Digital Arrest : फर्जी पुलिस अधिकारी ने काल कर शिक्षक को डिजिटल अरेस्ट करने का प्रयास किया, बोला 80 लाख का फंड आया है खाते में!
Ratlam : शहर की रिटायर्ड कॉलोनी निवासी एक शिक्षक को अनजान नंबर से फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर डिजिटल अरेस्ट करने का प्रयास किया। भाई को पता चला तो उसने सायबर सेल की मदद ली और काल डिस्कनेक्ट कर उसे बचाया।
27 वर्षीय शिक्षक के पास अंजान नम्बर से कॉल आया।कॉलर ने खुद को दिल्ली पुलिस का अधिकारी बताते हुए शिक्षक से कहा कि आपके खाते में 80 लाख रुपए का गैर-कानूनी फंड आया हैं। इसलिए आपके विरुद्ध धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया गया है। फिर फर्जी पुलिस अधिकारी ने शिक्षक को हाउस व डिजिटल अरेस्ट के नाम के नाम पर धमकाया और उससे बैंक डिटेल्स और बैंक बैलेंस की जानकारी मांगी इस पर शिक्षक ने बताया कि खाते में 10 लाख रुपए हैं। इस पर फर्जी पुलिस अधिकारी ने युवक को बैंक डिटेल्स और चेकबुक लेकर एक कमरे में अकेले रहने के लिए कहा। साथ ही कहा कि कारवाई के दौरान आप डिजिटल अरेस्ट रहेंगे इसलिए कॉल डिसकनेक्ट नहीं कर सकते हैं तथा किसी से संपर्क नहीं कर सकते।
खाली कमरे में रहने के दौरान शिक्षक के भाई ने उसे परेशान देखा तो कारण पूछा इस पर उसने बताया कि मेरे खाते में किसी ने धोखाधड़ी कर रुपए डाले हैं और दिल्ली पुलिस उसकी जानकारी मुझसे मांग रही हैं। इस शिक्षक के भाई ने उसे रोका और साइबर सेल को काल किया। इस पर वहां से तत्काल कॉल डिस्कनेक्ट करने का कहा गया। और इसके कुछ देर बाद ही साइबर सेल की टीम शिक्षक के घर पहुंची।
जहां साइबर सेल के एसआई राजा तिवारी, आरक्षक मयंक व्यास, विपुल भावसार ने शिक्षक की काउंसलिंग की इसमें बताया कि पुलिस अधिकारी के नाम पर धोखाधड़ी करने के लिए कॉल किए जाते हैं। साइबर टीम ने फर्जी मोबाइल नंबर की रिपोर्ट कर उसे ब्लॉक करवाया।
बता दें कि रतलाम पुलिस द्वारा डिजिटल अरेस्ट से बचने के लिए एडवायजरी भी जारी की गई है।