India Lost Test Series : भारत ने दक्षिण अफ्रीका में सीरीज गंवाई, तीन कारण रहे भारत की हार के

जोहान्सबर्ग और केपटाउन के मैदान पर टीम इंडिया को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा

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Cape Town : दक्षिण अफ्रीका ने विराट कोहली की कप्तानी वाली भारतीय टेस्ट टीम को सीरीज के तीसरे और निर्णायक टेस्ट मैच में हरा दिया। इसी के साथ दक्षिण अफ्रीका टीम ने 3 मैचों की सीरीज 2-1 से जीत ली। अब 3 मैचों की वनडे सीरीज 19 जनवरी से शुरू होगी। भारत और साउथ अफ्रीका की तीन मैचों की टेस्ट सीरीज मेजबान टीम ने 2-1 से जीत ली। सेंचुरियन टेस्ट मैच में जीतने के बावजूद टीम इंडिया बाकी दो मैचों को हार गई और अब सीरीज गंवा दी।

दक्षिण अफ्रीकी दौरे पर राहुल द्रविड़ की हेड कोचिंग में टीम इंडिया को 3 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलना थी। लगा था कि भारतीय टीम आसानी से साउथ अफ्रीका को शिकस्त दे देगी। क्योंकि, अगर साउथ अफ्रीकी टीम पर नजर डालें तो पाएंगे कि ये कागज पर अब तक की सबसे कमजोर अफ्रीकी टीमों में से एक है। टीम इंडिया ने टेस्ट सीरीज की शुरुआत में ही उसे पस्त कर दिया था। पहले सेंचुरियन टेस्ट मैच में इतिहास रचते हुए 113 रनों से शानदार जीत दर्ज की। लेकिन, उसके बाद जोहान्सबर्ग और केपटाउन के मैदान पर टीम इंडिया को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। भारतीय टीम 2-1 से सीरीज हार गई।

 

टीम इंडिया की हार के 3 कारण रहे :

एक, अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा का खराब फॉर्म में होना। विदेशी दौरे पर अगर किसी भी टीम को जीत दर्ज करनी होती है तो उसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी होता है मध्यक्रम के बल्लेबाजों का रन बनाना। अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा लंबे समय से आउट ऑफ फॉर्म हैं। साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में इक्का-दुक्का पारी को छोड़ दें तो ज्यादातर मौकों पर इन दोनों बल्लेबाजों ने टीम को निराश ही किया है। ऐसे में टीम इंडिया को मिला इस हार का सबसे बड़ा कारण अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा की खराब फॉर्म रही।

दो, 6 बल्लेबाजों के साथ मैदान पर उतरना भी हार का कारण माना जा सकता है। अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा के रूप में टीम इंडिया पहले ही बल्लेबाजी में संघर्ष कर रही थी। ऐसे में 6 बल्लेबाजों के साथ मैदान पर उतरना टीम इंडिया की हार की एक वजह बना है। आर अश्विन अफ्रीकी पिचों पर कुछ खास नहीं कर सके। ऐसे में अगर टीम इंडिया हनुमा विहारी या फिर श्रेयस अय्यर को प्लेइंग इलेवन में शामिल करके बल्लेबाजी थोड़ी मजबूत करती तो फिर नतीजे कुछ और हो सकते थे।

तीन, विराट कोहली का चोटिल होना भी हार के कारणों में है। सेंचुरियन टेस्ट मैच में विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ने इतिहास रचते हुए 113 रनों से शानदार जीत दर्ज की थी। लेकिन, दूसरे टेस्ट मैच में विराट कोहली चोट की वजह से नहीं खेल पाए थे जिसके चलते मोंमेटम ब्रेक हुआ था। विराट कोहली तीसरे टेस्ट मैच में आए और बल्ले से रन भी बनाए लेकिन, अगर वह दूसरा टेस्ट मैच भी खेलते तो भारत के इस सीरीज को जीतने की संभावना बढ़ जाती।