2024 में लोकतंत्र की आखिरी आहुति महाराष्ट्र-झारखंड में आज…
कौशल किशोर चतुर्वेदी
288 विधानसभा सीटों वाले महाराष्ट्र और 81 सीटों वाले झारखंड राज्य में बाकी बची 38 विधानसभा सीटों के लिए मतदान की चहल-पहल आज यानि 20 नवंबर 2024 के सूर्योदय संग शुरू हो जाएगी। वर्ष 2024 की लोकतंत्र के महायज्ञ में यह आखिरी आहुति है। इसके साथ ही इन दो राज्यों के परिणाम यह साबित करेंगे कि शिंदे सरकार के प्रति मराठी मानुष की सोच क्या रही और सोरेन का झारखंड के आदिवासी मन पर कितना असर बचा है। फैसला तीन दिन बाद ही आ जाएगा। दोनों राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव और 15 राज्यों की 48 विधानसभा और दो लोकसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए भी वोटों की गिनती 23 नवंबर को की जाएगी। दोनों राज्यों में सभी दलों ने मतदाताओं को लुभाने के लिए पूरी ताकत झोंकी है। अब देखना है कि मोदी मैजिक और राहुल राग में से किसको मतदाता पसंद करते हैं।
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति और विपक्षी महाविकास अघाड़ी के बीच मुख्य लड़ाई है। महायुति को जहां लड़की बहन योजना और ध्रुवीकरण से आस है तो वहीं महाविकास आघाड़ी को सत्ता विरोधी मिजाज और अपने लुभावने वादों से उम्मीद है। विदर्भ और मराठवाड़ा में भाजपा और कांग्रेस की सीधी लड़ाई चुनावी दिशा का रुख तय करेगी। भाजपा ने मराठा आरक्षण विवाद का फैक्टर कम करने के लिए ओबीसी समूहों की सक्रियता पर जोर दिया है। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति गठबंधन की सरकार है। इसमें भारतीय जनता पार्टी, शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) शामिल हैं। इस चुनाव में भी महायुति गठबंधन एक साथ चुनावी रण में उतरी है। उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट), एनसीपी (शरद पवार गुट) के महा विकास अघाड़ी गठबंधन से हैं। पर परीक्षा यही है कि एकनाथ शिंदे सरकार जन-जन के मन में कितना घर बना पाई है। तो महाराष्ट्र में बंटेगा-कटेगा और एक हैं तो सेफ है की भी बड़ी परीक्षा है।
वहीं झारखंड के दूसरे चरण में 38 सीटों पर मतदान है। अधिसंख्य सीटें संताल प्रमंडल और कोयलांचल क्षेत्रों में स्थित हैं। दूसरे चरण में जरमुंडी, महगामा, पोड़ैयाहाट सहित 17 सीटों पर बीजेपी और झामुमो के बीच सीधी टक्कर देखने को मिलेगी। इस चरण में वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, स्पीकर रबींन्द्रनाथ महतो, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, पूर्व उप मुख्यमंत्री सुदेश महतो, वर्तमान मंत्री इरफान अंसारी, हफीजुल हसन, दीपिका पांडेय सिंह, बेबी देवी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। पर असल परीक्षा सोरेन सरकार की है।
सवाल यही है कि महाराष्ट्र और झारखंड में अगली सरकार किसकी बनेगी? दोनों ही राज्यों के मतदाता के मन में क्या है? क्या दोनों राज्यों में मौजूदा सरकार की वापसी होगी ? सभी सवालों के जवाब 23 नवंबर को मिल जाएंगे। बुधवार को गणेश का दिन है। गणेश बुद्धि के देवता हैं। मतदाताओं की बुद्धि शिंदे-सोरेन की सरकारों पर मेहरबान होती है या फिर इनके खिलाफ फैसला सुनाती है…यह आज ईवीएम में दर्ज होगा और 23 नवंबर 2024 यानि शनिवार को सबके सामने आ जाएगा। 2024 में लोकतंत्र की आखिरी आहुति महाराष्ट्र-झारखंड के साथ पूरे देश पर अपना असर डालेगी…।