Cheating of Jewellery Traders : डेढ़ करोड़ का सोना लेकर भागे आरोपी जीवन को महिदपुर सिटी तक छोड़ने वाला टीपू नियारगर भी पकड़ाया!
Ratlam : प्रदेश का बहुचर्चित धोखेबाजी मामला जिसमें 7 सराफा व्यापारियों का डेढ़ करोड़ रुपए का सोना लेकर भागने वाले आरोपी जीवन को पकड़ने में पुलिस के हाथ खाली हैं। रतलाम से भागे जीवन को अपनी पिकअप में बिठाकर महिदपुर सिटी तक छोड़ने वाले आरोपी टीपू सुल्तान 32 पिता अशरफ नियारगिर को पुलिस ने दबोच कर जेल भेज दिया है। इससे पहले जीवन के 2 चचेरे भाई सहित 4 रिश्तेदारों को पुलिस पकड़ कर जेल भेज चुकी हैं।
बता दें कि 8 अक्टूबर को शहर के त्रिपोलिया गेट रोड़ स्थित बोहरा बाखल की गली में स्थित भाविका ज्वैलर्स का संचालक जीवन सोनी 7 व्यापारियों को चूना लगाकर 1650 ग्राम सोने के आभूषण लेकर भाग गया था। भागते भागते आरोपी जीवन अपना मोबाइल दुकान में छोड़कर भागा था और अपना स्कूटर चोपाल सागर पर छोड़ गया था। सीसीटीवी कैमरे चेक करने पर पुलिस को आरोपी जीवन पिकअप में बैठकर महिदपुर सिटी पंहुच गया था। इस पिकअप का ड्राइवर अशोक नगर निवासी टीपू सुल्तान 32 पिता अशरफ नियारगिर रतलाम से लेकर गया था।
इस पिक्चर में 5 दिन पहले नया मोड़ आया जब जीवन की बोहरा बाखल स्थित दुकान पुलिस ने खुलवाई थी तो उसमें चुहामार दवाई के साथ 2 पेज का एक लेटर मिला था। लेटर में लिखा था कि मेरी इस हालत के लिए मिठ्ठुलाल प्रजापत और सुभाष भाटिया जिम्मेदार हैं। सुभाष भाटिया से मुझे 15 लाख रुपए लेना हैं और मिठ्ठुलाल मुझे ब्लेकमैल कर बहुत सारा सोना-चांदी ले चुका हैं। वह तांत्रिक हैं और शहर के चांदनी चौक क्षेत्र में खिचड़ी की ठेलागाड़ी लगाता है। इसके साथ सुभाष भाटिया सोने-चांदी का काम करता हैं।
आखिर एक व्यापारी को खिचड़ी बनाने वाले, तांत्रिक और सुभाष भाटिया जैसे लोगों से संपर्क करने के पीछे क्या वजह है यह सुलगता सवाल हैं? कब आएगा जीवन पुलिस की गिरफ्त में, एक और जीवन के पिता और उसकी पत्नी जीवन का पता नहीं लगने के पीछे तरह-तरह के बयान दें रहें हैं और जीवन पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ना बाजार में चर्चा का विषय बना हुआ है।
पुलिस ने जीवन के ताऊ के बेटे सुरेन्द्र कुमार, पंकज सोनी, कृष्णकांत सोनी और आशीष को पकड़कर जेल भेज दिया है इसके बाद टीपू सुल्तान को भी दबोच लिया हैं। आखिर जीवन कहां है, कहां है, कहां है…..!