CM’s Announcements in Dhar : बिरसा मुंडा की जयंती पर 334 करोड़ के 57 विकास कार्यों की सौगात!
धार के कार्यक्रम में CM डॉ मोहन यादव शामिल हुए और कई घोषणाएं की!
धार से वरिष्ठ पत्रकार छोटू शास्त्री की रिपोर्ट
Dhar : बिरसा मुंडा जयंती के अवसर पर धार के आयोजन में शरीक होने आए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने 334 करोड़ के लगभग 57 विकास कार्यों की सौगात दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने आदिवासी भाई-बहनों के हित में कई फैसले किए।
मुख्यमंत्री ने इस बहाने कांग्रेस पर भी जमकर व्यंग्य बाण चलाए। उन्होंने कहा कि अभी तक कांग्रेस ने आदिवासियों से वोट तो लिए, पर उनके लिए किया कुछ नहीं। लेकिन, मुझे ख़ुशी है कि हमारी सरकार बनी और खरगोन में हमने टंट्या मामा के नाम पर यूनिवर्सिटी बनाई। कांग्रेस अंग्रेजो की लाईन पर चलती रही। टंट्या मामा को पता नहीं क्या-क्या गाली देती रही। उनके सम्मान के लिए न तो कोई यूनिवर्सिटी खोली और न रेलवे स्टेशन का नाम रखा। भाजपा ने उनका नहीं उनसे भी आगे जाकर पूरे प्रदेश के एक करोड़ 90 लाख के करीब की हमारी आधी आबादी वाले आदिवासी भाई-बहनों के लिए योजनाएं बनाई।
नर्मदा सागर डैम नरेंद्र मोदी जी की देन है जिससे आज पूरा निमाड़ समृद्ध हो है। मध्य प्रदेश में जब से हमारी सरकार बनी, एक-एक गांव में नर्मदा का पानी पीने और खेती के लिए भी पहुंच रहा है। यह है विकास और आदिवासियों का साथ देना। इसके बाद आगे भी बहुत बड़ी योजनाएं हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं सबको बधाई देना चाहता हूं। राजस्व ग्राम कानून बदलने का निर्णय भी हमारी सरकार ने किया। हम जो कहते हैं, वह कर के दिखाते हैं। सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास सबका प्रयास ऐसे एक नहीं कई सारी बातें में बता सकता हूं।
सरकार बनने के बाद हमने कई सारे निर्णय लिए। हमारे आदिवासी भाइयों के घर दूर-दूर रहते है। मजरे टोले के अंदर आबादी रहती है। अगर कोई बिमार हो जाए कोई किसी कारण से अस्पताल पहुंचाना पड़े तो मुश्किल होती थी। धार और झाबुआ के अस्पताल में अगर उसकी हालत बिगड़ती है, तो उसे इंदौर ले जाना हो या दिल्ली-मुंबई पहुंचाना मुश्किल होता था। पहले के जमाने में हेलीकॉप्टर केवल कांग्रेस के उड़ने के लिए था। अब हमने निर्णय किया है प्रत्येक गरीब आदमी के जीवन में भी अगर कोई बीमार अस्पताल में होगा, उसे अगर इंदौर, भोपाल, दिल्ली पहुंचना हो तो हेलीकॉप्टर हमारी सरकार देगी। उसकी जान बचाने का काम सरकार के माध्यम से होगा।
सरकार किस बात की होती है! पेसा-कानून के तहत जो बच्चे पढ लिखकर कलेक्टर, एसपी जैसे बड़े पद पर जाना चाहते हैं, तो इन बच्चों को हमारी कोचिंग क्लास के माध्यम से दिल्ली में भी उनकी कोचिंग और रहने, खाने का का सारा पैसा सरकार देगी। उनको आगे बढ़ाना हमारी सरकार ने तय किया है। हमारे बच्चे डॉक्टर बने और फीस नहीं है, तो फीस भरने का काम भी सरकार के माध्यम से किया जाएगा।