Changes in Capital Offices Soon : राजधानी के सरकारी दफ्तरों में बरसों में जमे कर्मचारियों में बदलाव की तैयारी, जानकारी मांगी गई!
Bhopal : प्रशासनिक व्यवस्था में कसावट लाने के लिए राजधानी के सरकारी दफ्तरों में बड़े बदलाव की तैयारी की जा रही है। विभाग प्रमुखों के साथ बड़े अफसरों में फेरबदल के साथ छोटे कर्मचारियों को भी बदला जाएगा। सालों से एक ही जगह जमे अधिकारियों और कर्मचारियों की जिम्मेदारी भी बदली जाएगी।
राज्य शासन स्तर पर सभी दफ्तरों में शासकीय सेवकों की पदस्थापना के बारे में जानकारी मांगी गई है। पूछा गया कि संबंधित अधिकारी कब से इस पद और विभाग में है। नए मुख्य सचिव अनुराग जैन के आने के बाद इस काम में तेजी आई है। वे प्रशासनिक व्यवस्था को कसावट लाने के साथ यथास्थिति को तोड़ना चाहते हैं जिसके लिए बरसों से एक ही जगह जमे अफसरों और कर्मचारियों में हेरफेर होगा।
बताया गया कि मंत्रालय से लेकर सतपुड़ा, विन्ध्यांचल जैसे बड़े कार्यालयों में अधिकारी एवं कर्मचारियों के बीच भी जल्द बदलाव जल्द होने वाला है। प्रशासन में कसावट को लेकर निकट भविष्य में शासन स्तर पर किए जाने वाले इस बदलाव से सबसे ज्यादा महिला अधिकारी एवं कर्मचारी प्रभावित होंगी। राजधानी में बड़ी संख्या में महिलाएं जिलों एवं अन्य कार्यालयोंं से संलग्र एवं पदस्थ हैं।
इस बारे में मिल रहीं शिकायतों के बाद फैसला
राजधानी में सीएम हाउस से लगाकर सामान्य प्रशासन विभाग और अन्य विभागों के कार्यालयों में कई अधिकारी एवं कर्मचारी लंबे समय से एक ही जगह पदस्थ हैं। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार समेत अन्य शिकायतें मिली। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर भी इस बारे में कई तरह की शिकायतें मिली।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि 3 साल से ज्यादा समय तक एक ही स्थान पर पदस्थ शासकीय कर्मचारियों की जानकारी बुलाई गई है। साथ ही संबंधित कर्मचारियों के गृह जिले की भी जानकारी तलब की गई। अधीनस्थ कार्यालयों से शासकीय सेवकों की पदस्थापना के बारे में जानकारी आने के बाद शासन स्तर विचार-विमर्श कर नए सिरे से दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।
बदलाव का कारण व्यवस्था में कसावट
इस बारे में मिली जानकारी के अनुसार जो कर्मचारियों के दायित्व बदले जाएंगे। जबकि, अन्य के दायित्व बदलने के साथ-साथ ही कार्यालय से बाहर भी पदस्थापना होगी। ज्यादातर विभागाध्यक्ष कार्यालयों में कई अधिकारी एवं कर्मचारी मैदानी पदस्थापना से हटकर सालों से अटैच या पदस्थ हैं। इन सभी के कामकाज में निकट भविष्य में बदलाव होगा। इसका मुख्य कारण है व्यवस्था में कसावट लाना है।