई सामान्य घटना नहीं है। आप एक राज्यपाल जो संवैधानिक पद पर बैठे हैं,कोरोना में उनका अपना प्रोटोकॉल है। सज्जन सिंह वर्मा बताएंगे उनको क्या प्रोटोकॉल पालन करना है? इस पर कड़ी कार्रवाई होना चाहिए। पूरा मध्य प्रदेश आक्रोशित है। जिस प्रकार राज्यपाल के लिए मुर्दाबाद के नारे दिग्विजय सिंह ने खड़े होकर लगवाए, सज्जन सिंह वर्मा ने बेहूदा शब्दों का इस्तेमाल किया है। इनके खिलाफ सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। मैं ऐसी मांग करता हूं।
तो अन्य प्रतिक्रिया में… खुद को हिंदू विरोधी नहीं होने का बयान देने पर दिग्विजय सिंह पर प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का हमला। आखिर दिग्विजय सिंह को अब यह कहने की जरूरत क्यों पड़ गई कि वह हिंदू विरोधी नहीं है। रावण था, रावण को लगता था कि अब भगवान राम के हाथों मृत्यु पाकर ही उसे मोक्ष मिलेगा। दिग्विजय सिंह भी अब उसी रास्ते पर हैं कि संघ की शरण में आकर अब इस विचारों हिंदुत्व में ही जीवन है।
इसलिए सफाई देने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कितने पाप किए हैं इस देश के अंदर। आतंकवाद का समर्थन करके, नक्सलवाद का समर्थन करके, हिंदुत्व पर प्रहार करके। स्वामी विवेकानंद ने उस संक्रमण काल के अंदर हिंदू की ध्वज पताका, भारतीय संस्कृति की प्रतिष्ठापना पूरे दुनिया में की। युवा दिवस के अवसर पर दिग्विजय सिंह इस बात को कहने के लिए मजबूर हुए, तो मेरा मानना है कि यह हिंदुत्व प्रहार , भगवा आतंकवाद कहकर आपने भारतीय संस्कृति को, भगवा शब्द को, जो हमारे राजपूताना की पहचान मानी जाती है…. दिग्विजय सिंह आपने उसका अपमान किया था।
अब आपको लगने लगा है कि देश के अंदर, समाज के अंदर, हम इसी धारा में रहकर अब अपने पाप धो लूं, तो दिग्विजय सिंह जी एक बयान देकर प्रेस को यह कहकर कि मैं हिंदुत्व विरोधी नहीं हूं इससे आपके पाप नहीं धुलेंगे। जनता ने आप का हिसाब किताब किया है और आगे भी करेगी।
बैतूल में पत्रकार वार्ता के दौरान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने किया दिग्विजय सिंह पर बड़ा हमला। कहा कि दिग्विजय सिंह दलाली खा कर नेताओं को बदनाम करने का टेंडर लेने का काम करते हैं ये जनता भी समझने लग गई है। दिग्विजय सिंह जैसे देशद्रोही तय नहीं करेंगे कि वीडी शर्मा क्या है? मेरी जनता मेरे कार्यकर्ता मुझ पर विश्वास करते हैं, तुम्हारे जैसे लोगों के आरोप से कुछ नहीं होता। मैं कहना चाहता हूं, उमंग सिंगार कैबिनेट मंत्री थे, जब तुम्हारी सरकार थी, दिग्विजय सिंह के इशारे पर कमलनाथ सरकार चला रहे थे, तब उमंग सिंगार ने क्या कहा था। इस प्रदेश का सबसे बड़ा रेत माफिया, शराब माफिया दिग्विजय सिंह है।
तो विष्णु दत्त शर्मा संगठन को मजबूत करने के संकल्प पर हर पल कदम बढ़ा रहे हैं। एक कुशल संगठक की अपनी छवि को साबित करने में जुटे हैं। बूथ को मजबूत कर 2023 में वापस सरकार बनाने की मुहिम में जुटे हैं। शिव के साथ समन्वय की बेहतर मिसाल पेश कर रहे हैं तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा पर संगठन गढ़े चलो सुपंथ पर बढे चलो। भला हो जिसमे देश का , वो काम सब किये चलो। इसी भावना के साथ लक्ष्य पर आगे बढ़ते जा रहे हैं।