Girl’s Body Found : घर से गायब हुई मानसिक रूप से कमजोर 6 साल की बच्ची का शव नाले में मिला!
Indore : तीन दिन पहले खेलते-खेलते घर से लापता हुई 6 साल की बच्ची लक्षिका का शव नाले में मिला। उसका शव घर से 350 मीटर दूर नाले की सफाई के दौरान पुलिस को दिखाई दिया। नाले में अधिक कचरा जमा होने से पुलिस ने सफाई के लिए पोकलेन मशीन बुलाई थी। मानसिक रुप से कमजोर यह बच्ची गुजरात से अपने दादा-दादी से मिलने राजेन्द्र नगर थाना क्षेत्र की शिवसागर कॉलोनी आई थी। बच्ची शनिवार सुबह माता-पिता के साथ देवास में शादी समारोह में शामिल होने के लिए गुजरात से इंदौर अपने घर बिजलपुर स्थित आई थी।
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राजेन्द्र नगर थाने की सहायक पुलिस आयुक्त रूबिना मिजवानी ने बताया कि बच्ची शनिवार को दोपहर करीब एक बजे गायब हुई थी। बच्ची ठीक से बोल नहीं पाती थी। वह मानसिक रूप से भी कमजोर थी। रिपोर्ट के बाद जांच के दौरान पुलिस ने उसकी मां से बात की। मां ने बताया कि बच्ची पहले भी दो-तीन बार इसी तरह गायब हो चुकी है। वह मार्केट और अन्य जगह चली जाती है। मां के बयान के बाद पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले तो बच्ची दौड़कर नाले की तरफ जाती दिखी। यहीं से पुलिस को शक हुआ कि कहीं बच्ची नाले में तो नहीं गिर गई। पोकलेन से जब 10-12 बकेट कचरा निकाला तो पुलिस का शक सही साबित हुआ।
छह से सात बार देखे फुटेज
इसके बाद कॉलोनी के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। एक ही फुटेज को छह-सात बार देखा, लेकिन बच्ची नजर नहीं आ रही थी। आगे देखा तो बच्ची गार्डन में जाते हुए दिखी, यहीं से लगा हुआ नाला भी है। तब पुलिस को शंका हुई कि बच्ची नाले में भी गिर सकती है। इसलिए सुबह 6 बजे से एसडीआरएफ की टीम सहित यहां पहुंचे। यहां बच्ची के मिलने की शंका इसलिए भी हुई थी, क्योंकि डाग स्क्वाड भी यहीं लाकर हमें छोड़ रहा था। बच्ची के शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले। बच्ची के पिता गुजरात के सुरेंद्र नगर में फार्मा कंपनी में काम करते हैं।
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सफेद झाग को देखकर आकर्षित
नाले के आगे तालाब बना हुआ है, इसलिए यहां डेम बनाया गया। इसके नाले में सफेद झाग भी बन जाते हैं। पुलिस को यह भी शंका है कि बच्ची झाग को देखकर आकर्षित हुई होगी और नाले की तरफ आगे बढ़ी होगी। नाला 15 फीट गहरा है। गंदगी जमा होने के कारण यहां गाद भी जम गई है। बच्ची जैसे ही नाले में पहुंची, वह गाद के कारण बाहर नहीं निकल पाई। सीसीटीवी फुटेज में बच्ची दोपहर 1.44 बजे घर से बाहर दौड़ते हुए नजर आ रही है। घर से 350 मीटर दूरी पर स्थित गार्डन में बच्ची 1.47 बजे नजर आई। इसके बाद बच्ची कहीं दिखाई नहीं दी। पुलिस ने बच्ची को ढूंढने के लिए करीब 150 सीसीटीवी फुटेज खंगाले। वहां से निकलने वाली हर गाड़ी की जांच भी की गई। कॉलोनी के कई कैमरे बंद होने के कारण पुलिस को समस्या भी हुई।
घटना के समय मां ब्यूटी पार्लर गई
बच्ची की मां शाम को शादी में जाने के लिए तैयार हो रही थी और ब्यूटी पार्लर गई थी। वहीं पिता और भाई घर पर थे। बच्ची के बाल कटवाने के लिए मां ने घर पर फोन लगाया। जब उसे वहां ले जाने के लिए ढूंढा तो नहीं मिली। इससे पहले भी बच्ची कई बार घर से इस तरह भागकर जा चुकी थी। बच्ची के नाना ने बताया कि राऊ में हमारा मकान बन रहा है, इसलिए हम अभी बेटी के घर रह रहे थे। वह देवास में शादी समारोह में शामिल होने के लिए आए थे। बच्ची मौका देखकर पहले भी ऐसे भाग जाती थी। एक बार गमले वाली पुलिया तक आ गई थी, वहीं कई बार कॉलोनी के गेट से भी उसे लेकर आए थे।
बाउंड्रीवाल की मरम्मत के लिए कई बार शिकायत
शिवसागर कॉलोनी रहवासी संघ के अध्यक्ष मुनीष पाठक ने बताया कि गार्डन में बाउंड्रीवाल के लिए कलेक्टर, महापौर, निगम आयुक्त, विधायक और पार्षद को चार बार लिखित में शिकायत कर चुके हैं। लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हुई। चुनाव में चार दिन में इसे बनाने का वादा किया था, लेकिन फिर भूल गए। यह हादसा टूटी हुई बाउंड्रीवाल के कारण हुआ। किसी परिवार ने अपनी मासूम बच्ची को खोया है, लेकिन जिम्मेदार को इसकी परवाह नहीं है। वहीं रहवासी राजेश यादव ने बताया कि हमको लगता है कि बच्ची को किसी ने घर में रखा या उसके साथ कुछ हुआ है।
दो माह पहले बाणगंगा थाना क्षेत्र के भागीरथपुरा में धार से आए युवक के 3 साल के बच्चे का शव नाले में मिला था। बच्चा घर के पिछले रास्ते से नाले तक पहुंच गया था। नाले पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे। तब भी स्थानीय रहवासियों ने विधायक और पार्षद से बाउंड्रीवाल बनाने को कहा था। अब तक बाउंड्रीवाल को लेकर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
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