Maharashtra Assembly Elections : महाराष्ट्र की 288 सीटों पर मतदान शुरू, दारोमदार ठंडे शहरी मतदाताओं पर!

महाराष्ट्र के विधानसभा चुनावों में औसत मतदान दर सिर्फ 62.2%, इसलिए नतीजे अस्पष्ट!

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Maharashtra Assembly Elections : महाराष्ट्र की 288 सीटों पर मतदान शुरू, दारोमदार ठंडे शहरी मतदाताओं पर!

Mumbai : महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों के लिए आज सुबह मतदान शुरू हो गया। सत्ता में बैठी महायुति और विपक्षी महा विकास आघाड़ी दोनों ही अपने-अपने जीत के दावे कर रहे हैं। दोनों का कहना है कि वे 288 सीटों में से 170 का जादुई आंकड़ा पार कर लेंगे। लेकिन, राजनीतिक हलचल के बीच एक महत्वपूर्ण सवाल खड़ा होता है कि क्या शहरी इलाकों में मतदाताओं की उदासीनता का इतिहास बदल पाएगा।

महाराष्ट्र का राजनीतिक परिप्रेक्ष्य बेहद जटिल है। 2014 में कांग्रेस के पतन के बाद कोई भी पार्टी उस खाली जगह को भरने में सफल नहीं हो पाई। गुजरात या राजस्थान जैसे राज्यों के विपरीत (जहां चुनाव मुख्य रूप से बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधी लड़ाई होती है) महाराष्ट्र की राजनीति में विभाजन अधिक स्पष्ट है।

शहरी क्षेत्रों में मतदाताओं की उदासीनता एक बड़ी चुनौती है। मुंबई, नागपुर और पुणे जैसे बड़े शहरों में मतदाता कम संख्या में वोट डालने घर से निकलते हैं। इसके कारण नतीजे कुछ ही मतदाताओं के हाथों में आ जाते हैं। महाराष्ट्र के चुनावों में यह सवाल बना हुआ है कि क्या मुंबई और पुणे जैसे शहरी केंद्र अपनी कम मतदान दर के इतिहास को चुनौती देंगे या वही पुराना पैटर्न फिर से दिखेगा?

एक रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र के विधानसभा चुनावों में औसत मतदान दर 62.2% रही है। 1995 में सर्वाधिक 71.6% मतदान हुआ। जबकि, 1980 में यह घटकर 53.3% तक पहुंच गया था।

 

मतदान में शहरी वोटर उदासीन

यह मुद्दा 2019 विधानसभा चुनावों में भी देखने को मिला था। महाराष्ट्र के 64 शहरी निर्वाचन क्षेत्रों में से 62 पर राज्य के औसत से कम मतदान हुआ था। लोकसभा चुनावों में भी यह ट्रेंड बना रहा। मुंबई, जो राज्य की राजधानी और भारत की वित्तीय राजधानी है, लंबे समय से कम मतदान दर की समस्या से जूझ रही है। हालांकि, हालिया चुनावों में मुंबई में थोड़ा सुधार देखा गया है। विधानसभा चुनावों में यहां 50% से अधिक मतदान हुआ है।

महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों के लिए कुल 4,136 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से लगभग आधे यानी 2,086 उम्मीदवार निर्दलीय हैं। मुख्य पार्टियों में, बीजेपी 149 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। जबकि, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) 81 सीटों पर और अजित पवार की नवल-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) 59 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। विपक्षी दलों में कांग्रेस 101 उम्मीदवारों को मैदान में उतारी है, शिवसेना (UBT) 95 सीटों पर और शरद पवार की NCP 86 उम्मीदवारों के साथ चुनावी मैदान में है।

छोटे दलों की भी अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति है। बहुजन समाज पार्टी 237 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। जबकि, ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलमी 17 सीटों पर अपनी किस्मत आजमा रही है। महाराष्ट्र में जीत एनडीए की स्थिति को मजबूत करेगी। लोकसभा में इस साल कम सीटों के बाद यह चुनाव बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण है।